13 लाख की लूट का पर्दाफाश: अजमेर पुलिस ने 5 मोस्ट वांटेड अपराधियों को धर दबोचा


के कुमार आहूजा  2024-08-22 07:30:53



13 लाख की लूट का पर्दाफाश: अजमेर पुलिस ने 5 मोस्ट वांटेड अपराधियों को धर दबोचा

अजमेर जिले में 13 लाख 55 हजार की लूट का मामला सामने आया, जिसने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। एक सुनियोजित तरीके से अंजाम दी गई इस डकैती का भांडा फोड़ते हुए, अजमेर पुलिस ने पांच मोस्ट वांटेड अपराधियों को गिरफ्तार किया। इस गिरफ्तारी ने न केवल अपराधियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया, बल्कि जनता में सुरक्षा की भावना भी बढ़ाई है।

डकैती की रात: जब 13 लाख की लूट हुई 

24 जून 2024 की रात को अजमेर में हुई एक बड़ी डकैती ने सभी को चौंका दिया। शिशपाल गुर्जर नामक व्यक्ति, जो मोबाइल की दुकान चलाता था, उस रात अपने दोस्तों के कहने पर 13 लाख 55 हजार रुपये लेकर एक जगह पहुंचा। रात के करीब 8 बजे, जब वह इन्द्रा कॉलोनी में एक व्यक्ति से बातचीत कर रहा था, तभी एक कार में सवार नकाबपोश बदमाशों ने उससे पैसे से भरा बैग छीन लिया और फरार हो गए।

कैसे रची गई थी डकैती की साजिश?

इस डकैती की साजिश सुनियोजित तरीके से रची गई थी। शिशपाल के जानकार, पदम गुर्जर ने पहले उसे पैसे लाने को कहा और फिर पैसे की फोटो खिंचवाई। इसके बाद, पदम के इशारे पर ईश्वर नाम का एक युवक वहां पहुंचा, और कुछ ही देर में नकाबपोश बदमाशों की गाड़ी आई, जिसने शिशपाल से बैग छीन लिया। यह पूरी घटना इतनी तेजी से हुई कि शिशपाल कुछ समझ नहीं पाया जिसके बाद उसने पुलिस को सूचना दी।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई: बदमाशों की धरपकड़

घटना की सूचना मिलते ही अजमेर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र कुमार बिश्नोई के आदेश पर, एक विशेष पुलिस टीम गठित की गई, जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार और पुलिस उप अधीक्षक महीपाल चौधरी के निर्देशन में कार्रवाई की गई। इस टीम ने न केवल घटना की जांच की, बल्कि 20 अगस्त 2024 को पांच वांछित अपराधियों को गिरफ्तार करने में भी सफलता प्राप्त की।

गिरफ्तार हुए अपराधी: कौन हैं ये मोस्ट वांटेड?

गिरफ्तार किए गए पांच अपराधियों में से प्रत्येक का अपराध की दुनिया में गहरा इतिहास है। जिनके नाम हैं:

 राजेन्द्र उर्फ लक्की - 27 वर्षीय राजेन्द्र, सांवतसर के गुर्जरो की ढाणी का निवासी है और अपराध की दुनिया में पहले से ही कई मामलों में वांछित था।

 अर्जुन उर्फ कोहीनूर - 19 वर्षीय अर्जुन, सांवतसर के मदनेश गौशाला रोड का निवासी है और उसका नाम भी पुलिस के टॉप 10 वांछित अपराधियों में शामिल था।

रामरतन उर्फ जोजो - 26 वर्षीय रामरतन, देवजी मंदिर के पास सांवतसर का निवासी है और उसके खिलाफ भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।

 गणेश मोस्टर - 28 वर्षीय गणेश, सांवतसर के देवजी मंदिर के पास का निवासी है और उसके खिलाफ भी आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने के आरोप हैं।

 लोकेश उर्फ लाठा - 19 वर्षीय लोकेश, सांवतसर के गुर्जरो की ढाणी का निवासी है और उसका नाम भी वांछित अपराधियों में शामिल था।

वहीं, पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र कुमार बिश्नोई ने जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले में मुल्जिमान 1.पदम कुमार गुर्जर, 2.पूनम चन्द व 3.रामनिवास को पूर्व में गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भिजवाया जा चुका है तथा डकैती के 10,50,000 रूपये बरामद किया जा चुके है।

पुलिस की मुस्तैदी: गिरफ्तारियों से लेकर बरामदगी तक

अजमेर पुलिस की मुस्तैदी ने इस मामले में बड़ी सफलता हासिल की। पुलिस ने न केवल पांच मोस्ट वांटेड अपराधियों को गिरफ्तार किया, बल्कि उनके पास से डकैती के 10 लाख 50 हजार रुपये भी बरामद किए। यह सफलता पुलिस की त्वरित कार्रवाई और तकनीकी जांच की ताकत को दर्शाती है। पुलिस की इस सफलता ने क्षेत्र में सुरक्षा के प्रति विश्वास को और मजबूत किया है।

पुलिस टीम का सराहनीय योगदान: एक मिशन की तरह काम किया

इस पूरे मामले में अजमेर पुलिस की विशेष टीम का योगदान सराहनीय रहा। थानाधिकारी शम्भू सिंह शेखावत के नेतृत्व में पुलिस टीम ने इस मिशन को एक चुनौती की तरह लिया और अंततः सफलता हासिल की। इस टीम में शामिल सभी पुलिसकर्मियों ने अपने कर्तव्य का निर्वाहन करते हुए अपराधियों को गिरफ्तार करने में अपनी भूमिका निभाई। कार्यवाही करने वालों में ये शामिल रहे:

 शम्भू सिंह शेखावत पुनि. थानाधिकारी पुलिस थाना मदनगंज जिला अजमेर।

सत्येन्द्र सिंह सउनि पुलिस थाना मदनगंज जिला अजमेर।

 बजरंग कानि 1415 पुलिस थाना मदनगंज जिला अजमेर।

विनोद कानि 2009 पुलिस थाना मदनगंज जिला अजमेर।

रामराज कानि 1482 पुलिस थाना मदनगंज जिला अजमेर।

दातार भादू कानि 1563 पुलिस थाना मदनगंज जिला अजमेर।

 जयराम कानि 934 पुलिस थाना मदनगंज जिला अजमेर।

दीपक सिंह कानि 2590 पुलिस थाना मदनगंज जिला अजमेर।

 देवेन्द्र सिंह हैड कानि. 2011 रिजर्व पुलिस लाईन अजमेर।

आशीष हैड़ कानि. 2042 रिजर्व पुलिस लाईन अजमेर।

 अभय सिंह कानि 2848 रिजर्व पुलिस लाईन अजमेर।

 करतार कानि. 1194 रिजर्व पुलिस लाईन अजमेर।

 कालूराम कानि. 2439 रिजर्व पुलिस लाईन अजमेर।

निष्कर्ष: कानून का राज और सुरक्षा का भरोसा

अजमेर पुलिस की इस कार्रवाई ने क्षेत्र में कानून का राज और सुरक्षा का भरोसा फिर से स्थापित कर दिया है। इस घटना से न केवल अपराधियों के मंसूबों पर पानी फिर गया, बल्कि समाज में एक सकारात्मक संदेश भी गया कि कानून की नजर से कोई नहीं बच सकता। पुलिस की इस सफलता ने साबित कर दिया कि अपराधियों का कोई भी प्रयास कानून और न्याय के सामने नहीं टिक सकता।


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