महारानी लक्ष्मीबाई बाँध के 12 गेट खोले, निचले इलाकों में बढ़ा बाढ़ का ख़तरा
के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा 2024-08-05 18:40:17
महारानी लक्ष्मीबाई बाँध के 12 गेट खोले, निचले इलाकों में बढ़ा बाढ़ का ख़तरा
मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। महारानी लक्ष्मीबाई बांध के 12 गेट खोलने की नौबत आ गई, जिससे आसपास के गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। आखिर क्यों उठाया गया यह बड़ा कदम और इसके पीछे की पूरी कहानी जानिए इस रिपोर्ट में।
मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले में स्थित महारानी लक्ष्मीबाई बांध के 12 गेट खोलने का निर्णय लिया गया है। राज्य के कई जिलों में लगातार हो रही भारी बारिश से नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे बेतवा नदी का जलस्तर भी उफान पर है। इस बढ़ते जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए बांध प्रबंधक ने यह कदम उठाया है।
अशोकनगर में तेज बारिश के कारण बेतवा नदी के जलस्तर में भारी वृद्धि देखी गई। बांध में पानी के स्तर को नियंत्रित करने के लिए 12 गेट खोल दिए गए हैं, जिससे प्रति सेकंड 84,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इस स्थिति के कारण बांध के निचले इलाकों में बसे गांवों के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है।
बांध के गेट खोलने से आसपास के गांवों बामौर, सिरसौर, टांडा, तोड़ा, कनावटा, हुर्रा, गोरा, खेरा, हंसारी, चुरारी आदि में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। यदि बारिश इसी तरह जारी रही, तो आने वाले दिनों में यूपी-एमपी के बीच यातायात बाधित हो सकता है।
मध्य प्रदेश में हो रही भारी बारिश ने राज्य के जलाशयों और नदियों के जलस्तर को खतरे की सीमा तक पहुंचा दिया है। मौसम विभाग ने कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे नदियों के उफान पर आने का खतरा है। इसके चलते राजघाट स्थित महारानी लक्ष्मीबाई बांध के गेट खोलने का निर्णय लिया गया है ताकि बाढ़ की स्थिति को नियंत्रित किया जा सके और किसी भी संभावित दुर्घटना से बचा जा सके।