बांग्लादेश: हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों की सरकार से 11 सूत्रीय मांगें, पुनर्वास और आर्थिक मदद प्रमुख


के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा   2024-08-08 19:57:20



बांग्लादेश: हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों की सरकार से 11 सूत्रीय मांगें, पुनर्वास और आर्थिक मदद प्रमुख

बांग्लादेश में हाल ही में हुए आरक्षण विरोधी प्रदर्शनों के दौरान भड़की हिंसा में कई लोगों की जानें गईं। मृतकों के परिजनों ने अब सरकार के सामने 11 सूत्रीय मांगें रखीं हैं, जिनमें नौकरी और आर्थिक मदद प्रमुख मुद्दे हैं। इन मांगों का उद्देश्य हिंसा से प्रभावित परिवारों को राहत प्रदान करना और उन्हें बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर करना है।

परिजनों की मांगें

बांग्लादेश में हुए आरक्षण विरोधी प्रदर्शनों के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों ने अंतरिम सरकार के सामने 11 सूत्रीय मांगें रखीं। इन मांगों में पुनर्वास, रोजगार और आर्थिक सहायता शामिल हैं। प्रस्तावित समिति के संयोजक हारुन-उर रशीद ने बयान जारी करते हुए कहा कि हिंसा में घायल और मारे गए छात्रों, बच्चों, युवाओं, बुजुर्गों, पुरुषों और महिलाओं के परिवारों का सटीक आंकड़ा एकत्र करने के लिए एक पहल शुरू की गई है।

मांगें विस्तार से

♦ फूड-कार्ड कार्यक्रम: उम्र के आधार पर प्री-प्राइमरी से मास्टर तक के सभी छात्रों को प्रत्येक माह 2000-3000 टका का अनुदान प्रदान करना।

♦ बेरोजगारी भत्ता: नौकरी के इच्छुक अभ्यर्थियों को 3000 टका का बेरोजगारी भत्ता देना।

♦ जांच समिति का गठन: हिंसा में घायल और मारे गए लोगों की जांच के लिए एक समिति का गठन करना।

♦ इलाज और पुनर्वास: आंदोलनों में घायल हुए लोगों के इलाज और प्रभावित परिवारों का शीघ्र पुनर्वास करना।

♦ सरकारी छात्रवृत्ति: निजी विश्वविद्यालयों में छात्रों को सीधे सरकारी छात्रवृत्ति प्रदान करना।

♦ शैक्षणिक संस्थानों का नाम बदलना: शेख हसीना के परिवार के विभिन्न सदस्यों के नाम पर स्थापित शैक्षणिक संस्थानों का नाम बदलना।

♦ शहीद का दर्जा: आंदोलनों में मारे गए लोगों को शहीद का दर्जा देना।

♦ कानून-व्यवस्था में सुधार: संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन में सेवा दे चुके लोगों की पुलिस बल, बांग्लादेश नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) और बांग्लादेश स्काउट्स में भागीदारी सुनिश्चित करना।

♦ अवैध हथियारों की बरामदगी: आंदोलन में इस्तेमाल किए गए सभी अवैध हथियारों की बरामदगी के लिए पहल शुरू करना।

♦ कुशल अधिकारियों की तैनाती: पूर्ववर्ती सरकार के दौरान उत्पीड़न और भेदभाव के कारण पदोन्नति/अनिवार्य सेवानिवृत्ति से वंचित कुशल अधिकारियों कर्मचारियों की फिर से तैनाती पर विचार करना।

♦ आर्थिक मदद और पुनर्वास: मृतकों के परिजनों को आर्थिक मदद और पुनर्वास के लिए विशेष पैकेज प्रदान करना।

2018 के विरोध प्रदर्शन

2018 में भी बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी प्रदर्शन हुए थे, जिसमें कई लोगों की जानें गई थीं। उन प्रदर्शनों में सरकार ने कुछ सुधारों की घोषणा की थी, लेकिन वे पर्याप्त नहीं थे। इस बार की हिंसा ने सरकार को और अधिक गंभीर कदम उठाने पर मजबूर कर दिया है।

हिंसा और सरकार की प्रतिक्रिया

प्रदर्शनों के दौरान हिंसा और पुलिस के बीच झड़पें आम हो गई थीं। पुलिस ने कई जगहों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया था। सरकार ने हिंसा को रोकने के लिए कर्फ्यू भी लगाया था, लेकिन स्थिति को नियंत्रण में लाने में समय लगा।

अंतरिम सरकार की पहल

अंतरिम सरकार ने स्थिति को सुधारने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसमें हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों की मांगों पर विचार करना शामिल है। सरकार ने वादा किया है कि वे इन मांगों को गंभीरता से लेंगे और प्रभावित परिवारों को उचित सहायता प्रदान करेंगे।

निष्कर्ष

बांग्लादेश में हाल ही में हुए आरक्षण विरोधी प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा ने देश को हिला कर रख दिया है। मारे गए लोगों के परिजनों ने सरकार के सामने 11 सूत्रीय मांगें रखीं हैं, जिनमें नौकरी, आर्थिक मदद और पुनर्वास प्रमुख हैं। इन मांगों का उद्देश्य हिंसा से प्रभावित परिवारों को राहत प्रदान करना और उन्हें बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर करना है। सरकार की प्रतिक्रिया और इन मांगों को पूरा करने की दिशा में उठाए गए कदम ही यह निर्धारित करेंगे कि यह संघर्ष कैसे समाप्त होता है और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या उपाय किए जाते हैं।


global news ADglobal news ADglobal news AD