सोमालिया में होटल पर आतंकी हमला: 37 की मौत, 212 घायल
के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा 2024-08-05 18:01:55
सोमालिया में होटल पर आतंकी हमला: 37 की मौत, 212 घायल
सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में एक वीभत्स आतंकी हमला हुआ है जिसने देश की शांति और सुरक्षा को हिला कर रख दिया है। भारतीय समय अनुसार कल देर रात, एक प्रमुख होटल पर हुए इस हमले ने 37 लोगों की जान ले ली और 212 लोगों को घायल कर दिया। सोमालिया की असुरक्षित स्थिति की ओर इशारा करती इस घटना ने पूरे देश को दहला कर रख दिया है।
रविवार की रात, मोगादिशु के प्रमुख शाही होटल पर आतंकवादी हमले के साथ ही सोमालिया के सुरक्षा बलों के साथ एक जबरदस्त झड़प शुरू हो गई। होटल में उस समय कई महत्वपूर्ण व्यक्ति और विदेशी मेहमान मौजूद थे। हमलावरों ने पहले आत्मघाती बम विस्फोटों का सहारा लिया और इसके बाद होटल के अंदर घुसकर अंधाधुंध गोलीबारी की।
स्थानीय सुरक्षा बलों और आतंकी समूह अल-शबाब के बीच यह मुठभेड़ कई घंटे तक चली। सुरक्षा बलों ने बड़ी मुश्किल से हमलावरों को खदेड़ा और स्थिति को काबू में किया। हालांकि, हमले की वजह से कई निर्दोष लोगों की जान चली गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है और चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है। सरकार ने इस हमले की निंदा की है और दोषियों को पकड़ने के लिए विशेष जांच दल का गठन किया है।
उधर, अल-कायदा के सहयोगी अल-शबाब ने अपने रेडियो के माध्यम से हमले की जिम्मेदारी ली है। हमले के बाद होटल के बगल में उसके लड़ाके ने खुद को उड़ा लिया। एक प्रत्यक्षदर्शी मोहम्मद मोआलिम ने बताया कि उन्होंने एक हमलावर को विस्फोटकों से लदी जैकेट पहने देखा, और कुछ देर बाद ही उसने होटल के पास खुद को उड़ा लिया। मोआलिम ने बताया कि होटल में उसके साथ मौजूद कुछ सहयोगी भी मारे गए और अन्य घायल हो गए। लिडो तट को पहले भी अल-शबाब से जुड़े आतंकवादियों ने निशाना बनाया था। पिछले साल हुए हमले में नौ लोग मारे गए थे।
उल्लेखनीय है कि सोमालिया में दशकों से राजनीतिक अस्थिरता और आतंकवादी गतिविधियां चल रही हैं। देश की असुरक्षा की स्थिति ने इस्लामिक चरमपंथी समूह अल-शबाब को फलने-फूलने का मौका दिया है। यह समूह बार-बार अपने आतंकी हमलों के माध्यम से सोमालिया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चुनौती दे रहा है।
इस हमले ने यह साबित कर दिया है कि आतंकवाद की समस्या अब भी एक गंभीर चुनौती है। कई वर्षों से चली आ रही संघर्ष और राजनीतिक विघटन के चलते सोमालिया की सुरक्षा स्थिति इतनी कमजोर हो चुकी है कि आतंकवादी आसानी से अपने नापाक इरादों को अंजाम दे सकते हैं।