साइबर क्राइम से सुरक्षा: अजमेर के बड़लिया इंजीनियरिंग कॉलेज में आयोजित हुई विशेष कार्यशाला


के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा   2024-08-09 06:58:57



साइबर क्राइम से सुरक्षा: अजमेर के बड़लिया इंजीनियरिंग कॉलेज में आयोजित हुई विशेष कार्यशाला

क्या आप जानते हैं कि साइबर क्राइम से कैसे बच सकते हैं? अजमेर के बड़लिया स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज में आयोजित कार्यशाला में साइबर सुरक्षा के महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा हुई, जिसे जानना आपके लिए जरूरी है।

अजमेर के बड़लिया स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज में 8 अगस्त को साइबर क्राइम अवेयरनेस पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में साइबर क्राइम के बढ़ते खतरों और उससे बचाव के तरीकों पर व्यापक चर्चा हुई। कार्यशाला में मुख्य अतिथि और प्रमुख वक्ता अजमेर जिले के पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार बिशनोई थे। उन्होंने छात्रों को साइबर क्राइम से बचने के तरीकों के बारे में जागरूक किया और वास्तविक केस स्टडीज के माध्यम से उन्हें साइबर हमलों से बचने के उपाय बताए।

साइबर क्राइम के खतरों पर विशेषज्ञों की चेतावनी

पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार बिश्नोई ने छात्रों से सीधे संवाद करते हुए सोशल मीडिया के अत्यधिक उपयोग से होने वाले खतरों के बारे में भी चेतावनी दी। उन्होंने बताया कि कैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अधिक समय बिताना हमारे व्यक्तिगत और वित्तीय सुरक्षा के लिए खतरनाक हो सकता है। उन्होंने बताया कि साइबर क्रिमिनल्स अक्सर सोशल मीडिया के जरिए लोगों को निशाना बनाते हैं, जिससे उनकी पहचान और वित्तीय जानकारी चुराई जा सकती है।

समाज सेवक प्रकाश चंद जैन ने भी साझा की महत्वपूर्ण जानकारी

इस कार्यशाला में समाज सेवक प्रकाश चंद जैन ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने साइबर क्राइम से बचने के तरीकों पर प्रकाश डाला और बताया कि अजमेर पुलिस अधीक्षक साइबर क्राइम के मामलों को गंभीरता से ले रहे हैं। उन्होंने जानकारी दी कि पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार बिश्नोई ने अब तक 30 से 40 संस्थानों में साइबर क्राइम अवेयरनेस पर जागरूकता अभियान चलाए हैं, जिससे समाज में साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ी है।

महाविद्यालय में साइबर सिक्योरिटी क्लब का गठन

कार्यशाला के दौरान प्राचार्य डॉ रेखा मेहरा ने मुख्य अतिथि देवेंद्र कुमार बिश्नोई का स्वागत किया और बताया कि महाविद्यालय स्तर पर भी साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए साइबर सिक्योरिटी क्लब का गठन किया गया है। इसके माध्यम से छात्रों को साइबर सुरक्षा के महत्व और उससे जुड़े तकनीकी ज्ञान से अवगत कराया जा रहा है।

सहायक आचार्य ने की पुलिस रिपोर्ट की चुनौतियों पर चर्चा

सहायक आचार्य डॉ सत्यनारायण ताज़ी ने कार्यशाला के समापन पर सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया और साइबर क्राइम होने के बाद आम जनता को पुलिस रिपोर्ट कराने में आने वाली कठिनाइयों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम के मामलों में रिपोर्ट करना अक्सर चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन जागरूकता और सही मार्गदर्शन के साथ इसे प्रभावी ढंग से हल किया जा सकता है।

क्या कहा गया पिछले वर्षों में?

अजमेर में साइबर क्राइम को लेकर पिछले कुछ वर्षों में कई जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। 2019 में, अजमेर पुलिस ने शहर के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में साइबर क्राइम से बचने के तरीकों पर जागरूकता अभियान चलाया था। 2020 में, एक बड़े कार्यक्रम के दौरान, पुलिस और साइबर विशेषज्ञों ने लोगों को सुरक्षित इंटरनेट उपयोग और ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के उपायों के बारे में जानकारी दी थी।

साइबर क्राइम के प्रति जागरूकता क्यों है जरूरी?

आज के डिजिटल युग में, जब हमारी ज्यादातर गतिविधियाँ ऑनलाइन होती हैं, साइबर क्राइम का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। साइबर क्रिमिनल्स व्यक्तिगत जानकारी चुराने, बैंकिंग धोखाधड़ी करने और पहचान की चोरी करने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। ऐसे में साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता होना बहुत जरूरी है।

साइबर क्राइम से बचने के लिए हमें न केवल सतर्क रहना चाहिए, बल्कि अपने सोशल मीडिया और ऑनलाइन गतिविधियों में भी सावधानी बरतनी चाहिए। अगर हम अपनी ऑनलाइन सुरक्षा के प्रति जागरूक होंगे, तो हम इन खतरों से खुद को बचा सकते हैं।

 

सुरक्षित रहने के लिए इन उपायों को अपनाएं:

दो-स्तरीय प्रमाणीकरण (2FA) का उपयोग करें: अपने अकाउंट्स को सुरक्षित रखने के लिए दो-स्तरीय प्रमाणीकरण का उपयोग करें।

अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें: किसी भी अज्ञात या संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।

सॉफ़्टवेयर और ऐप्स को अपडेट रखें: अपने डिवाइस के सॉफ़्टवेयर और ऐप्स को हमेशा अपडेट रखें।

सतर्कता से सोशल मीडिया का उपयोग करें: सोशल मीडिया पर किसी भी व्यक्तिगत जानकारी को साझा करने से पहले सावधानी बरतें।

साइबर क्राइम की रिपोर्ट तुरंत करें: अगर आपको किसी भी तरह का साइबर क्राइम का सामना करना पड़ता है, तो इसकी रिपोर्ट तुरंत पुलिस में करें। 

हेल्पलाइन नम्बर: आप अपनी शिकायत राष्ट्रीय हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर कर सकते हैं साथ ही 01412821741 पर भी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। इसके अलावा आप अपनी शिकायत https://cybercrime.gov.in/ पर ऑनलाइन भी दर्ज करवा सकते हैं।


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