महिला डॉक्टर हत्याकांड: जांच में जुटी सीबीआई, विशेष चिकित्सा और फोरेंसिक टीम भी साथ में 


के कुमार आहूजा  2024-08-15 17:53:47



महिला डॉक्टर हत्याकांड: जांच में जुटी सीबीआई, विशेष चिकित्सा और फोरेंसिक टीम भी साथ में 

पश्चिम बंगाल में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला से दुष्कर्म और हत्या मामले में सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है। जांच एजेंसी में सीबीआई ने नई एफआईआर दर्ज की है। इसके मद्देनजर सीबीआई की दिल्ली से एक टीम मामले कोलकाता पहुंची। सीबीआई ने दिल्ली से एक विशेष चिकित्सा और फोरेंसिक टीम भेजी है। कोलकाता पहुंचने के बाद टीम सबसे पहले न्यू टाउन राजारहाट में बीएसएफ-दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के अधिकारियों से मिलने पहुंची। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने बीते दिन मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया था।

इससे पहले केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने हत्याकांड की जांच मंगलवार को अपने हाथ में ले ली थी। एजेंसी ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के कुछ ही घंटों के अंदर सभी औपचारिकताएं पूरी कर लीं थीं। कोर्ट ने राज्य पुलिस को मामले के दस्तावेज केंद्रीय जांच एजेंसी को सौंपने का निर्देश दिया गया था। हाईकोर्ट ने राज्य पुलिस को बुधवार सुबह 10 बजे तक केस डायरी सीबीआई को सौंपने का निर्देश दिया था।

क्या है मामला?

कोलकाता के सरकारी आरजी कर अस्पताल के सभागार में कथित तौर पर बलात्कार और हत्या की शिकार हुई स्नातकोत्तर प्रशिक्षु का शव शुक्रवार सुबह बरामद किया गया। इस सिलसिले में शनिवार को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था। पीड़िता के माता-पिता ने मामले की जांच अदालत की निगरानी में कराने की मांग करते हुए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। सीबीआई जांच की मांग को लेकर कई अन्य जनहित याचिकाएं भी दायर की गई थीं।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या?

प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि मृतका का यौन उत्पीड़न किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। पीड़िता की आंखों, मुंह और निजी अंगों से खून बह रहा था। उसके बाएं पैर, गर्दन, दाहिने हाथ, और होठों पर भी चोटें लगीं थीं।

आरोपी के बारे में जानिए

 

कोलकाता पुलिस ने मामले में 33 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। वह 2019 में एक नागरिक स्वयंसेवक के रूप में कोलकाता पुलिस में शामिल हुआ था। आरोपी एक प्रशिक्षित मुक्केबाज है और वह पिछले कुछ वर्षों में कुछ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के करीब आ गया था। इसके बाद उसे कोलकाता पुलिस कल्याण बोर्ड में स्थानांतरित कर दिया गया और आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पुलिस चौकी में तैनात कर दिया गया।

साक्ष्यों को मिटाने के प्रयास 

मामले में कल शाम से एक विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमे यह दावा किया जा रहा है कि आरजी कर अस्पताल ने रिनोवेशन के नाम पर साक्ष्यों को मिटाना शुरू कर दिया है। बता दें कि कोलकाता हाई कोर्ट ने मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे जिसके तुरंत बाद अस्पताल में घटना स्थल से महज 20 मीटर दूर तोड़-फोड़ शुरू कर दी।


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