दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल में साइबर क्राइम जागरूकता: पुलिस अधीक्षक बिश्नोई का संदेश - सावधान रहें, सुरक्षित रहें
के कुमार आहूजा 2024-09-05 08:23:02
दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल में साइबर क्राइम जागरूकता: पुलिस अधीक्षक बिश्नोई का संदेश - सावधान रहें, सुरक्षित रहें
आज के डिजिटल युग में, साइबर अपराधों का बढ़ता खतरा सभी के लिए चिंता का विषय बन गया है। अजमेर के दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल में आयोजित एक महत्वपूर्ण जागरूकता सत्र में, पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार बिश्नोई ने विद्यार्थियों को साइबर खतरों से बचाव के महत्वपूर्ण उपायों से अवगत कराया। यह सत्र न केवल विद्यार्थियों के लिए बल्कि समाज के हर वर्ग के लिए जागरूकता का संदेश लेकर आया। सर्वधर्म मैत्री के प्रेसिडेंट प्रकाश जैन ने मुख्य वक्ता देवेंद्र कुमार बिश्नोई का परिचय दिया, तत्पश्चात सत्र का प्रारंभ किया गया।
साइबर क्राइम के खतरों पर प्रकाश
सत्र के दौरान, पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार बिश्नोई ने बताया कि आज के समय में साइबर क्राइम तेजी से बढ़ रहा है। तकनीकी प्रगति के साथ ही अपराधी भी नए-नए तरीके अपना रहे हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि किस प्रकार व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा और सतर्कता जरूरी है।
साइबर क्राइम के रूप और उनसे बचने के उपाय
बिश्नोई ने साइबर अपराधों के विभिन्न रूपों जैसे फिशिंग, हैकिंग, ऑनलाइन फ्रॉड और सोशल मीडिया पर बढ़ते अपराधों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने विद्यार्थियों को जागरूक किया कि कैसे इनसे बचाव के लिए सावधानी बरतनी चाहिए।
व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा पर बल
सत्र में बताया गया कि अपनी व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखना आज के समय में अत्यंत आवश्यक है। सोशल मीडिया पर अपने निजी जीवन से संबंधित जानकारी साझा करने में अत्यधिक सतर्कता बरतने की सलाह दी गई।
सोशल मीडिया के प्रभाव और सावधानी के उपाय
बिश्नोई ने विद्यार्थियों को सोशल मीडिया के गलत उपयोग से होने वाले मानसिक और सामाजिक प्रभावों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वे सोशल मीडिया से सुरक्षित दूरी बनाए रखें और इसका सही उपयोग करें।
समाज के हर वर्ग के लिए जागरूकता आवश्यक
विद्यालय के प्रधानाचार्य भानु प्रताप पंत ने इस सत्र को अत्यंत सफल बताते हुए कहा कि ऐसी जागरूकता के कार्यक्रम विद्यार्थियों के साथ-साथ समाज के हर वर्ग के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
कार्यक्रम का समापन और भविष्य की योजनाएँ
कार्यक्रम के अंत में, प्रधानाचार्य ने मुख्य वक्ता का सम्मान करते हुए इस प्रकार के और भी जागरूकता कार्यक्रमों के आयोजन की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि विद्यार्थियों को डिजिटल युग में सुरक्षित रहने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्राप्त हो सके।
धन्यवाद ज्ञापन
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें सभी प्रतिभागियों और आयोजकों का आभार व्यक्त किया गया। गौरव मिश्रा ने इस सत्र की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए इसे अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।
यह सत्र विद्यार्थियों के लिए अत्यंत शिक्षाप्रद और जागरूकता बढ़ाने वाला साबित हुआ। विद्यालय प्रशासन ने इस प्रकार के और भी कार्यक्रमों के आयोजन का संकल्प लिया ताकि छात्रों को डिजिटल युग में सुरक्षित रहने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्राप्त हो सके।