सीएम भजनलाल बोले- अच्छा काम करने वालों को पुरस्कार, अपराधियों से मिलीभगत पर करेंगे दंडित 


के कुमार आहूजा  2024-08-30 06:40:03



सीएम भजनलाल बोले- अच्छा काम करने वालों को पुरस्कार, अपराधियों से मिलीभगत पर करेंगे दंडित 

सीएम भजनलाल शर्मा ने गुरुवार को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में दो दिवसीय पुलिस ऑफिसर्स कॉन्फ्रेंस पुलिसिंग विद एक्सीलेंस-द वे फॉरवर्ड का शुभारंभ किया। इस मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जो अच्छा काम कर रहे हैं. उन्हें पुरस्कार मिले और जिनकी अपराधियों से सांठगांठ है, उनको चिन्हित कर उनकी सूची बनाइए। उन्हें दंडित करना हम सबका काम है। आगे उन्होंने महिला सुरक्षा के लिए पुलिस बेड़े में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाने पर भी जोर दिया।

पुलिस को संसाधन मुहैया कराएगी सरकार  

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि जो अच्छा काम करते हैं। उन्हें ज्यादा से ज्यादा पुरस्कार मिलने चाहिए। लेकिन जो अपराधियों के साथ मिले हुए हैं, उन्हें चिन्हित कीजिए और उनकी सूची बनाइए। ऐसे लोगों को दंडित करना हम सबका काम है। ऐसे लोग आपके घर को बदनाम कर रहे हैं। क्या हम ऐसा बर्दाश्त कर सकते हैं? उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस के लिए संसाधन मुहैया करवाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इस मौके पर गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने भी संबोधित किया।

कुछ अच्छा-गलत करते हैं तो नजर में आ जाते हैं 

सीएम ने कहा कि कई बार व्यक्ति के मन में कई प्रकार की धारणाएं आ जाती हैं। कोई भी अच्छा या गलत करता है तो लोगों को पता चल ही जाता है। गलत काम होता है तो सबकी नजर रहती है। आप भले ही मुस्कुराते रहें, लेकिन पता आपको भी होता है और हमको भी जानकारी रहती है। सब लोग हमारे बारे में जानते हैं। हम अगर निष्ठा और ईमानदारी से काम करेंगे तो लोग हमें सिर-आंखों पर बिठाएंगे।

नशे की खेप कैसे पहुंच जाती है जिलों से पार 

उन्होंने नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि बड़ा ताज्जुब होता है जब पंजाब से नशे की खेप भरकर निकला ट्रक गुजरात की सीमा पर कहीं पकड़ा जाता है। रास्ते में सात जिलों को पार कर आखिर ट्रक वहां तक पहुंचता कैसे है? कहीं न कहीं कोई न कोई इसमें दोषी है। हमें इस पर विचार करना चाहिए। यह प्रवृत्ति ठीक नहीं है। कभी-कभी हमारे समाज के लिए दिक्कतें भी होती है। जब हम इस बात को भूल जाते हैं कि हम पुलिस के अधिकारी हैं।

जाति-रिश्तेदार काम नहीं आते 

उन्होंने कहा कि कोई भी हो, वह आपको तब तक ठीक प्रकार से देखेगा जब तक आप सही से काम करेंगे। जिस दिन मालूम पड़ जाएगा कि आप गलत हो तो आपको सब छोड़कर चले जाएंगे। यह मेरी जाति का है। यह मेरे परिवार का है। यह मेरा रिश्तेदार-नातेदार है। यह हमारी-आपकी सबकी कमजोरी है। कोई कुछ नहीं करता है। हमारा काम ही हमारे साथ होता है। लेकिन हम यह बात भूल जाते हैं।

महिला सुरक्षा के लिए बढ़ाएंगे महिला पुलिसकर्मियों की संख्या 

सीएम ने पुलिस अधिकारियों से पूछा कि जो आज आपकी तारीफ कर रहा है, वो आज से पहले आपके पास आया था क्या? आप कभी गर्दिश में होंगे तब आपके पास कौन-कौन आए थे? यह हकीकत है कि कोई नमस्कार करने भी नहीं आता है। यह चलती का नाम गाड़ी होता है। बाद में कोई पूछने नहीं आता है। वे बोले- महिला पुलिसकर्मियों की संख्या हमें बढ़ानी चाहिए। यह आने वाले समय के लिए बहुत जरूरी है। महिला अपराध रोकने और महिला सुरक्षा के लिए हमें हर जिले में कोई न कोई ऐसा काम करना होगा। जिससे हमारी बहनों का आत्मबल बढ़े।

एंटी चीटिंग सेल-एंटी गैंगस्टर फोर्स का दिखा असर 

मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 दिसंबर को हमारी सरकार बनी और 16 दिसंबर को अपराधमुक्त राजस्थान के लिए हमने एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया। पेपर लीक करने वाले माफिया पर कार्रवाई करने के लिए एक एसआईटी बनाई। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स और पेपर लीक की जांच के लिए बनी एसआईटी ने परिणाम देने के किए काम किया है। इनसे जुड़े सभी पुलिसकर्मियों का धन्यवाद।

सस्ता सोना खरीदकर ठगे जाने वाले भी दोषी 

मेवात में जगह-जगह पुलिस ने लिख रखा है कि नक्कालों से सावधान। सोने की ईंट खरीदने से बचे। लेकिन लोग उनकी चाल में आ जाते हैं। ऐसे लोग कहते हैं कि उनके साथ धोखा हो गया। सोने के बदले पीतल दे गया। सीएम बोले कि वो तो धोखा देकर गया लेकिन आप भी तो एक लाख के माल को पांच हजार रुपए में खरीद रहे थे। उससे बड़े दोषी तो आप हैं। इस तरह के धोखे में फंसने वाले किस लोभ में फंसे हैं? उन पर भी कहीं न कहीं कोई जुर्म बनता है। लेकिन हम उनकी तरफ ध्यान नहीं देते हैं। जबकि वो भी कोई साहूकार नहीं हैं। उसके साथ भी कोई ऐसा व्यवहार करने की आवश्यकता नहीं है। ऐसे लोगों के साथ कड़ा व्यवहार किया जाए। जो सस्ते में माल खरीदते हैं।

पुलिसिंग में नवाचार जरूरी 

इस अवसर पर डीजीपी उत्कल रंजन साहू ने कहा कि यह कॉन्फ्रेंस पुलिसिंग प्रणाली की समस्या पर विचार विमर्श और आने वाली चुनौतियीं पर मंथन करने का मंच है। इस कॉन्फ्रेंस में दो दिन में 12 खास सेशंस होंगे। इसका मुख्य उद्देश्य अपराध नियंत्रण है। पुलिस बल को सशक्त बनाने के लिए पुलिसिंग में नवाचार जरूरी है। गृह विभाग के एसीएस आनंद कुमार ने कहा कि इस आयोजन के सभी विषय पुलिस के लिए प्रासंगिक हैं। राजस्थान पुलिस ने साबित किया है कि वह हर परिस्थिति से निपटने में सहायक है। पुलिस को अपराध रोकने के नए तरीके तलाश करने पड़ेंगे। साइबर अपराधियों के सामने पुलिस भी असहाय है। जेल से संगठित अपराध पर भी नियंत्रण जरूरी है।

 

वहीं, मुख्य सचिव, सुधांश पंत ने कहा कि अपराध नियंत्रण मुख्यमंत्री की प्राथमिकता है। उन्होंने एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स और एंटी चीटिंग टास्क फोर्स बनाई और प्रदेश में कानून का शासन फिर से लागू करने में सफलता हासिल की है। इससे देश में राजस्थान की छवि अच्छी बनी है। ऑपरेशन एंटी वायरस से साइबर क्राइम में कमी आई है। सीएम ने बजट में एंटी नारकोटिक्स सेल बनाने की घोषणा भी की है।

उन्होंने कहा कि जमीनी हकीकत पता करने के लिए बड़े अधिकारियों को थानों का नियमित औचक निरीक्षण करना जरूरी है। जेल रिफॉर्म में अच्छे प्रयास हुए हैं। जिन्हें और आगे ले जाने की दरकार है। पहले अभय कमांड सेंटर सिर्फ जयपुर में था। अब हर जिले में अभय कमांड सेंटर बने हैं। इससे प्रो-एक्टिव पुलिसिंग में काफी मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि कोलकाता दुष्कर्म केस के बाद लोगों में संवेदनशीलता बढ़ी है। अस्पतालों में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की दरकार है।


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