ग्रामीण सड़कों की स्थिति बेहद खराब, आए दिन लोग हो रहे परेशान
के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा 2024-08-03 14:39:58
ग्रामीण सड़कों की स्थिति बेहद खराब, आए दिन लोग हो रहे परेशान
छत्तीसगढ़/कोरबा/कटघोरा (अशोक दीवान) मानसून की भारी बरसात ने कई सड़कों की हालत बिगाड़ दी है। कई स्थानों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, जिससे लोगों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हो रही है। लोगों ने सड़क को जल्द से जल्द बनाने की मांग की है जिससे लोगों की आवाजाही बेहतर ढंग से हो सके। कंक्रीट वाली सड़क की हालत भी बद से बदतर हो चली है। जगह-जगह गड्ढे हो गई हैं, लोग इनमें गिरकर घायल हो रहे हैं।
कोरबा जिले में कई गांव के पहुंच मार्ग की हालत बद से बदतर हो चली है। वर्षा ऋतु के मौसम में लोगों को उबड़-खाबड़ रास्तों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्राम पंचायत ढपढप के आसपास कई सड़कों की हालत खराब हो गई है। कटघोरा ब्लाक के हाईस्कूल अरदा (ढपढप) से आई बी पी (डिंडोलभाठा) के पहुंच मार्ग अंतर्गत आने वाले आश्रित ग्राम के 56 बच्चे अब यहां एडमिशन लेकर पढ़ाई करना नहीं चाहते, क्योंकि स्कूल जाने वाली सड़क की हालत काफी जर्जर है। महज पांच किमी सड़क में डेढ़-डेढ़ फीट के 80 से अधिक गड्ढे हैं, जो छात्र-छात्राओं से लेकर परिजनों व स्कूल के अध्यापकों के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं।
कटघोरा विकासखंड के माध्यमिक स्कूल ढपढप के छात्र व परिजन परेशान हैं। इस स्कूल तक पहुंचने के लिए जो सड़क है, उसकी स्थिति काफी जर्जर है। हालात यह है कि सड़क पैदल चलने लायक भी नहीं है जिसके कारण अब आश्रित गांव के बच्चे स्कूल आकर पढ़ाई करने में ना-नुकुर कर रहे हैं। वहीं, परिजनों का कहना है कि जब तक सड़क की हालत नहीं सुधरेगी तब तक अपने बच्चों को अरदा स्कूल नहीं भेजेंगे। वे अपने बच्चों की जान जोखिम में नहीं डालना चाहते। हाईस्कूल अरदा स्कूल के प्रधानाचार्य दिनेश लाल ने बताया कि उनके स्कूल में पिछले सत्र में 84 बच्चे नौवीं कक्षा में अध्ययनरत थे। लेकिन, अभी कक्षा नौवीं में बहुत कम विद्यार्थियों का एडमिशन हुआ है जबकि ग्राम ढपढप व घनाकक्षार के आसपास के कई बच्चों का एडमिशन और होना है। परिजन सड़क खराब होने के कारण अपने बच्चों को अब हमारे स्कूल नहीं भेजना चाहते।
इसी तरह से कई अन्य गांव की सड़कों की स्थिति भी दयनीय है। वर्षा के कारण कई सड़कों की हालत खराब हो गई है। जगह-जगह गड्ढों में पानी भर गया है। इनमें गिरकर लोग घायल हो रहे हैं।