लघु उद्योग भारती का नवाचार, संकल्प से सिद्धि -प्रशिक्षित बालिकाएं मेले में पा सकेंगी रोजगार 


के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा   2024-08-01 06:28:40



लघु उद्योग भारती का नवाचार, संकल्प से सिद्धि -प्रशिक्षित बालिकाएं मेले में पा सकेंगी रोजगार 

संकल्प से सिद्धि - कहते हैं कि यदि इरादा पक्का हो तो मंजिल दूर नहीं। लघु उद्योग भारती का नवाचार "संकल्प से सिद्धि" की तर्ज पर ही बालिकाओं के लिए एक बड़ी सौगात लेकर आया है। जानिए कैसे यह पहल बालिकाओं को स्वावलंबी बना रही है और कैसे अगस्त के मेले में उन्हें रोजगार के अवसर मिलेंगे।

लघु उद्योग भारती नारी सशक्तिकरण की दिशा में विभिन्न शिविरों के माध्यम से बालिकाओं को प्रशिक्षित कर रही है। जिसका उद्देश्य प्रशिक्षित बालिकाओं को रोजगार प्रदान करना है। इस पहल के तहत, बालिकाओं को कुटीर एवं लघु उद्योगों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें। अगस्त के मेले में, इन बालिकाओं को अपने हुनर का प्रदर्शन करने और रोजगार के अवसर पाने का मौका मिलेगा।

इस कार्यक्रम के तहत, महिलाओं को हस्तशिल्प, सिलाई, कढ़ाई, मेंहदी मांडना एवं अन्य लघु और कुटीर उद्योगों में कौशल प्रशिक्षण दिया जा रहा है। लघु उद्योग भारती का यह कदम महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। आगामी 1 अगस्त में आयोजित होने वाले इस मेले में, विभिन्न उद्योगपति और व्यवसायी इन बालिकाओं के कौशल को देख सकेंगे और उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान कर सकेंगे।

इसी क्रम में गत दिनों लघु उद्योग भारती के सहयोग से सेठ रावत मल बोथरा कन्या महाविद्यालय में सात दिवसीय मेहंदी प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। 

सांस्कृतिक प्रभारी मनीषा डागा ने बताया कि महाविद्यालय की 20 बालिकाओं ने मेहंदी का प्रशिक्षण प्राप्त किया है। प्रशिक्षिका ज्योति जी ने 7 दिनों में ही बालिकाओं को स्वरोजगार के लिए तैयार कर दिया। लघु उद्योग भारती की अध्यक्ष राखी चौरडिया एवं सहयोगी टीम ने बालिकाओं को सर्टिफिकेट प्रदान किए तथा अंतिम दिवस में रखे गए मेहंदी कंपीटीशन में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान रखने वाली चंचल भाटी, कुसुम नायक एवं भावना जोशी को गिफ्ट प्रदान किए।

बोथरा महाविद्यालय की ओर से प्रबंधक शांतिलाल बोथरा ने लघु उद्योग भारती की अध्यक्ष तथा मेहंदी प्रशिक्षिका का मोमेंट तो प्रदान कर महाविद्यालय में स्वागत किया। राखी ने कहा कि इन बालिकाओं को अगस्त में लघु उद्योग भारती द्वारा लगाए जाने वाले मेले में मेहंदी लगाने का अवसर भी प्रदान किया जाएगा। ताकि इन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जा सके।

मुख्य बिंदु - 

लघु उद्योग भारती की स्थापना 

1994 में स्थापित लघु उद्योग भारती ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को समर्थन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। संगठन का उद्देश्य उद्यमिता को प्रोत्साहित करना और छोटे उद्योगों को बढ़ावा देना है।

महिलाओं के लिए लघु उद्योग भारती के प्रयास 

लघु उद्योग भारती ने महिलाओं को उद्यमी बनाने के लिए कई कार्यक्रम चलाए हैं, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और समाज में अपनी पहचान बना सकें।

लघु उद्योग भारती के योगदान 

इस संगठन कई महत्वपूर्ण नीतिगत बदलाव भी किए हैं, जो छोटे उद्योगों के लिए लाभकारी साबित हुए हैं।

सार्थक पहल 

यह पहल न केवल बालिकाओं को आत्मनिर्भर बना रही है, बल्कि समाज में उनके प्रति दृष्टिकोण में भी बदलाव ला रही है। लघु उद्योग भारती का यह नवाचार एक प्रेरणास्रोत है और अन्य संगठनों को भी इस दिशा में कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगा।


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