सीमेंट कारखाने में बॉयलर फटने से मरने वालों की संख्या हुई दो, 30 लाख मुआवजे की घोषणा 


के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा   2024-08-08 15:30:10



सीमेंट कारखाने में बॉयलर फटने से मरने वालों की संख्या हुई दो, 30 लाख मुआवजे की घोषणा 

नागपुर जिले में मंगलवार को सीमेंट निर्माण कारखाने में बॉयलर फटने से हुए हादसे में मरने वालों की संख्या दो हो गई है। जबकि सात अन्य घायलों का अस्पताल में उपचार चल रहा है। 

बता दें कि घटना नागपुर से करीब 50 किलोमीटर दूर मौदा तालुका के जुल्लर गांव में स्थित श्रीजी ब्लॉक्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में मंगलवार सुबह करीब साढ़े तीन बजे हुई। मौदा पुलिस थाने के अधिकारियों ने बताया कि क्रेन चालक और जुल्लर निवासी नंदकिशोर रामकृष्ण (40 वर्षीय) की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि राणा मंगली गांव के ब्रह्मानंद मानेगुर्डे (45 वर्षीय) ने नागपुर के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया। 

पुलिस ने बताया कि सात अन्य कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए। उनका उपचार अस्पताल में चल रहा है। उन्होंने बताया कि कारखाने के पास छह मकान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। घटना में तीन बकरियां भी मारी गईं। एक अधिकारी ने बताया कि घटना के कारणों का पता लगाने के लिए फोरेंसिक विशेषज्ञों की एक टीम घटना स्थल पर पहुंची। कंपनी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में मृतक के परिवार को 30 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की और मृतकों की पत्नियों को पेंशन देने की बात लिखित में स्वीकार की है। पुलिस के मुताबिक, घायल मजदूर जुल्र, वडोदा और रणमंगली गांव के रहने वाले हैं। 

गौरतलब है कि कंपनी में कुछ तकनीकी खराबी होने से अचानक ब्लास्ट हुआ। ब्लास्ट होते ही कंपनी में भगदड़ मच गई। ड्यूटी पर जो कामगार थे वे खुद को बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे लेकिन क्रेन ऑपरेटर नंदकिशोर धमाके की चपेट में आ गया। धमाका इतना जबरदस्त था कि कंपनी की कुछ पाइप लाइन भी टूट गई। धमाके की वजह से कंपनी के बाजू में रहने वाले लोगों की झोपड़ियों के टीन की छतें भी उड़ गईं। कुछ लोगों ने आंगन में बकरियां बांध रखी थीं, उनकी भी इसकी चपेट में आने से मौत हो गई।

मुआवजे को लेकर कामगारों ने किया हंगामा

घटना की जानकारी मिलने पर शिवसेना के जिला प्रमुख देवेंद्र गोडबोले, नागपुर जिप की महिला व बाल कल्याण सभापति प्रा. अवंतिका लेकुरवाडे, नागपुर जिला अनुसूचित जाति विभाग (भाजपा) के जिला अध्यक्ष नरेश मोटघरे, तहसील कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ज्ञानेश्वर वानखेड़े, पुलिस पाटिल अर्पणा वानखेड़े, सरपंच विद्या वानखेड़े, वडोदा विवाद मुक्त समिति के अध्यक्ष सुधाकर ठवकर, मौदा के थानेदार सतीश सिंह राजपूत घटनास्थल पर पहुंचे। कामगारों ने कंपनी के सामने मृतकों के परिजनों और घायलों को मुआवजा देने के लिए हंगामा खड़ा कर दिया था।

जनप्रतिनिधियों ने मृतकों के परिजनों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा देने और परिवार के सदस्य को कंपनी में स्थायी नौकरी देने, घायलों का पूरा इलाज व परिवार को कुछ आर्थिक मदद देने की मांग की थी। जिस पर कंपनी के मालिक ने मृतकों के परिजनों को 30-30 लाख रुपये और मृतकों की पत्नियों को पेंशन देने की बात लिखित में स्वीकार की। सभी घायलों को नागपुर रेफर कर दिया गया था जहां उनका उपचार जारी है। मौदा पुलिस मामले की जांच कर रही है।


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