सक्सेस टॉक्स के माध्यम से हौंसलों को उड़ान देने का प्रयास, आयोजन 4 अगस्त को रविन्द्र रंगमंच में
के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा 2024-07-29 12:24:04
सक्सेस टॉक्स के माध्यम से हौंसलों को उड़ान देने का प्रयास, आयोजन 4 अगस्त को रविन्द्र रंगमंच में
खबर अपडेट ने आज उत्सव रेस्टोरेंट में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें 4 अगस्त को रविन्द्र रंगमंच पर होने वाले सक्सेस टॉक्स कार्यक्रम पर चर्चा की गई। टीम खबर अपडेट के अलावा कार्यक्रम के विभिन्न सहयोगी भी मौजूद रहे। कॉन्फ्रेंस में कई विषयों पर चर्चा की गई, जिसमें वक्ताओं की सूची, कार्यक्रम का एजेंडा और दर्शकों की जानकारी शामिल थी।
सक्सेस टॉक्स के संस्थापक सुमित शर्मा ने बताया कि अब तक इस मंच के माध्यम से 40 से अधिक वास्तविक जीवन के नायकों ने अपनी प्रेरणादायक कहानियाँ साझा की हैं। उन्होंने आग्रह किया कि हम आपको 4 अगस्त को शाम 5 बजे अपने पहले ऑफ़लाइन कार्यक्रम में आमंत्रित करते हुए उत्साहित हैं, जहाँ तीन प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्तर के वक्ता - पर्यावरणविद् और पद्मश्री पुरस्कार विजेता श्याम सुंदर पालीवाल, बीबीसी न्यूज़ की वरिष्ठ पत्रकार सारिका सिंह और युवा प्रेरक वक्ता रोशन नागर, दर्शकों के साथ अपनी प्रेरक यात्रा साझा करेंगे। सुमित ने विनम्रतापूर्वक उल्लेख किया कि यह प्रेरक कार्यक्रम बीकानेर में पहली बार आयोजित किया जा रहा है और युवाओं में इसे लेकर काफी उत्साह है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि कार्यक्रम में 2 सत्र होंगे - पहले सत्र में तीनों वक्ता अपने जीवन संघर्ष से जुडी चुनौतियाँ साझा करेंगे, जबकि दूसरे सत्र में श्रोता अपने क्षेत्र से संबंधित प्रश्न पूछ सकेंगे। बीकानेर के सभी कॉलेजों और स्कूलों के छात्रों को इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।
पत्रकारिता के बदलते परिवेश में नवाचार जरूरी- हेम शर्मा
कार्यक्रम की भूमिका के विषय में खबर अपडेट के प्रधान संपादक हेम शर्मा ने कहा कि एक समय था जब पत्रकारिता मुख्य रूप से प्रिंट मीडिया के माध्यम से सूचना के प्रवाह पर आधारित थी। हालाँकि, आज की दुनिया में, आम जनता के पास अक्सर पत्रकारों की तुलना में अधिक अद्यतित जानकारी तक पहुँच होती है। प्रिंट मीडिया में पत्रकारिता पहले बयानों, घटनाओं और साक्षात्कारों पर केंद्रित थी, लेकिन बाद में इसमें खोजी पत्रकारिता और जनमत को शामिल किया गया। 90 के दशक में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की शुरुआत ने प्रिंट मीडिया को प्रासंगिक बने रहने के लिए सामाजिक सरोकारों और नवाचारों को शामिल करने के लिए प्रेरित किया। अब, सोशल मीडिया के युग में, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया दोनों ही व्यवहार्य बने रहने के लिए पत्रकारिता के नए तरीकों की खोज कर रहे हैं। ऐसा ही एक अभिनव तरीका है, जिसका उदाहरण Success-Talks जैसी पहल है। यह मंच देश भर के उन व्यक्तियों को प्रदर्शित करता है जिन्होंने अपने हौंसलों, जज्बों और दृढ़ इच्छा शक्ति के माध्यम से सफलता प्राप्त की है, जो युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
कार्यक्रम की रूपरेखा
हेम शर्मा ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि रविवार, 4 अगस्त, 2024 को शाम 4:45 बजे रवींद्र रंगमंच, बीकानेर में हमारा ऑफ़लाइन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में तीन प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्तर के वक्ता शामिल होंगे जो युवाओं और समुदाय के साथ दृढ़ता और सफलता की अपनी प्रेरक कहानियाँ साझा करेंगे।
वक्ताओं का संक्षित्प परिचय
पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित और पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक कल्याण में अपने काम के लिए पहचान बनाने वाले श्याम सुंदर पालीवाल पिपलांत्री, सारिका सिंह, वरिष्ठ रिपोर्टर, बीबीसी एवं रोशन नागर प्रेरक वक्ता के रूप में शामिल होंगे। इन तीनों व्यक्तियों की कहानियाँ अविश्वसनीय रूप से प्रेरक रही हैं और युवाओं को प्रभावित करती हैं। परिणामस्वरूप, पूरे देश में बड़ी संख्या में इनके फोलोवर्स हैं। डॉ. श्याम सुंदर पालीवाल को पर्यावरण संरक्षण, विशेष रूप से बेटी, जल, वन और चारागाह संरक्षण के क्षेत्र में उनके असाधारण कार्य के लिए 2021 में प्रतिष्ठित पद्मश्री पुरस्कार मिला। सारिका सिंह का बिहार के एक छोटे से शहर से निकलकर BBC न्यूज़ में सफल करियर बनाने का सफ़र चुनौतियों से भरा था। जिसमें एक गंभीर बीमारी भी शामिल थी। जिसके कारण उन्हें कुछ समय के लिए पत्रकारिता छोड़नी पड़ी थी। हालाँकि, उनके दृढ़ संकल्प और जज्बे ने उन्हें इन बाधाओं को पार करने और पहले से कहीं ज़्यादा मज़बूती से अपने करियर में वापसी करने में मदद की। रोशन नागर के जीवन में तब बड़ा बदलाव आया जब एक भयानक दुर्घटना में उनके दोनों हाथ और एक पैर काटने पड़े। अकल्पनीय कठिनाइयों का सामना करने के बावजूद, रोशन ने कभी उम्मीद नहीं खोई और अपने हाथों और पैरों के बिना भी अपनी उल्लेखनीय उपलब्धियों से दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गए।
सकारात्मक सोच के साथ किए गए प्रयास निश्चित सफल होंगे
वरिष्ठ पत्रकार और बहुभाषी ब्लॉगस्पाट के प्रधान संपादक मोहन थानवी ने इस अवसर पर कहा कि मुझसे इस कांसेप्ट के बारे में चर्चा की गई थी अपने तजुर्बे के आधार पर मैं यह कह सकता हूँ कि सकारात्मक सोच के साथ किए गए प्रयास निश्चित रूप से सफल होते हैं
हालाँकि मैं अपने व्यक्तिगत कारणों से इसमें सहभागिता नहीं निभा सका लेकिन यह प्रयास निश्चित रूप से सफल होगा। इस कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं में नई उर्जा का संचार होगा।
आयोजन के सहयोगकर्ता
द्वार आर्किटेक्चर के निदेशक और सक्सेस टॉक्स के आयोजन में सहयोगी भवानी शंकर छीपा ने कार्यक्रम की अवधारणा की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि वे ऐसे व्यक्तियों के लिए एक मंच प्रदान करने के विचार से प्रभावित थे, जिन्होंने सफलता प्राप्त करने के लिए चुनौतियों को पार किया है। इसीलिए उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने का फैसला किया है।
कॉन्सेप्ट इंस्टीट्यूट के निदेशक भूपेंद्र मिड्ढा ने सक्सेस टॉक्स की सराहना करते हुए कहा कि यह सामान्य व्यक्तियों के लिए एक मूल्यवान मंच प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि यह उन लोगों के लिए एक अनूठा अवसर है जिन्होंने अपनी सफलताओं के लिए चुनौतियों को पार किया है।
चंद्रकला ब्रोकिंग की निदेशक सुमति सुराना ने कहा कि अच्छाई फैलाने के लिए प्रयास की आवश्यकता होती है, जबकि बुराई का तेजी से फैलना स्वाभाविक प्रक्रिया है। उन्होंने समाज में सकारात्मकता को बढ़ावा देने और प्रेरणा को प्रोत्साहित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता साझा की। केवल जीत पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय, उन्होंने बदलाव के लिए हार पर चर्चा करने का सुझाव दिया। उन्होंने अभिनव और अपरंपरागत सोच के लिए अपनी प्राथमिकता पर जोर दिया और कार्यक्रम में भाग लेने में अपनी रुचि व्यक्त की। इस आयोजन में शामिल अन्य सहयोगियों में ऑप्टिका आईवियर, विनोद एग्रो इंडस्ट्रीज, द बिट्स क्लासेस, पं. कृष्ण चंद्र मेमोरियल न्यूरोसाइंस सेंटर, लुक्स ब्यूटी पार्लर, गोविंद भादू, होटल सागर, शू बैंक, भोज आर्ट्स, परफेक्ट इवेंट मैनेजमेंट, खबर 21, एशियन साउंड और शगुन प्रोinडक्शन शामिल हैं।