मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में भूकंप: हेमा कमेटी की रिपोर्ट के बाद 10 लोग FIR के घेरे में


के कुमार आहूजा  2024-08-31 07:47:37



मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में भूकंप: हेमा कमेटी की रिपोर्ट के बाद 10 लोग FIR के घेरे में

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में एक बड़ा घोटाला उजागर हुआ है, जिसे लेकर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। हाल ही में जारी की गई न्यायमूर्ति हेमा कमेटी की रिपोर्ट ने उन महिलाओं की दशा को उजागर किया है जो इस इंडस्ट्री में काम कर रही हैं। रिपोर्ट के बाद से, केरल पुलिस ने अब तक 10 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है, जिनमें से नौ लोग फिल्म उद्योग से जुड़े हुए हैं।

किस-किस पर आई FIR की गाज?

पुलिस द्वारा दर्ज की गई FIR में अभिनेता और CPI-M के दो बार के विधायक मुखेश माधवन, सिद्धीक, जयसूर्या, एदवेला बाबू, मणियनपिल्ला राजू, निर्देशक रंजीत, वी.के. प्रकाश, प्रोडक्शन एक्जीक्यूटिव्स विचू और नोबल शामिल हैं। इनमें से कई नाम बड़ी हस्तियों के हैं, जो फिल्म इंडस्ट्री में प्रमुख स्थान रखते हैं।

अभिनेता जयसूर्या को दोहरी मुश्किलें

अभिनेता जयसूर्या को इस मामले में दोहरी मुश्किल का सामना करना पड़ा है। पहले से ही उनके खिलाफ एक शिकायत दर्ज की गई थी, लेकिन अब एक दूसरी अभिनेत्री ने उनके खिलाफ नया मामला दर्ज कराया है। इससे उनके लिए समस्याएँ और बढ़ गई हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई की गति तेज हो गई है।

राजनीतिक दबाव और विवाद

विपक्ष के नेता वी.डी. सतीशन ने इस मामले में सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि CPI-M के भीतर एक शक्तिशाली समूह है जो कानून के उल्लंघनकर्ताओं को संरक्षण प्रदान कर रहा है। सतीशन ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और संस्कृति मंत्री साजी चेरियन पर आरोप लगाया कि उन्होंने हेमा कमेटी की रिपोर्ट को पांच साल तक छिपाए रखा ताकि दोषियों को बचाया जा सके।

CPI में फूट और नया विवाद

केरल सरकार के प्रमुख सहयोगी पार्टी CPI में भी अब मतभेद उभरने लगे हैं। CPI के पार्टी अध्यक्ष डी. राजा की पत्नी और पार्टी की प्रमुख Annie Raja ने विधायक मुखेश के इस्तीफे की मांग की है। इस बीच, CPI के राज्य सचिव बिनॉय विश्वन ने मीडिया की इस खबर को खारिज किया कि CPI-M और CPI के बीच कोई मतभेद है।

मुखेश का पलायन और कानूनी राहत

मुखेश को शुक्रवार को अपने घर से बाहर जाते हुए देखा गया, लेकिन उनके वाहन पर सामान्य MLA बोर्ड गायब था और पुलिस की सुरक्षा उनके साथ थी। जानकारी के अनुसार, वह अपने कानूनी सलाहकार से मिलने के लिए कोच्चि जा रहे हैं। हालांकि, उन्हें एक अस्थायी राहत मिली है जब एक निचली अदालत ने उनकी गिरफ्तारी पर 3 सितंबर तक रोक लगा दी है।

पुलिस जांच की दिशा

केरल पुलिस के विशेष जांच दल की सदस्य, एआईजी जी. पूनकुझाली ने बताया कि प्रत्येक FIR की जांच अलग-अलग टीमों द्वारा की जा रही है और काम तेजी से चल रहा है। यह मामला अभी भी जांच के अधीन है और पुलिस का काम लगातार जारी है।

इस रिपोर्ट में, मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में चल रही घटनाओं की गंभीरता और राजनीतिक प्रतिक्रियाओं को विस्तृत रूप से दर्शाया गया है। यह घटनाक्रम न केवल इंडस्ट्री के भीतर बल्कि राजनीति में भी भारी उथल-पुथल का कारण बन रहा है।


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