भ्रष्टाचार में फंसे हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कई बड़ी कंपनियां, 834 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त


के कुमार आहूजा  2024-08-31 19:48:15



भ्रष्टाचार में फंसे हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कई बड़ी कंपनियां, 834 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा और कई बड़ी कंपनियों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कड़ी कार्रवाई करते हुए 834.03 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियां अटैच की हैं। ये संपत्तियां ईएमएएआर इंडिया लिमिटेड और एमजीएफ डेवलपमेंट्स लिमिटेड से जुड़ी हैं, जो गुरुग्राम और दिल्ली के 20 गांवों में स्थित हैं। यह कार्रवाई एक एफआईआर के आधार पर शुरू की गई, जिसमें हुड्डा और अन्य प्रमुख लोगों के खिलाफ आरोप लगाए गए थे।

कहां की गई संपत्तियों की अटैचमेंट: 20 गांवों में फैली हैं संपत्तियां

ईडी ने जो अचल संपत्तियां अटैच की हैं, वे गुरुग्राम जिले और दिल्ली के 20 गांवों में फैली हुई हैं। इन संपत्तियों का कुल क्षेत्रफल 401.65479 एकड़ है और इनकी कुल कीमत 834.03 करोड़ रुपये आंकी गई है। इनमें से 501.13 करोड़ रुपये की संपत्तियां ईएमएएआर इंडिया लिमिटेड से जुड़ी हैं, जबकि 332.69 करोड़ रुपये की संपत्तियां एमजीएफ डेवलपमेंट्स लिमिटेड से संबंधित हैं।

एफआईआर के आधार पर शुरू हुई जांच: हुड्डा और अन्य लोगों पर लगे आरोप

यह कार्रवाई सीबीआई द्वारा दर्ज की गई एक एफआईआर के आधार पर की गई, जिसमें भूपिंदर सिंह हुड्डा, उस समय के डीटीसीपी निदेशक त्रिलोक चंद गुप्ता, ईएमएएआर एमजीएफ लैंड लिमिटेड और 14 अन्य कॉलोनाइज़र कंपनियों के खिलाफ आरोप लगाए गए थे। आरोपों में कहा गया है कि इन कंपनियों ने अवैध तरीके से भूमि का अधिग्रहण किया और इस प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया।

ईडी की बड़ी कार्रवाई: भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की कोशिश

ईडी की इस कार्रवाई को भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की दिशा में एक बड़ी पहल माना जा रहा है। इस मामले में हुड्डा और अन्य लोगों पर लगे आरोपों की गहन जांच की जा रही है और अन्य संपत्तियों को भी अटैच किए जाने की संभावना है। इस कार्रवाई से साफ संदेश दिया गया है कि कानून के खिलाफ जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, चाहे वे कितने भी प्रभावशाली क्यों न हों।

उच्च न्यायालय की निगरानी में जांच: क्या होगा अगला कदम?

यह मामला अब उच्च न्यायालय की निगरानी में है, जहां से ईडी को निर्देश मिल रहे हैं। हुड्डा और अन्य आरोपियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई के लिए जांच की जा रही है। इस मामले में ईडी और सीबीआई की टीम मिलकर काम कर रही हैं और आगे और भी खुलासे हो सकते हैं।

उद्योग जगत में हड़कंप: ईएमएएआर और एमजीएफ पर कार्रवाई का असर

इस कार्रवाई से रियल एस्टेट सेक्टर में हड़कंप मच गया है। ईएमएएआर और एमजीएफ जैसी बड़ी कंपनियों के खिलाफ की गई इस कार्रवाई से उद्योग जगत में खलबली मच गई है। अब देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या होता है और इन कंपनियों के खिलाफ और क्या कार्रवाई की जाती है।

आगे की रणनीति: ईडी और सीबीआई की और भी सख्ती

ईडी और सीबीआई इस मामले में और भी सख्त रुख अपनाने की तैयारी कर रही हैं। हुड्डा और अन्य आरोपियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई के लिए और भी संपत्तियों को अटैच किया जा सकता है। इस मामले में अब तक कई गवाहों से पूछताछ की जा चुकी है और आगे और भी जांच की जा रही है।


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