पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट का सपना टूटा: फाइनल से पहले अयोग्य घोषित, मेडल की उम्मीदें ध्वस्त  फाइनल मुक़ाबले से पहले ही बाहर हुईं विनेश फोगाट


के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा   2024-08-08 08:12:20



पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट का सपना टूटा: फाइनल से पहले अयोग्य घोषित, मेडल की उम्मीदें ध्वस्त

 फाइनल मुक़ाबले से पहले ही बाहर हुईं विनेश फोगाट

पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल की प्रबल दावेदार भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट के लिए यह एक बेहद निराशाजनक मोड़ था। फाइनल मुक़ाबले से ठीक पहले उन्हें अयोग्य करार दिया गया, जिससे उनका मेडल जीतने का सपना टूट गया।

विनेश फोगाट की अद्वितीय यात्रा

विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में 50 किलोग्राम भार वर्ग में अपनी अद्वितीय क्षमता का प्रदर्शन किया था। मंगलवार को उन्होंने प्री-क्वार्टर फाइनल में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी और सेमीफाइनल में क्यूबा की खिलाड़ी को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। उनकी जीत की यात्रा ने पूरे देश को गर्वित किया और उनके गोल्ड मेडल की उम्मीदें बढ़ा दी थीं।

अयोग्यता का कारण

पेरिस में मौजूद समाचार एजेंसी पीटीआई के संवाददाता अमनप्रीत सिंह के मुताबिक, विनेश फोगाट को अधिक वजन के कारण अयोग्य करार दिया गया है। घोषणा में कहा गया कि रातभर टीम के प्रयासों के बावजूद विनेश का वजन सुबह 50 किलोग्राम से कुछ ग्राम अधिक पाया गया। इस वजह से उन्हें 50 किलोग्राम भार वर्ग के महिला कुश्ती इवेंट से बाहर कर दिया गया।

वजन कम करने का प्रयास

प्राप्त जानकारी के अनुसार, पूरी रात विनेश फोगाट ने साइकिलिंग और एक्सरसाइज के माध्यम से अपना वजन कम करने की कोशिश की। उनकी टीम ने हर संभव प्रयास किया कि वे 50 किलोग्राम के अंदर रह सकें। लेकिन सुबह उनके वजन में मामूली वृद्धि ने उनके ओलंपिक सफर को खत्म कर दिया।

अतीत के संदर्भ

विनेश फोगाट की यात्रा किसी प्रेरणा से कम नहीं रही है। 2016 रियो ओलंपिक में चोट के कारण बाहर होने के बाद, उन्होंने 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीते। उनकी संघर्षमय यात्रा ने उन्हें भारतीय खेल जगत की एक महत्वपूर्ण शख्सियत बना दिया। पेरिस ओलंपिक में उनकी उम्मीदें और भी ऊंची थीं, लेकिन यह घटना उनके करियर के एक और चुनौतीपूर्ण मोड़ को दर्शाती है।

प्रधानमंत्री ने बढाया हौंसला

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विनेश फोगाट को हौंसला देते हुए एक्स पर एक पोस्ट साझा की है उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा है कि विनेश, आप चैंपियनों में सबसे चैंपियन हैं! आप भारत का गौरव हैं और हर भारतीय के लिए प्रेरणास्रोत हैं। आज की हार दुख देती है। मैं चाहता हूं कि मैं शब्दों में उस निराशा को व्यक्त कर सकूं जो मैं महसूस कर रहा हूं। साथ ही, मैं जानता हूं कि आप लचीलेपन की प्रतिमूर्ति हैं। चुनौतियों का सामना करना हमेशा से आपका स्वभाव रहा है। और मजबूत होकर वापस आओ! हम सब आपके लिए प्रार्थना कर रहे हैं।

भारतीय पहलवान विनेश फोगट के अयोग्य घोषित होने पर उनके चाचा महावीर फोगट ने कहा कि मेरे पास कहने को कुछ नहीं है। पूरे देश को गोल्ड की उम्मीद थी। नियम तो हैं लेकिन अगर कोई पहलवान 50-100 ग्राम ज़्यादा वज़न का है तो उसे खेलने की अनुमति दी जाती है। मैं देश के लोगों से कहूंगा कि निराश न हों, एक दिन वो ज़रूर मेडल लाएगी। मैं उसे अगले ओलंपिक के लिए तैयार करूंगा।

टीम और देश की प्रतिक्रिया

विनेश फोगाट की अयोग्यता की खबर ने पूरे देश को सदमे में डाल दिया। भारतीय ओलंपिक संघ और उनके परिवार ने इस कठिन समय में उनके समर्थन में बयान जारी किए हैं। भारतीय कुश्ती महासंघ ने भी कहा है कि वे इस घटना की पूरी जांच करेंगे और भविष्य में ऐसी परिस्थितियों से बचने के उपाय करेंगे।

भविष्य की उम्मीदें

विनेश फोगाट के लिए यह एक बड़ा झटका है, लेकिन उनकी करियर यात्रा यह बताती है कि वे चुनौतियों का सामना करने और उनसे उभरने में सक्षम हैं। उनके प्रशंसक और समर्थक उन्हें भविष्य में और भी ऊंचाइयों पर देखने के लिए उत्सुक हैं।

निष्कर्ष

विनेश फोगाट की पेरिस ओलंपिक में अयोग्यता ने भारतीय खेल प्रेमियों को गहरे सदमे में डाल दिया है। यह घटना न केवल उनके करियर के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि खेल में शारीरिक और मानसिक दोनों चुनौतियों का सामना करना कितना महत्वपूर्ण है। हमें उम्मीद है कि विनेश इस कठिन समय से उभरकर एक बार फिर से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगी और भारत को गर्वित करेंगी।


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