जातीय जनगणना पर गोष्ठी में बोले विशेषज्ञ: देश को बांटने का षड्यंत्र, हमें समझना होगा


के कुमार आहूजा  2024-09-03 08:03:01



जातीय जनगणना पर गोष्ठी में बोले विशेषज्ञ: देश को बांटने का षड्यंत्र, हमें समझना होगा

गर्भस्थ शिशु संरक्षण समिति, भारत की महानगर इकाई द्वारा आयोजित एक महत्वपूर्ण गोष्ठी में देश के जातीय जनगणना और उसके परिणामों पर गंभीर चर्चा की गई। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी कि जातीय जनगणना से समाज में विभाजन की संभावना है और इस पर ध्यान देना अनिवार्य है।

गोष्ठी का उद्देश्य और आयोजक

जवाहर पार्क स्थित राम मंदिर में गर्भस्थ शिशु संरक्षण समिति, भारत की महानगर इकाई द्वारा आयोजित इस गोष्ठी में संस्था के राष्ट्रीय संरक्षक मोती चंद बिनानी का सम्मान भी किया गया। इस गोष्ठी का मुख्य उद्देश्य जातीय जनगणना के प्रभाव और इसके संभावित खतरे पर चर्चा करना था।

जातीय जनगणना के परिणाम: एक चेतावनी

मुख्य वक्ता डॉ. महेश शर्मा, जो वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ हैं, ने जातीय जनगणना के दुष्परिणामों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने लेबनान का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां जातीय जनगणना के कारण अर्थव्यवस्था तबाह हो गई और गृहयुद्ध की स्थिति पैदा हो गई। उन्होंने कहा कि हमें सनातन धर्म की रक्षा और कन्याओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि जातीय जनगणना समाज में विभाजन को बढ़ावा देती है।

राष्ट्र की सुरक्षा पर विचार

संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामकिशोर तिवारी ने कहा कि वर्तमान समय में राष्ट्र षड्यंत्रकारियों के कारण संक्रमण काल से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी चुनाव के समय ना जात पर-ना पात पर के नारे लगाती है, लेकिन अब जातीय जनगणना के नाम पर समाज में विद्वेष फैला रही है। उन्होंने जोर दिया कि हमें संगठित होकर इस सांप्रदायिक राजनीति का मुकाबला करना होगा और समाज को इन साजिशों से बचाना होगा।

गोष्ठी के अन्य वक्ताओं का दृष्टिकोण

गोष्ठी को नगर संरक्षक लक्ष्मी नारायण मोदी, भाजपा नेत्री पुष्पा गहलोत, प्रदेश मंत्री महेंद्र कश्यप, समाजसेवी मगन चांडक, सुखदेव राठी, मोहनलाल उपाध्याय (देशनोक), इंद्रचंद मोदी और पवन चांडक (नोखा), राम अवतार मुंधडा (श्रीडूंगरगढ़) आदि ने भी संबोधित किया। इन सभी ने जातीय जनगणना के दुष्परिणामों पर प्रकाश डालते हुए इस मुद्दे पर समाज को जागरूक करने का आह्वान किया।

सम्मान समारोह और आयोजन की प्रमुख बातें

कार्यक्रम के दौरान संस्था के राष्ट्रीय संरक्षक मोतीचंद बिनानी का सम्मान किया गया, जिन्होंने आगंतुकों का आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन धर्म प्रकाश शर्मा ने किया।

समाज को एकजुट रखने की अपील

गोष्ठी के अंत में वक्ताओं ने समाज से संगठित और एकजुट रहने की अपील की, ताकि कोई भी बाहरी शक्ति या राजनीतिक षड्यंत्र देश के सामाजिक ताने-बाने को कमजोर न कर सके। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना जैसे मुद्दों पर समाज को सजग और सतर्क रहने की आवश्यकता है।


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