UPI ट्रांजेक्शंस ने बनाया नया रिकॉर्ड: जुलाई 2024 में ₹20 ट्रिलियन का आंकड़ा पार
के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा 2024-08-04 22:37:57
UPI ट्रांजेक्शंस ने बनाया नया रिकॉर्ड: जुलाई 2024 में ₹20 ट्रिलियन का आंकड़ा पार
भारत की डिजिटल भुगतान क्रांति ने एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार किया है। जुलाई 2024 में, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) लेन-देन का कुल आंकड़ा ₹20 ट्रिलियन को पार कर गया है, और यह लगातार तीसरे महीने ऐसा हुआ है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने न केवल डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है, बल्कि यह भी साबित कर दिया है कि भारतीय उपभोक्ता डिजिटल लेन-देन की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं।
भारत में डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में एक नई उपलब्धि दर्ज की गई है। जुलाई 2024 में, UPI लेन-देन का कुल आंकड़ा ₹20 ट्रिलियन को पार कर गया, जो कि लगातार तीसरे महीने ऐसा हुआ है। इस आंकड़े ने डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है और यह भारतीय आर्थिक परिदृश्य में डिजिटल भुगतान की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है।
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में UPI के माध्यम से कुल 6.5 अरब लेन-देन हुए, जिनकी कुल राशि ₹20.5 ट्रिलियन थी। यह वृद्धि पिछले वर्षों की तुलना में काफी उल्लेखनीय है और यह दर्शाता है कि उपभोक्ता UPI जैसे डिजिटल प्लेटफार्मों पर अधिक भरोसा कर रहे हैं।
UPI की इस शानदार वृद्धि को भारत सरकार और संबंधित वित्तीय संस्थानों की तरफ से डिजिटल लेन-देन को प्रोत्साहित करने वाली नीतियों का परिणाम माना जा रहा है। इसके अलावा, UPI द्वारा पेश की गई नई सुविधाओं और सेवाओं ने भी उपभोक्ताओं को आकर्षित किया है, जिससे यह डिजिटल भुगतान प्रणाली और भी लोकप्रिय हो गई है।
UPI की सफलता और वृद्धि का मुख्य कारण भारत सरकार की डिजिटल इंडिया पहल और वित्तीय समावेशन की दिशा में उठाए गए कदम हैं। UPI ने भारतीय उपभोक्ताओं को एक सरल, सुरक्षित और सुलभ भुगतान विकल्प प्रदान किया है, जिससे नकद लेन-देन की आवश्यकता कम हो गई है। इसके अलावा, UPI के द्वारा पेश की गई नई सुविधाएं जैसे कि एक क्लिक से भुगतान, QR कोड स्कैनिंग और बिल भुगतान ने इसे और भी आकर्षक बना दिया है।