RRTS सेवा का विस्तार: राजस्थान समेत 4 राज्यों में जल्द पहुंचेगी सेमी-हाई स्पीड ट्रेन
के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा 2024-08-09 08:39:30
RRTS सेवा का विस्तार: राजस्थान समेत 4 राज्यों में जल्द पहुंचेगी सेमी-हाई स्पीड ट्रेन
क्या आपको पता है कि राजस्थान सहित देश के चार राज्यों में सेमी-हाई स्पीड RRTS सेवा जल्द ही पहुंचने वाली है? जानिए इस मेगा प्रोजेक्ट के विस्तार से क्या बदलाव आएंगे।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड (NCRPB) ने NCR-2032 के लिए परिवहन पर एक विस्तृत फंक्शनल प्लान तैयार किया है, जो भारत के चार राज्यों में सेमी-हाई स्पीड रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) की सेवा को विस्तार देने के उद्देश्य से है। इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों को एक उच्च-गति, सुविधाजनक और सुरक्षित रेल नेटवर्क से जोड़ना है।
NCR में होगा व्यापक विस्तार, राजस्थान और यूपी के शहर भी होंगे शामिल
NCRPB के इस नए प्लान के तहत आठ RRTS कॉरिडोर की पहचान की गई है, जिनमें से कुछ का निर्माण कार्य भी शुरू हो चुका है। इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
दिल्ली-गुरुग्राम-रेवाड़ी-अलवर
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ
दिल्ली-सोनीपत-पानीपत
दिल्ली-फरीदाबाद-बल्लभगढ़-पलवल
दिल्ली-बहादुरगढ़-रोहतक
दिल्ली-शाहदरा-बड़ौत
गाजियाबाद-खुर्जा
गाजियाबाद-हापुड़
इस योजना के अंतर्गत हापुड़ और खुर्जा जैसे शहरों तक भी RRTS सेवा को विस्तारित किया जाएगा, जिससे इन क्षेत्रों में लोगों के लिए तेज़ और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित हो सकेगी।
तीन कॉरिडोर को प्राथमिकता
भारत के तत्कालीन योजना आयोग द्वारा नियुक्त टास्क फोर्स ने इन RRTS कॉरिडोर में से तीन को प्राथमिकता दी थी, जिनमें से दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर को पहले ही केंद्र सरकार से मार्च 2019 में मंजूरी मिल चुकी है। इस 82.15 किमी लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर पर तेज़ी से निर्माण कार्य चल रहा है, और 2025 तक इसे पूरी तरह से संचालित करने का लक्ष्य रखा गया है।
क्यों जरूरी है RRTS का यह विस्तार?
एनसीआर क्षेत्र में बढ़ते जनसंख्या घनत्व और तेजी से बढ़ते शहरीकरण ने इस क्षेत्र में एक उन्नत और तेज़ परिवहन नेटवर्क की जरूरत को बढ़ा दिया है। RRTS के आने से न केवल यातायात के दबाव में कमी आएगी, बल्कि लोगों को एक आधुनिक और कुशल परिवहन सेवा भी उपलब्ध होगी।
इस योजना के तहत हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के विभिन्न जिलों को कवर किया जाएगा। हरियाणा के 14 जिले, यूपी के 8 जिले, राजस्थान के अलवर और भरतपुर, और पूरी दिल्ली इस योजना के तहत आएंगे।
एनवायरमेंट कंट्रोल सिस्टम (ECS) से होगा यात्रा का अनुभव और भी बेहतर
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ RRTS कॉरिडोर के तहत बनाए जा रहे चार भूमिगत स्टेशनों पर एनवायरमेंट कंट्रोल सिस्टम (ECS) लगाया जा रहा है। यह सिस्टम स्टेशनों पर यात्रियों को निरंतर ताजी हवा, कूलिंग और वेंटिलेशन की सुविधा प्रदान करेगा। इस प्रणाली के माध्यम से यात्रियों को आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलेगा।
पिछले सालों की योजनाओं पर नज़र
NCRPB ने 2010 में पहली बार NCR क्षेत्र में परिवहन सुधार की योजना बनाई थी। इसके तहत, RRTS की अवधारणा को पहली बार प्रस्तुत किया गया। 2013 में, इस योजना को और अधिक विस्तारित किया गया, और विभिन्न कॉरिडोर की पहचान की गई।
कैसे बदलेगा RRTS का विस्तार आम जनता की जिंदगी?
RRTS का यह विस्तार न केवल यात्रियों को तेज़ी से उनके गंतव्य तक पहुंचाएगा, बल्कि NCR क्षेत्र में आर्थिक और सामाजिक विकास को भी प्रोत्साहित करेगा। यह योजना छोटे शहरों को भी बड़े शहरों के साथ जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
इसके अलावा, RRTS की इस योजना से पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि इससे सड़क यातायात में कमी आएगी और प्रदूषण के स्तर में सुधार होगा।
आरआरटीएस से क्या होगा आम जनता को लाभ?
तेज़ और कुशल यात्रा: RRTS के माध्यम से यात्रियों को एक सुरक्षित, तेज़ और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा।
पर्यावरण संरक्षण: इस योजना के तहत प्रदूषण कम होगा, जिससे एनसीआर क्षेत्र की वायु गुणवत्ता में सुधार होगा।
आर्थिक विकास: छोटे शहरों और कस्बों को बड़े शहरों से जोड़ने से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा मिलेगा।