बंगाल सीमा पर तनाव, बीएसएफ और राज्य अधिकारियों ने की समन्वय बैठक


के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा   2024-08-07 20:10:40



बंगाल सीमा पर तनाव, बीएसएफ और राज्य अधिकारियों ने की समन्वय बैठक

बंगाल-बांग्लादेश सीमा पर चल रहे तनाव के बीच, बीएसएफ और पश्चिम बंगाल सरकार के अधिकारियों ने सीमावर्ती इलाकों के निवासियों के साथ महत्वपूर्ण समन्वय बैठक की। इस बैठक में सीमावर्ती सुरक्षा और स्थानीय समुदायों की सुरक्षा को लेकर विस्तृत चर्चा हुई।

शुरूआती संवाद

बांग्लादेश में बढ़ते तनाव और राजनीतिक अस्थिरता के चलते, बंगाल-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। बीएसएफ और पश्चिम बंगाल सरकार के अधिकारीयों ने सीमावर्ती गांवों के निवासियों के साथ मिलकर सुरक्षा और सहयोग को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में मुख्य मुद्दों पर चर्चा की गई और सुरक्षा उपायों को कड़ा करने पर जोर दिया गया।

विस्तृत खबर

मंगलवार को नदिया जिले में बीएसएफ दक्षिण बंगाल सीमांत की 8वीं और 107वीं बटालियन के अधिकारियों ने पश्चिम बंगाल सरकार के अधिकारियों और सीमावर्ती गांवों के लोगों के साथ समन्वय बैठक की। बैठक का उद्देश्य सीमावर्ती समुदायों और स्थानीय अधिकारियों के बीच समन्वय स्थापित करना था।

प्रमुख मुद्दों पर चर्चा

बैठक में निम्न प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की गई:

सीमा क्षेत्रों में ऊंची फसलों का प्रबंधन: ऊंची फसलों के कारण सुरक्षा में बाधा आती है, इसलिए इनका उचित प्रबंधन जरूरी है।

जूट डंपिंग की समस्या: सीमावर्ती क्षेत्रों में जूट डंपिंग से सुरक्षा के खतरे पैदा होते हैं, जिनका समाधान आवश्यक है।

कर्फ्यू के बाद आवाजाही: सीमावर्ती सड़कों पर कर्फ्यू के बाद नागरिकों की आवाजाही पर रोक लगाने के उपाय।

भूमि अधिग्रहण: बिना बाड़ वाले क्षेत्रों में बाड़ लगाने के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को तेज करना।

सुरक्षा बढ़ाने के उपाय

बीएसएफ के अधिकारियों ने घुसपैठ और तस्करी की गतिविधियों को रोकने के लिए सतर्कता बढ़ाने पर जोर दिया। ग्रामीणों को सीमावर्ती क्षेत्रों और अंतरराष्ट्रीय सीमा सड़क पर रात के समय स्वतंत्र रूप से आवाजाही न करने की सलाह दी गई। बाजार की सभी दुकानें नौ बजे तक बंद करने और मस्जिदों से ग्रामीणों को सीमावर्ती क्षेत्रों से दूर रहने की घोषणा करने का निर्णय लिया गया। किसानों को केवल आवश्यक कार्यों के लिए गेट का उपयोग करने के निर्देश दिए गए और जरूरत पड़ने पर बीएसएफ से तत्काल सहायता का आश्वासन दिया गया।

पिछले वर्षों की घटनाएं

पिछले वर्षों में भी बंगाल-बांग्लादेश सीमा पर कई घटनाएं हो चुकी हैं। 2021 में, बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता के चलते सीमा पर सुरक्षा बढ़ाई गई थी। 2022 में, तस्करी की गतिविधियों में वृद्धि के कारण बीएसएफ ने अतिरिक्त चौकियां स्थापित की थीं। 2023 में, सीमा पर घुसपैठ की घटनाओं में वृद्धि के कारण कई ऑपरेशनों को अंजाम दिया गया था।

बीएसएफ की तत्परता

बीएसएफ के नए नियुक्त महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने कोलकाता में स्थिति की समीक्षा की और पूर्वी कमांड के शीर्ष अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने संवेदनशील सीमावर्ती क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती और रात की गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए। सीसीटीवी कैमरों और नाइट विजन कैमरों के उपयोग को भी बढ़ावा दिया गया।

निष्कर्ष: 

इस बैठक ने स्थानीय समुदायों और अधिकारियों के बीच समन्वय को मजबूत किया और सीमावर्ती सुरक्षा को सुनिश्चित करने के उपायों पर जोर दिया। बीएसएफ ने बल और नागरिक आबादी के बीच अच्छे संबंध बनाए रखने के महत्व को रेखांकित किया।


बंगाल सीमा पर तनाव, बीएसएफ और राज्य अधिकारियों ने की समन्वय बैठक

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