भारत-बांग्लादेश सीमा पर सख्ती, BGB और BSF के बीच हुई कई बैठकें


के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा   2024-08-14 09:02:44



भारत-बांग्लादेश सीमा पर सख्ती, BGB और BSF के बीच हुई कई बैठकें

बांग्लादेश में जब से छात्रों का संघर्ष शुरू हुआ है, उसके बाद से पड़ोसी देश में तस्वीरें बदल गई है। कई तस्वीरों ने सभी को झकझोर रख दिया। इसमें कभी मंदिरों में तोड़-फोड़ तो कभी जातीय हिंसा, तो कभी सरकारी संस्थानों को तहस नहस करने की तस्वीरें सामने आयी है। वहीं भारत-बांग्लादेश सीमा पर हजारों लोगों का जमा होना एक चिंता का विषय बन गया है। 

BSF और BGB के बीच 83 फ्लैग मीटिंग

इन सबके बीच गृह मंत्रालय के निर्देशों के अनुरूप भारत-बांग्लादेश सीमा पर वर्तमान स्थिति की निगरानी के लिए सदस्यों की एक बैठक 10 अगस्त को आयोजित की गई। बीएसएफ ने जानकारी देते हुए बताया कि इसके अलावा, बीएसएफ महानिदेशक के निर्देशों पर समिति के सदस्यों ने अपने समकक्षों के साथ संवाद किया। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) ने पिछले तीन दिनों में कई स्तरों पर लगभग 83 फ्लैग मीटिंग की हैं। इसके अलावा, दोनों सीमा सुरक्षा बलों ने पूर्वी कमान जिम्मेदारी क्षेत्र (एओआर) के संवेदनशील सीमावर्ती क्षेत्रों में एक साथ लगभग 241 मौकों पर एक साथ मिलकर गश्त की थी।

बीएसएफ अधिकारियों ने की बीजीबी की सराहना

वहीं बांग्लादेशी नागरिकों को सीमा पर आने से रोकने में बीजीबी की भूमिका की सराहना करते हुए, बीएसएफ अधिकारियों ने बांग्लादेश में भारतीय नागरिकों और अल्पसंख्यक समुदायों से संबंधित लोगों की सुरक्षा की रक्षा करने पर जोर दिया। बता दें कि कि बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) न केवल अंतर्राष्ट्रीय सीमा संचालन मामलों पर बीएसएफ के साथ सहयोग कर रहा है, बल्कि अपने नागरिक अधिकारियों के सहयोग से बांग्लादेश में भारतीय नागरिकों और अल्पसंख्यक समुदायों से संबंधित लोगों की सुरक्षा के लिए सभी कदम उठा रहा है। 

9 अगस्त को बीजीबी ने जीरो लाइन पर संभाला था मोर्चा

इस कड़ी में 9 अगस्त को जब 1,500 बांग्लादेशी नागरिक बांग्लादेश के अंदर कूचबिहार-लालमोनिरहाट जिले की सीमा पर जीरो लाइन के पास जमा हुए थे, तब बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश ने बांग्लादेश के लालमोनिरहाट जिले के नागरिक अधिकारियों के साथ मिलकर उन्हें वापस लौटने के लिए मनाने का प्रयास किया।


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