UPI: अंतरराष्ट्रीय भुगतान के क्षेत्र में भारत की नयी क्रांति, आरबीआई गवर्नर का ऐतिहासिक विजन


के कुमार आहूजा  2024-08-27 07:13:15



UPI: अंतरराष्ट्रीय भुगतान के क्षेत्र में भारत की नयी क्रांति, आरबीआई गवर्नर का ऐतिहासिक विजन

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने हाल ही में UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) को अंतरराष्ट्रीय सीमा पार भुगतान के क्षेत्र में एक सस्ता और तेज विकल्प बनाने की संभावनाओं पर जोर दिया है। उनके अनुसार, UPI न केवल भारतीय वित्तीय तंत्र को सशक्त बना रहा है, बल्कि इसके अंतरराष्ट्रीय प्रयोग की संभावनाएं भी उज्जवल हैं। इस दिशा में आरबीआई की नीतियां और पहलें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं, जो भारत को वैश्विक वित्तीय मानचित्र पर मजबूत स्थिति में लाने की ओर अग्रसर हैं।

आरबीआई की महत्वाकांक्षी पहलें

आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे भारत का डिजिटल पेमेन्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर, विशेष रूप से UPI, अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी अपनी पहचान बना सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि UPI का इंटरऑपरेबिलिटी और इसकी सुलभता ने इसे एक अद्वितीय और प्रभावी उपकरण बनाया है।

DPI का योगदान

दास ने डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर (DPI) के योगदान की भी सराहना की, जिससे भारत ने वित्तीय समावेशन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है। उन्होंने यह बताया कि DPI के कारण भारत ने मात्र एक दशक में वह हासिल किया है जो अन्यथा वर्षों में भी नहीं हो पाता।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की चुनौती

गवर्नर दास ने वित्तीय संस्थानों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से संबंधित खतरों के प्रति भी आगाह किया। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि इन नई तकनीकों का प्रयोग करते समय जोखिमों का समुचित प्रबंधन आवश्यक है ताकि वित्तीय क्षेत्र को किसी भी प्रकार की अस्थिरता से बचाया जा सके।

यूनिफाइड लेंडिंग इंटरफेस (ULI)

दास ने यूनिफाइड लेंडिंग इंटरफेस (ULI) के बारे में भी जानकारी दी, जो वर्तमान में पायलट चरण में है। उन्होंने बताया कि ULI को जल्द ही राष्ट्रीय स्तर पर लॉन्च किया जाएगा, जिससे लोन प्रक्रियाओं को और अधिक सरल और पारदर्शी बनाया जा सकेगा।

UPI का वैश्विक विस्तार

UPI की सफलता केवल भारत तक सीमित नहीं है। इसका विस्तार अब अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी हो रहा है, जिससे सीमा पार भुगतान को और अधिक सुलभ और सरल बनाया जा सकेगा। दास ने यह भी बताया कि UPI और सिंगापुर के PayNow के बीच की कनेक्टिविटी ने इसकी वैश्विक महत्वाकांक्षाओं को और अधिक सशक्त किया है।

भारतीय वित्तीय तंत्र की साख को बढ़ाया

शक्तिकांत दास के अनुसार, UPI और अन्य डिजिटल भुगतान प्रणालियों ने भारत को न केवल वित्तीय समावेशन में अग्रणी बनाया है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भारतीय वित्तीय तंत्र की साख को बढ़ाया है। अब वक्त है जब इन पहलों को और अधिक सशक्त बना कर भारत को वैश्विक वित्तीय मानचित्र पर मजबूती से स्थापित किया जाए।


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