वायनाड आपदा: मृतकों की संख्या 402, 170 लापता लोगों की खोज जारी"


के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा   2024-08-07 19:42:44



वायनाड आपदा: मृतकों की संख्या 402, 170 लापता लोगों की खोज जारी"

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केरल के वायनाड जिले में विनाशकारी भूस्खलन के आठवें दिन भी राहत और बचाव कार्य जारी है। इस आपदा में अब तक 402 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 170 लोग अभी भी लापता हैं। चलिए जानते हैं इस घटना की विस्तृत जानकारी और पिछले सालों में हुई आपदाओं की स्थिति।

आपदा की स्थिति

वायनाड के चार गांवों- चुरालमला, वेलारिमला, मुंडकायल और पंचिरीमडम में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण बड़े पैमाने पर जान-माल का नुकसान हुआ है। बचाव टीम में सेना, नौसेना, वायुसेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, फायर सर्विस और स्वंयसेवक शामिल हैं, जो दिन-रात राहत कार्य में जुटे हैं।

राहत कार्य

विशेष टीमें चालीयार नदी में खोजबीन कर रही हैं, जहां से पिछले कुछ दिनों में कई शव और शरीर के अंग बरामद हुए हैं। इन अंगों की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट किए जा रहे हैं। प्रभावित क्षेत्रों के आसपास के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में 100 से अधिक राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जहां 10,300 से अधिक लोग शरण लिए हुए हैं।

सरकार की योजना

राज्य के राजस्व मंत्री ने कहा कि स्थानीय स्वशासन विभाग से सरकारी भवनों की सूची मांगी गई है, साथ ही बंद घरों और रिसॉर्ट्स की जानकारी भी जुटाई जा रही है। राज्य के शिक्षा मंत्री वी. सिवनकुट्टी भी वहां पहुंच रहे हैं और शैक्षणिक जरूरतों को पूरा करने के लिए मानक संचालन प्रक्रियाएं जल्द ही लागू की जाएंगी। शिविरों में रह रहे लोगों को जल्द ही रिसॉर्ट्स और बंद घरों में स्थानांतरित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री का आश्वासन

राजस्व मंत्री ने आश्वासन दिया कि प्रभावित क्षेत्रों में किसी भी व्यक्ति को अनदेखा नहीं किया जाएगा। बुधवार को साप्ताहिक कैबिनेट बैठक ऑनलाइन आयोजित की जाएगी, जहां पुनर्वास के संबंध में और निर्णय लिए जाएंगे और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन इसकी घोषणा करेंगे।

सरकारी कर्मचारी करेंगे योगदान

मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में सहायता राशि लगातार बढ़ रही है और निर्णय लिया गया है कि सभी राज्य सरकार के कर्मचारी अपनी पांच दिनों की सैलरी इसमें योगदान देंगे।

पिछले वर्षों की आपदाएँ

वायनाड और केरल के अन्य हिस्सों में पिछले वर्षों में भी भारी बारिश और भूस्खलन के कारण कई आपदाएँ हुई हैं। 2018 और 2019 में भी केरल ने भयंकर बाढ़ का सामना किया था, जिसमें सैकड़ों लोगों की जान गई थी और हजारों लोग बेघर हुए थे।

वायनाड की यह आपदा केरल के लिए एक बड़ा संकट है, लेकिन राज्य सरकार और विभिन्न एजेंसियों की संयुक्त कोशिशों से प्रभावित लोगों को जल्द ही राहत मिल सकेगी। आने वाले दिनों में पुनर्वास और राहत कार्यों में तेजी लाई जाएगी ताकि लोग अपने सामान्य जीवन में लौट सकें।


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