डिजिटल सखियों ने स्वतंत्रता दिवस पर विकसित भारत 2047 का संदेश दिया
के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा 2024-08-16 17:18:55
डिजिटल सखियों ने स्वतंत्रता दिवस पर विकसित भारत 2047 का संदेश दिया
देश की समृद्धि की दिशा में नए प्रयासों की शुरुआत
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जब पूरा देश तिरंगे के सम्मान में झूम रहा था, गोरखपुर के पिपराइच क्षेत्र में डिजिटल सखियों ने एक ऐसा संदेश दिया जो हर भारतीय के दिल में जोश और जिम्मेदारी का संचार कर गया। यह समारोह न सिर्फ स्वतंत्रता की याद दिलाने वाला था, बल्कि विकसित भारत 2047 के लक्ष्य की ओर प्रेरित करने वाला भी था।
स्वतंत्रता दिवस का उत्साह और डिजिटल सखियों की पहल
पिपराइच के विकासखंड में जब डिजिटल सखियों ने झंडोत्तोलन किया, तो वहां उपस्थित लोगों का हौसला चरम पर था। स्वतंत्रता दिवस के 78वें वर्ष में, डिजिटल सखी परियोजना के तहत एल एंड टी फाइनेंस और बायफ लायवलीहुडस के सहयोग से इस समारोह का आयोजन किया गया। इस आयोजन ने न केवल स्वतंत्रता दिवस का उत्साह बढ़ाया बल्कि विकसित भारत 2047 के संदेश को भी प्रमुखता से प्रस्तुत किया।
विकसित भारत 2047 का महत्व
डिजिटल सखियों ने इस अवसर का उपयोग देश को स्वच्छ, सुंदर और स्वस्थ बनाने के संदेश को फैलाने के लिए किया। 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के उद्देश्य से सरकार के प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिए यह समारोह एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ। इस समारोह के माध्यम से, डिजिटल सखियों ने समाज के हर वर्ग को इस दिशा में योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
महिला सशक्तिकरण और डिजिटल क्रांति का संदेश
डिजिटल सखी परियोजना का प्रमुख उद्देश्य महिलाओं को डिजिटल रूप से सशक्त बनाना है, और इस समारोह में यह बात प्रमुखता से उभर कर आई। डिजिटल सखियों ने रैली के माध्यम से देश को प्लास्टिक मुक्त बनाने, वृक्षारोपण को बढ़ावा देने और नवीन डिजिटल प्रणालियों से जुड़ने का संदेश दिया। इसके साथ ही, महिलाओं को डिजिटल रूप से सक्षम बनाने और नशा एवं अपराध मुक्त समाज की स्थापना के प्रयासों पर भी जोर दिया गया।
स्थानीय समाज का सहयोग और सहभागिता
इस कार्यक्रम में ग्राम प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी, एनआरएलएम के अधिकारी, आशा बहु, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और प्रधानाध्यापक सहित कई महत्वपूर्ण लोग उपस्थित रहे। इस आयोजन ने समाज के हर वर्ग के सहयोग और सहभागिता को सुनिश्चित किया, जो विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को हासिल करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
ग्रामों की डिजिटल सखियों का योगदान
इस आयोजन में पिपराइच क्षेत्र के विभिन्न गांवों से डिजिटल सखियों ने हिस्सा लिया। ग्राम आराजी बनकट से डिजीटल सखी कंचन, ग्राम खझवा से डिजीटल सखी खुशबू चौरसिया, उनौला दोयम से डिजीटल सखी रंजना यादव, पिपरा मिगलान से डिजीटल सखी प्राची पाण्डेय, सोनवे गुनाराह से सुधा देवी, नईयापार से मीना देवी, चिलबिलवा से अनीता यादव, सारंडा से अंजनी विश्वकर्मा, रूद्रपुर से अनामिका गुप्ता, आराजी मतौनी से मनीषा देवी, कोनी से मेनिका पासवान, गोपालपुर से हेमा गिरी, उसका से मेनका सिंह, महुआ खुर्द से आशा, गौरा से सुनीता देवी, लुहसी से शीला देवी, नथुवा से रंजन सिंह, इस्लामपुर से गायत्री सिंह, हेमधापुर से पूजा मिश्रा आदि शामिल हुए। इसके साथ ही ग्राम प्रधान संतोष कुमार, हरिकेश प्रसाद, ब्रह्मा सिंह, अखिलेश चौहान, महेंद्र सिंह रघुवीर, संतोष सिंह सहित डिजिटल सखियों ने इस समारोह में भाग लिया और अपने योगदान से इसे सफल बनाया।
देश के विकास की दिशा में डिजिटल सखियों की भूमिका
डिजिटल सखियों की यह पहल न केवल गोरखपुर क्षेत्र में बल्कि पूरे देश में एक मिसाल बन सकती है। उनके द्वारा दिए गए संदेश और प्रयासों से यह स्पष्ट हो गया कि वे न केवल डिजिटल रूप से सशक्त हैं, बल्कि देश के विकास में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
समारोह की समाप्ति और भविष्य की योजनाएं
समारोह के अंत में, उपस्थित लोगों ने डिजिटल सखियों के प्रयासों की सराहना की और भविष्य में भी इस तरह के प्रयासों को जारी रखने का वचन दिया। विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को हासिल करने के लिए इस तरह के प्रयास न केवल जरूरी हैं, बल्कि देश की समृद्धि और विकास के लिए अनिवार्य भी हैं।