इंटरनेशनल चिल्ड्रन्स फिल्म फेस्टिवल ऑफ जयपुर, देश-विदेश के फिल्मकार बच्चों से हुए रूबरू


  2024-08-30 18:48:18



इंटरनेशनल चिल्ड्रन्स फिल्म फेस्टिवल ऑफ जयपुर, देश-विदेश के फिल्मकार बच्चों से हुए रूबरू

जयपुर शहर में 7वें आर्यन इंटरनेशनल चिल्ड्रन्स फिल्म फेस्टिवल ऑफ जयपुर और 16वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल्स के आयोजन का गुरुवार को दूसरा दिन रहा। इस दौरान वियतनाम से म्यूजिकल फिल्म A Fragile Flower (Doa Hoa Mong Manh की स्पेशल स्क्रीनिंग की गई। इस फिल्म की निर्देशक, निर्माता, अभिनेत्री माई थू हुएन और अमेरिका से निर्माता, अभिनेत्री जैकलीन थाओ गुयेन स्क्रीनिंग के दौरान मौजूद रहे।

फिल्म फेस्टिवल के दौरान इंडोनेशिया की देसा तिमुन के निर्देशक दाउद नुगराहा ने कहा कि जयपुर में बच्चों से मिलकर बहुत अच्छा लगा। उन्होंने बताया कि उनकी फिल्म, देसा तिमुन (द ककम्बर विलेज) एक छाया कठपुतली एनीमेशन है, जो तीन छोटे हिरणों की कहानी कहती है। उन्होंने जयपुर में आयोजित फिल्म फेस्टिवल को लेकर कहा कि इस तरह के आयोजन फिल्म को दर्शकों की व्यापक श्रेणी तक पहुचाने में मदद करते हैं। यह अन्य फिल्म निर्माताओं से मिलने, नेटवर्क बनाने और हमारी फिल्मों के बारे में कहानियां साझा करने का भी एक अच्छा अवसर है।

ऑस्कर विजेता निर्माता की फिल्म पिंक बेल्ट का प्रदर्शन 

ऑस्कर विजेता निर्माता और यूएसए के जॉन मैकक्राइट की निर्देशित एक डॉक्यूमेंट्री फीचर फिल्म पिंक बेल्ट को भी इस फेस्टिवल में दिखाया गया। जॉन मैकक्राइट कहते हैं कि जब मैं पहली बार फिल्म पिंक बेल्ट के सब्जेक्ट पर अपर्णा राजावत से मिला, तो वह उस टूर की मैनेजर थीं, जिस पर मैं था। उन्होंने बताया कि हमने इस फेस्टिवल को इसलिए चुना, क्योंकि यह 3 दिनों में हजारों छात्रों तक पहुंचता है और हमें लगता है कि पिंक बेल्ट का संदेश, जो कि महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण है, इस समय भारत में महत्वपूर्ण है। पिंक बेल्ट अपर्णा राजावत की जीवन कहानी और भारत की महिलाओं को सशक्त बनाने के उनके मिशन की कहानी है। वह अपने मकसद पर ध्यान आकर्षित करने के लिए आत्मरक्षा पाठ में प्रशिक्षित सबसे अधिक महिलाओं का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ने का प्रयास करती है।

मैकक्राइट कहते हैं कि इस तरह के फिल्म फेस्टिवल पिंक बेल्ट जैसी फिल्मों की ओर ध्यान आकर्षित करने में मदद करते हैं, जो ब्लॉकबस्टर एक्शन फिल्में नहीं हैं। ऐसे आयोजनों से वे दर्शकों को पा सकते हैं और संदेश फैलाने के लिए मीडिया का ध्यान आकर्षित कर सकते हैं। यह छोटी फिल्मों और प्रतिभाशाली फिल्म निर्माताओं का जश्न मनाने का एक शानदार तरीका है। यह नेटवर्क बनाने और समान विचारधारा वाले लोगों से मिलने का एक शानदार मौका है। गौरतलब है कि पिंक बेल्ट ने इस फेस्टिवल में श्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री फीचर का अवार्ड जीता है।

क्या कहते हैं नन्हे दर्शक 

इंटरनेशनल चिल्ड्रन्स फिल्म फेस्टीवल ऑफ जयपुर में आए बच्चों ने फिल्में खूब एन्जॉय कीं। चारु शर्मा ने कहा कि मुझे चिंकी फिल्म बहुत ही अच्छी लगी। क्लास 6 के छात्र रवि ने बताया कि उन्हें रंग फिल्म बहुत अच्छी लगी। ये फिल्म हमें सिखाती है कि हमें धार्मिक विभाजन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा भी बच्चों को महिलाओं को सशक्त बनाने से लेकर आत्मरक्षा (Pink BelT) और प्रकृति को बचाने (Agastya) वाली फिल्में खूब पसंद आईं।

गुरुवार को दिखाई गई फ़िल्में 

गुरुवार को फिल्म फेस्टिवल में दिखाई गई मूवीज में पाकिस्तान, भारत, चीन, वियतनाम, इंडोनेशिया, रूस और अमेरिका की 16 फिल्में नजर आई। भारत से याना सामी, ए हैप्पी पिज़्ज़ा डे, बेतेलगेस, इन द वेक ऑफ डिवोशन, इंडोनेशिया से देसा तिमुन, वियतनाम से अ फ्रैगली फ्लावर (दोआ होआ मोंग मान) और रूस से माई होरेबिल सीस आदि प्रमुख फ़िल्में रही।

शुक्रवार को दिखाई जाने वाली फ़िल्में 

जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टीवल-जिफ के प्रवक्ता राजेंद्र बोड़ा ने बताया कि फिल्म फेस्टिवल में 30 अगस्त शुक्रवार को यूनाइटेड स्टेट्स से नानी, नॉर्वे से बर्ड्स, भारत से रंग, दाल रोटी, गट्टू, इज़राइल से मोनोपोल, पाकिस्तान से नायाब, स्पेन से एन्ड ऑफ़ ट्रिप सहारा जैसी प्रमुख फिल्में दिखाई जाएंगी।


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