बीकानेर में बढ़ रहा देहदान का जज्बा: रूखमा देवी, रवीन्द्र और सुधीरचंद ने लिया देहदान का संकल्प 


के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा   2024-08-09 08:19:56



बीकानेर में बढ़ रहा देहदान का जज्बा: रूखमा देवी, रवीन्द्र और सुधीरचंद ने लिया देहदान का संकल्प 

बीकानेर में देहदान के प्रति जागरूकता का असर अब दिखाई देने लगा है। जानिए कैसे 50 वर्षीय रूख्मा देवी, उनके पति रवीन्द्र कुमार सिद्धार्थ, और 60 वर्षीय सुधीरचंद ने मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में एक अनोखा योगदान देकर समाज को प्रेरित किया।

देहदान की अनूठी पहल: एक नई उम्मीद

बीकानेर के सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को एक खास अवसर पर देहदान का संकल्प पत्र भरा गया, जो समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकता है। देहदान के इस सराहनीय कदम के तहत 50 वर्षीय रूख्मा देवी, उनके 57 वर्षीय पति रवीन्द्र कुमार सिद्धार्थ और 60 वर्षीय सुधीरचंद ने मरणोपरांत अपने शरीर को मेडिकल कॉलेज में दान करने का संकल्प लिया। यह निर्णय उन्होंने सामाजिक कार्यकर्ता और पूर्व आईपीएस मदन गोपाल मेघवाल की प्रेरणा से लिया।

प्राचार्य डॉ. गुंजन सोनी का योगदान

सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गुंजन सोनी द्वारा समाज में देहदान के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए चलाए जा रहे अभियान का यह परिणाम है कि लोग अब इस दिशा में सक्रियता से आगे बढ़ रहे हैं। प्राचार्य डॉ. गुंजन सोनी ने इस अवसर पर सभी दानदाताओं को बधाई देते हुए कहा कि आपके इस निर्णय से समाज में जागरूकता बढ़ेगी और भविष्य में कुशल चिकित्सकों की उपलब्धता में आपके योगदान को सराहा जाएगा।

सामाजिक कार्यकर्ताओं की प्रेरणा से बढ़ रहा देहदान

मदन गोपाल मेघवाल की प्रेरणा से ही यह संभव हो पाया कि रूख्मा देवी, रवीन्द्र कुमार और सुधीरचंद ने मरणोपरांत अपने शरीर को दान करने का संकल्प लिया। उन्होंने समाज के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है कि कैसे मृत्यु के बाद भी मानवता की सेवा की जा सकती है।

सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज में देहदान की बढ़ती संख्या

महाविद्यालय के शरीर रचना विभाग की डॉ. गरीमा खत्री ने जानकारी दी कि 8 अगस्त 2024 तक कुल 514 देहदान संकल्प पत्र प्राप्त हो चुके हैं, जिनमें से 67 बॉडी डोनेशन के रूप में कॉलेज को प्राप्त हुए हैं। डॉ. गुंजन सोनी के प्राचार्य पद ग्रहण करने के बाद से अब तक कुल 120 देहदान संकल्प पत्र भरे जा चुके हैं, जो समाज में बढ़ती जागरूकता का प्रमाण है।

पिछले वर्षों का देहदान अभियान: एक नजर

पिछले कुछ वर्षों में सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज ने देहदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। कॉलेज प्रशासन ने विभिन्न संगठनों के साथ मिलकर जागरूकता अभियान चलाए हैं, जिसमें सेमिनार, वर्कशॉप, और सामुदायिक बैठकों का आयोजन किया गया है। इसके परिणामस्वरूप, बीकानेर के नागरिकों में देहदान के प्रति एक सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित हुआ है।

आगे की राह: देहदान से जुड़े सामाजिक बदलाव

देहदान का यह कदम न केवल चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि समाज में भी एक बड़ा बदलाव लाने की क्षमता रखता है। इससे न केवल मेडिकल छात्रों को अपने अध्ययन के लिए आवश्यक सामग्री मिलेगी बल्कि समाज में मानवता की भावना भी प्रबल होगी। यह अभियान अन्य राज्यों और शहरों में भी प्रेरणा का स्रोत बन सकता है, जिससे देहदान के प्रति जागरूकता और भी बढ़ेगी।


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