जब कभी भी सुनोगे गीत मेरे संग संग तुम भी गुनगुनाओगे तुम मुझे यूं भुला न पाओगे


के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा   2024-07-31 17:37:28



जब कभी भी सुनोगे गीत मेरे संग संग तुम भी गुनगुनाओगे तुम मुझे यूं भुला न पाओगे

आज रफी साहब की 44वीं पुण्यतिथि है आज सर्किट हाउस के सामने गांधी पार्क में संगीत प्रेमियों ने स्वर्गीय मोहम्मद रफी को पुष्प माला श्रद्धांजलि अर्पित की श्रद्धांजलि सभा में बीकानेर के जाने-माने गायक सुनील दत्त नागल रवि भल्ला मेघराज नागल सैयद अख्तर र उनके साथी यह गीत गाकर रफी साहब को श्रद्धांजलि दी एक गीत दिलों दिमाग में आज भी गूंज रहा है दिल का सूना साज तराना ढूंढेगा तीर निगाहें नाज निशाना ढूंढेगा ,मुझको मेरे बाद जमाना ढूंढेगा, रफी साहब का  गाया हुआ दूसरा गीत  यह दुनिया नहीं जागीर किसी की राजा हो या  रं क यहां तो सब है चौकीदार कुछ तो आ के चले गए कुछ जाने को तैयार ,बीकानेर फ्रंटियर और मेघराज नागल टीम की ओर से अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए हम विदा होते हैं


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