क्या ओलंपिक के नियमों में है दोहरापन? विनेश फोगाट के डिसक्वालिफिकेशन पर उठा सवाल  


के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा   2024-08-12 07:15:49



क्या ओलंपिक के नियमों में है दोहरापन? विनेश फोगाट के डिसक्वालिफिकेशन पर उठा सवाल  

पेरिस ओलंपिक 2024 में विनेश फोगाट को महज 100 ग्राम वजन अधिक होने के कारण डिसक्वालिफाई कर दिया गया, जिससे खेल जगत में हलचल मच गई है। लेकिन इस सबके बीच एक और बड़ा सवाल खड़ा हो गया है: कैसे एक पुरुष बॉक्सर को महिला बॉक्सर से लड़ने दिया गया? यह मामला खेल के नियमों की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। आइए, जानते हैं पूरी कहानी और इससे जुड़े विवादों के बारे में।

विनेश फोगाट का विवादास्पद डिसक्वालिफिकेशन

भारत की स्टार महिला पहलवान विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक 2024 के महिला 50 किग्रा भार वर्ग में डिसक्वालिफाई कर दिया गया, जिसका कारण बताया गया कि उनका वजन निर्धारित सीमा से 100 ग्राम अधिक था। इस छोटे से अंतर के कारण उन्हें फाइनल से बाहर कर दिया गया, जिससे न केवल भारत में बल्कि पूरे खेल जगत में नाराजगी और निराशा फैली है। विनेश फोगाट के डिसक्वालिफिकेशन के बाद खेल जगत से जुड़े कई बड़े नाम और उनके समर्थक इस फैसले के खिलाफ खड़े हो गए हैं। उनके अनुसार, नियमों का पालन होना चाहिए, लेकिन यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि वे सभी पर समान रूप से लागू हों।

क्या था नियम और कैसे हुआ उल्लंघन?

ओलंपिक जैसे वैश्विक मंच पर नियमों का पालन आवश्यक है, लेकिन यह सवाल उठता है कि एक ही प्रतियोगिता में कुछ नियमों को इतनी सख्ती से लागू किया जाता है जबकि अन्य मामलों में लचीला दृष्टिकोण अपनाया जाता है। इस बार नियमों की आड़ में न्याय का पलड़ा शायद सही दिशा में नहीं झुका। एक और विनेश को महज 100 ग्राम वजन अधिक होने पर अयोग्य कर दिया गया जबकि एक पुरुष बॉक्सर को महिला बॉक्सर से लड़ने की अनुमति दी गई? यह सवाल आयोजन समिति की निष्पक्षता पर बड़ा सवालिया निशान खड़ा करता है। क्या यह सिर्फ एक चूक थी या इसके पीछे कुछ और था?

पिछले वर्षों की घटनाओं पर एक नजर

ओलंपिक खेलों में इस तरह के विवाद पहले भी सामने आए हैं, जहां नियमों का कठोर पालन खिलाड़ियों को न्याय दिलाने में विफल रहा है। पिछले ओलंपिक में भी ऐसे कई उदाहरण देखने को मिले थे, जहां नियमों की जटिलताओं के चलते खिलाड़ी खुद को असहाय महसूस करते हैं। ऐसे मामलों में खेल के नियमों की समीक्षा और उनका सुधार समय की मांग बन जाती है।

क्या होगा विनेश फोगाट का भविष्य?

विनेश फोगाट ने इस निर्णय के खिलाफ खेल पंचाट (CAS) में अपील की है। उनके समर्थन में कई खिलाड़ी और खेल प्रेमी खड़े हो गए हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि CAS का निर्णय क्या होता है और क्या विनेश को न्याय मिल पाता है? यह मामला न केवल उनके व्यक्तिगत करियर बल्कि ओलंपिक खेलों की विश्वसनीयता पर भी असर डाल सकता है।


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