गुरुग्राम बना जलग्राम: भारी बारिश के बाद शहर में हाहाकार, यातायात ठप


के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा   2024-08-13 06:04:39



गुरुग्राम बना जलग्राम: भारी बारिश के बाद शहर में हाहाकार, यातायात ठप

गुरुग्राम में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश ने शहर को जलमग्न कर दिया है। बारिश के बाद हुए जलभराव ने न केवल लोगों के जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है, बल्कि यातायात भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। कई मुख्य सड़कें और एक्सप्रेसवे नदी जैसे दिख रहे हैं, जिससे शहर में हर जगह जाम की स्थिति बन गई है। यह जलभराव गुरुग्राम के प्रशासन और उसकी तैयारियों पर सवाल खड़े कर रहा है।

गुरुग्राम, जिसे देश का आईटी हब और व्यापारिक केंद्र माना जाता है, भारी बारिश के कारण जलभराव से जूझ रहा है। पिछले 48 घंटों में हुई मूसलधार बारिश ने शहर के प्रमुख क्षेत्रों को जलमग्न कर दिया है, जिसमें गोल्फ कोर्स रोड, डीएलएफ फेज 1, सोहना रोड और एनएच-48 प्रमुख रूप से प्रभावित हुए हैं। गुरुग्राम-जयपुर एक्सप्रेसवे और दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर पानी का जमावड़ा होने से यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है।

शहर के कई हिस्सों जैसे कि सेक्टर 30, 40, 45, 51, पालम विहार और शीतला कॉलोनी में जलभराव के कारण लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं। कुछ स्थानों पर, पानी घरों के अंदर तक घुस गया है, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन की ओर से राहत कार्य शुरू कर दिए गए हैं, लेकिन स्थिति सामान्य होने में समय लगेगा।

इस बार की बारिश ने गुरुग्राम नगर निगम और गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (GMDA) की तैयारियों की पोल खोल दी है। पिछले कुछ वर्षों में, प्रशासन ने कई योजनाओं की घोषणा की थी, जिनमें प्रमुखता से जलभराव के स्थलों पर हाई-पॉवर पंप लगाना और नई ड्रेनेज सिस्टम की स्थापना शामिल थी। बावजूद इसके, हालात पहले जैसे ही बने हुए हैं। गुरुग्राम के निवासी अब प्रशासन से त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

गुरुग्राम में जलभराव की समस्या नई नहीं है। हर साल मॉनसून के दौरान, शहर की प्रमुख सड़कों पर जलभराव होता है, जिससे यातायात ठप हो जाता है। पिछले वर्षों में, प्रशासन ने कई बार इस समस्या के समाधान के लिए योजनाओं की घोषणा की है, लेकिन जमीनी स्तर पर उनका प्रभाव दिखाई नहीं देता। उदाहरण के तौर पर, 2021 और 2022 में भी भारी बारिश के बाद शहर में जलभराव की स्थिति बनी थी, और तब भी प्रशासन ने इसे जल्द ही हल करने का आश्वासन दिया था।


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