कृषि प्रशिक्षण के लिए विदेश जाएंगे राजस्थान के 100 किसान, राजकिसान साथी पोर्टल पर करें आवेदन
के कुमार आहूजा 2024-09-04 09:40:57
कृषि प्रशिक्षण के लिए विदेश जाएंगे राजस्थान के 100 किसान, राजकिसान साथी पोर्टल पर करें आवेदन
राजस्थान सरकार की एक अनूठी पहल के तहत, 100 युवा और प्रगतिशील किसानों को इज़राइल सहित अन्य देशों में आधुनिक कृषि तकनीक सीखने के लिए प्रशिक्षण हेतु भेजा जा रहा है। यह कदम किसानों की उत्पादन क्षमता में वृद्धि के उद्देश्य से उठाया गया है। इस योजना के पहले चरण में, बीकानेर संभाग से भी 8 किसानों को विदेश यात्रा का अवसर मिलेगा, जिससे वे उन्नत कृषि तकनीकों का अनुभव प्राप्त कर सकेंगे।
प्रदेश के किसानों को मिलेगा अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण का अवसर
राजस्थान सरकार ने कृषि क्षेत्र में सुधार लाने और किसानों की क्षमता को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण योजना नॉलेज एन्हांसमेंट प्रोग्राम की घोषणा की है। इसके तहत, 100 युवा प्रगतिशील किसानों को इज़राइल और अन्य देशों में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा। इस योजना का उद्देश्य किसानों को नई और उन्नत कृषि तकनीकों से परिचित कराना है, जिससे उनकी उत्पादन क्षमता में वृद्धि हो सके।
बीकानेर संभाग से 8 किसान होंगे चयनित
राजस्थान के बीकानेर संभाग से 8 किसान इस योजना के तहत विदेश यात्रा पर जाएंगे। इसके लिए राज्य सरकार ने 10 कृषि संभागों में उच्च कृषि तकनीक की संभावनाओं के मद्देनजर संभागवार लक्ष्य निर्धारित किए हैं। इसमें उन किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी जो नई तकनीकों का उपयोग कर रहे हैं और जो प्रगतिशील खेती में रुचि रखते हैं।
राजकिसान साथी पोर्टल पर आवेदन प्रक्रिया शुरू
इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसान 10 सितंबर तक राजकिसान साथी पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस पोर्टल के माध्यम से किसानों को कृषि से संबंधित सभी योजनाओं और सुविधाओं का लाभ मिलता है। आवेदन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए पोर्टल पर विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
किसान चयन के लिए निर्धारित मापदंड
किसानों का चयन विशेष मापदंडों के आधार पर किया जाएगा। चयन के लिए किसान के पास कम से कम एक हेक्टेयर कृषि भूमि होनी चाहिए और उसे कम से कम 10 वर्षों का खेती का अनुभव होना चाहिए। इसके अलावा, उसे नई कृषि तकनीकों का उपयोग करने वाला होना चाहिए, जैसे संरक्षित खेती, सूक्ष्म सिंचाई, मल्चिंग आदि। चयन प्रक्रिया में महिला किसानों, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के किसानों को भी विशेष प्रतिनिधित्व दिया जाएगा।
दुग्ध उत्पादकों और पशुपालकों के लिए भी अवसर
सरकार ने 20 दुग्ध उत्पादकों और पशुपालकों को भी इस योजना के तहत विदेश भेजने का निर्णय लिया है। इसके लिए चयन मापदंडों में पशुपालक के पास कम से कम 20 गाय या भैंस का स्वामित्व और 10 वर्षों का पशुपालन का अनुभव होना चाहिए। इसके अलावा, उच्च पशुपालन तकनीकों का उपयोग करने वाले पशुपालकों को प्राथमिकता दी जाएगी।
स्कोर क्राइटेरिया के आधार पर होगा चयन
कृषक और पशुपालक का चयन विभागीय कमेटी द्वारा स्कोर क्राइटेरिया के आधार पर किया जाएगा। इसमें उनकी शिक्षा, अनुभव, और तकनीकी दक्षता को ध्यान में रखा जाएगा। चयनित किसानों को विदेश भेजने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सरकार द्वारा की जाएंगी।
विदेश से लौटने के बाद किसानों का अनुभव साझा करना अनिवार्य
विदेश से लौटने के बाद, किसानों को अपने अनुभवों को अन्य किसानों के साथ साझा करना अनिवार्य होगा। इससे राज्य के अन्य किसान भी उन्नत कृषि तकनीकों के लाभ से अवगत हो सकेंगे और उन्हें अपनी खेती में लागू कर सकेंगे।