एटीएम लूट की वारदात का खुलासा: गैस कटर से काटकर चोरों ने उड़ाए थे लाखों रुपये, पहुंचे सलाखों के पीछे
के कुमार आहूजा 2024-09-04 07:40:55
एटीएम लूट की वारदात का खुलासा: गैस कटर से काटकर चोरों ने उड़ाए थे लाखों रुपये, पहुंचे सलाखों के पीछे
अजमेर के किशनगढ़ में एचडीएफसी बैंक के एटीएम में हुई चौंकाने वाली लूटपाट ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी। एटीएम को गैस कटर से काटकर चोरों ने लाखों रुपये उड़ाए और अपने साथ-साथ अपराध की नई दास्तान भी छोड़ दी। यह घटना इतनी चतुराई से अंजाम दी गई कि किसी को भनक तक नहीं लगी, जब तक कि सुबह एक अस्पताल कर्मचारी ने एटीएम का शटर नहीं खोला।
परिवादी की रिपोर्ट:
परिवादी मितुल कुमार जानी, जो कि एचडीएफसी बैंक के किशनगढ़ शाखा में शाखा प्रबंधक हैं, ने पुलिस थाने में एक रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि मार्बल सिटी अस्पताल के पास स्थित एटीएम में रात के समय चोरी हुई थी। चोरों ने एटीएम को गैस कटर से काटकर उसमें रखे 4,73,000 रुपये चोरी कर लिए। इस वारदात ने पूरे बैंक स्टाफ और प्रशासन को हिला कर रख दिया।
सीसीटीवी फुटेज में वारदात कैद:
घटना के दौरान चोरों ने एटीएम के सीसीटीवी कैमरों को ब्लैक स्प्रे से ढकने की कोशिश की, लेकिन अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों ने इस पूरी घटना को कैद कर लिया। चोर एटीएम का शटर बंद कर फरार हो गए, जिससे घटना का पता घंटों तक नहीं चला। अस्पताल के सुपरवाइजर अरविंद गुप्ता ने सुबह एटीएम का शटर खोला तब कहीं इस चोरी का पता चला।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई:
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र कुमार बिश्नोई के निर्देशन में तुरंत एक विशेष टीम गठित की गई। इस टीम ने घटना स्थल पर जाकर जांच शुरू की। इसके लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई और संदिग्धों की पहचान के लिए वैज्ञानिक तरीकों का उपयोग किया गया। इसके बाद संदिग्धों की पहचान कर उनके ठिकानों पर छापेमारी की गई।
आरोपियों की धरपकड़:
पुलिस की सतर्कता और तकनीकी संसाधनों की मदद से मुख्य आरोपी साजिद, रशीद उर्फ यूसूफ और फिरोज उर्फ जान मौहम्मद को गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही वारदात में प्रयुक्त स्विफ्ट कार को भी जब्त किया गया है। आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि उन्होंने एटीएम को गैस कटर से काटने की योजना यूट्यूब से सीखी थी। इन शातिर चोरों पर पहले से भी एटीएम लूट, हत्या, और अवैध हथियारों के मामलों में प्राथमिकी दर्ज हैं।
अन्य वारदातों में संभावित संलिप्तता:
इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है और पुलिस को उम्मीद है कि इनसे और भी कई वारदातों का खुलासा हो सकता है। मामले की गहनता से जांच जारी है और पुलिस अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
परिवादी का आभार:
चोरी की गई राशि की बरामदगी और आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद परिवादी मितुल जानी और उनके बैंक स्टाफ ने पुलिस टीम का आभार व्यक्त किया। इस पूरे मामले में पुलिस की त्वरित और संगठित कार्यवाही की सराहना की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक अजमेर द्वारा लगाई गई विशेष टीम
01. आशीष गहलोत हैड कानि 2042
02. देवेन्द्र सिंह हैड कानि 11
03. अभय सिंह कानि 2848
04. करतार कानि 1194
05. कालूराम कानि 2439
06. राजाराम कानि 2075
पुलिस थाना गांधीनगर की टीम
01. सुरेश कुमार सोनी, पुलिस निरीक्षक, थानाधिकारी पुलिस थाना गांधीनगर, अजमेर।
02. गिरिराज हैड कानि 122 पुलिस थाना गांधीनगर, अजमेर।
03. सुरेन्द्र कानि. 893 पुलिस थाना गांधीनगर, अजमेर।
04. हनुमान खोजी कानि 1450 पुलिस थाना गांधीनगर, अजमेर।
05. गजानन्द कानि 2504 पुलिस थाना गांधीनगर, अजमेर।
06. सम्पत्त सिंह कानि 3092 पुलिस थाना गांधीनगर, अजमेर।
07. पुरण कानि 1682 पुलिस थाना गांधीनगर, अजमेर।
08. आजाद कानि 1348 साईबर सैल अजमेर।