हल्द्वानी में फिल्म देखकर लौट रही लड़कियों से बदसलूकी, 10 युवकों ने किया रास्ता ब्लॉक"


के कुमार आहूजा  2024-08-30 06:44:39



हल्द्वानी में फिल्म देखकर लौट रही लड़कियों से बदसलूकी, 10 युवकों ने किया रास्ता ब्लॉक"

हल्द्वानी में एक खौफनाक घटना ने महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। देर रात फिल्म देखकर लौट रही दो लड़कियों को 10 युवकों ने अपनी गाड़ियों से घेरकर परेशान किया, जिससे उनके जीवन पर खतरा मंडराने लगा। क्या उत्तराखंड की सड़कों पर अब महिलाएं सुरक्षित हैं?

लड़कियों के साथ गुंडागर्दी - शहर में बढ़ता असुरक्षा का माहौल: 

हल्द्वानी के मुखानी रोड पर Sacred Heart School के पास रात के अंधेरे में दो गाड़ियों में सवार 10 युवकों ने फिल्म देखकर लौट रही दो लड़कियों को 25 मिनट तक परेशान किया। ये घटना उस वक्त घटित हुई जब लड़कियां अपनी गाड़ी में घर लौट रही थीं। एक गाड़ी, काले रंग की स्कॉर्पियो, ने उनका रास्ता ब्लॉक कर दिया और दूसरी गाड़ी, सफेद निओस i20, पीछे से लगातार पीछा कर रही थी। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और चार युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया।

पीड़िता का बयान - रात भर डर के साए में जीना पड़ा: 

पीड़िता प्राची जोशी ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर इस खौफनाक अनुभव को साझा किया। उन्होंने बताया कि कैसे वे दोनों लड़कियां इस भयानक स्थिति से मुश्किल से बच पाईं। जब युवकों ने दूसरी बार उन्हें पूरी तरह से ब्लॉक कर दिया था, तभी एक स्कूटर सवार की उपस्थिति ने उन्हें भागने का मौका दिया। प्राची ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए पुलिस प्रशासन को भी आड़े हाथों लिया और पूछा कि क्या शहर में शांति और सुरक्षा इस तरह से बनाए रखी जा रही है?

पुलिस की कार्रवाई - समाज में बढ़ते अपराध पर लगाम लगाने का प्रयास: 

इस घटना के वायरल होने के बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की। नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रह्लाद नारायण मीणा ने घटना की गंभीरता को समझते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए। चार आरोपियों - नरेंद्र बिष्ट, रोहित तिवारी, पंकज रावत, और अमन कपूर - को गिरफ्तार कर लिया गया और उनकी गाड़ियों को भी जब्त कर लिया गया।

महिला सुरक्षा पर उठे सवाल - क्या उत्तराखंड में महिलाएं सुरक्षित हैं? 

इस घटना ने न केवल हल्द्वानी बल्कि पूरे उत्तराखंड में महिला सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। जहां एक ओर समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान की बात होती है, वहीं दूसरी ओर इस तरह की घटनाएं यह साबित करती हैं कि अब भी समाज में गुंडागर्दी और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है।

समाज की जिम्मेदारी - महिलाओं की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत: 

इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है। यह आवश्यक है कि पुलिस प्रशासन, समाज और सरकार मिलकर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी रणनीतियां अपनाएं।

हल्द्वानी की यह घटना समाज के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा करती है कि क्या महिलाएं हमारे समाज में सुरक्षित हैं? इस घटना ने न केवल महिला सुरक्षा पर सवाल उठाया है, बल्कि पुलिस प्रशासन की सक्रियता और जिम्मेदारी पर भी ध्यान आकर्षित किया है।


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