अजमेर में 2017 से सीज इमारत में हुआ तेज धमाका, पहले बंदूक का कारखाना था


के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा   2024-07-30 13:15:24



अजमेर में 2017 से सीज इमारत में हुआ तेज धमाका, पहले बंदूक का कारखाना था

अजमेर में आनासागर लिंक रोड के समीप एक सीज इमारत में सोमवार को तेज धमाका हुआ। इससे क्षेत्र में दहशत फैल गई। धमाके की आवाज सुनकर आसपास के लोग अपने मकानों से बाहर आ गए। यह इमारत 2017 में एटीएस ने सीज की थी। इसमें पहले बंदूके बनती थी। इसलिए सवाल यह उठ रहा है कि सीज मकान में ऐसी कौनसी गतिविधियां चल रही थी। जिससे इसमें धमाका हुआ। धमाके की सूचना के बाद क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस मौके पर पंहुची और जांच शुरू कर दी है। 

क्रिश्चियनगंज थाना प्रभारी अरविंद चारण ने बताया कि इस सीज इमारत में धमाके के बाद मौके का मुआयना किया है। आग पर काबू पा लिया गया है। आग किस कारण से लगी है। इसकी जांच की जा रही है। आग से कोई जनहानि नहीं हुई है। पुलिस ने इमारत के उस हिस्से के अंदर जाकर मौका मुआयना किया, जहां आग लगी थी। इमारत के कुछ हिस्से को सीज नहीं किया गया था। धमाके की आवाज और धुंआ भी उधर से ही लोगों को सुनने और देखने को मिला था।

गैस सिलेंडर फटने जैसी आवाज आई 

इस भवन के पड़ोस में रहने वाले डॉ शाहरुख खान जेएलएन अस्पताल में चिकित्सक हैं। उन्होंने कहा कि वे घर पर बैठे थे कि अचानक तेज धमाका हुआ। कुछ काला धुंआ भी उठा, जिससे ​थोड़ी देर के लिए कुछ भी नजर नहीं आया। उन्होंने बताया कि यह बारूद में आग लगने के बाद निकलने वाला धुआं लग रहा था। उन्होंने बताया कि पुलिस के आने के बाद इमारत के उस हिस्से से दो लोग निकल कर बाहर आए थे।

इमारत का मालिक बोला, शॉर्ट सर्किट से हुआ धमाका 

इमारत के मालिक उस्मान अली ने बताया कि शार्ट सर्किट की वजह से वायरिंग में स्पार्किंग होकर धमाका हुआ था। तार जलने से धुआं उठा था। उन्होंने बताया कि आग में पुरानी लकड़ियां जली हैं। उस्मान ने बताया कि वे गाड़ियों की मरम्मत का काम करते हैं और इमारत के उस हिस्से में रहते हैं, जिसे सीज नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि पहले यहां बंदूकें बनाने का कारखाना था।

 

2017 में किया था इमारत को सीज 

2017 में एटीएस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इमारत को सीज किया था। यहां बड़े पैमाने पर बंदूक बनाने का कारखाना संचालित किया जा रहा था। 2017 में कई लोगों ने जम्मू कश्मीर से लाइसेंस बनवाकर हथियार खरीदे थे। उस लाइसेंस को बनवाने और हथियारों की बिक्री करने के मामले में उस्मान के पिता वली मोहम्मद को पकड़ा था। उस दौरान कार्रवाई करते हुए इमारत के उस हिस्से को सीज किया गया था, जिसमे कारखाना संचालित था। यह मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है।


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