भारी बारिश से 150 सड़कें और 334 बिजली ट्रांसफार्मर ठप, सिरमौर में चलती बस पर गिरी चट्टान


के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा   2024-07-10 17:01:22



 

हिमाचल प्रदेश के कई भागों में भारी बारिश दर्ज की गई है। इससे जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं भी सामने आई हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार राज्य में शनिवार सुबह 10:00 बजे तक एक नेशनल हाईवे सहित 150 सड़कों पर आवाजाही ठप रही। सबसे ज्यादा सड़कें मंडी व सिरमौर जिले में ठप हैं। इसके अतिरिक्त राज्य में 334 बिजली ट्रांसफार्मर भी ठप पड़े हैं।

वहीं 55 जल आपूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हैं। बीती रात धर्मशाला में 214.6, पालमपुर 212.4, जोगिंद्रनगर 169.0, कांगड़ा157.6, बैजनाथ 142.0, जोत 95.4, नगरोटा सूरियां 90.2, सुजानपुर टिहरा 72.0, धौलाकुआं 70.0, घमरूर 68.2, नादौन 63.0 और बरठीं में 58.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। 

जिला सिरमौर में शनिवार सुबह बड़ा सड़क हादसा टल गया है। जिले के रेणुका विधानसभा क्षेत्र में रेणुका-संगड़ाह सड़क पर कालथ के समीप बस पर एक चट्टान गिर गई। हादसे में बस चालक और एक महिला को चोटें आई हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के संगड़ाह उपमंडल के कालथ के समीप शनिवार को एक निजी बस पर चट्टान गिरने के बाद बड़ा हादसा होने से टला है।

यहां एक बड़ी चट्टान निजी बस पर आ गिरी। गनीमत रही कि चट्टान गिरने के बाद बस अनियंत्रित नहीं हुई और खाई में जाने से बच गई। उधर, चट्टान गिरते ही यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। बताया जा रहा है कि हादसे में बस के चालक व एक महिला को चोटें आई हैं। अन्य यात्री सुरक्षित हैं।

कांगड़ा जिले के अप्पर लंज में गिरा बरगद का पेड़

कांगड़ा जिले के अप्पर लंज में देर रात बरगद का पेड़ गिरने से नगरोटा सूरियां- गगल- धर्मशाला सड़क बंद हो गई। शनिवार सुबह 8:00 बजे छोटे वाहनों के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग ने सड़क को बहाल किया। बड़े वाहनों के लिए भी सड़क बहाल करने की कोशिश जारी है। लोगों को आवाजाही में परेशानियों का सामना करना पड़ा।

रोहतांग में गिरे फाहे, कुल्लू-लाहौल में पूरी रात बरसे बादल

जिला कुल्लू व लाहौल में तीसरे दिन भी बारिश का दौर जारी रहा। वहीं, जिला कुल्लू के साथ लाहौल घाटी में रातभर जमकर बारिश हुई। 13050 फुट ऊंचे रोहतांग दर्रा में फाहे गिरने से मौसम कूल-कूल हो गया है। ब्यास के साथ चंद्रा, पार्वती नदी सहित नाले भी उफान पर हैं। बारिश से कुल्लू जिले में आठ सड़कें बंद हो गई हैं। जबकि बारिश के बाद बंजार बस स्टैंड तालाब बन गया है। बस स्टैंड में पानी की निकासी की उचित व्यवस्था न होने से यहां पर यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं दूसरी ओर किसान व बागवान बारिश के बाद गदगद हैं। बारिश ने किसानों व बागवानों के चेहरों पर चिंता की लकीरों को मिटा दिया है। अब जहां बिजाई का कार्य शुरू होगा। वहीं सेब, नाशपाती, जापानी फल, मेरीपोजा, प्लम आदि के लिए बारिश लाभकारी साबित होगी।

दो जिलों में अचानक बाढ़ का जोखिम

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार राज्य के कई भागों में 12 जुलाई तक बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान है। आज व कल के लिए कई भागों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा आज कुछ स्थानों पर अचानक बाढ़ का अलर्ट भी है। शिमला में आज हल्की धूप खिलने के साथ बादल छाए हुए हैं। रात को झमाझम बारिश हुई। अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के शिमला और सिरमौर जिलों के कुछ जलग्रहण क्षेत्रों और आसपास के इलाकों में हल्की से मध्यम बाढ़ का जोखिम है। 

मंडी जिले में 112 सड़कें भूस्खलन से अवरूद्ध

मंडी जिले में भारी बारिश से तबाही हुई है। भूस्खलन से जगह-जगह 112 सड़कें बंद हैं। मंडी-पठानकोट-हाइवे पर गलू के समीप पेड़ गिरने से यातायात प्रभावित हुआ है। चंडीगढ़-मनाली एनच पर मंडी-पंडोह, छह मील के पास पहाड़ी से पत्थर गिर रहे हैं। सुबह सात मील के पास एनएच ठप रहा। भूस्खलन के बीच मंडी-पंडोह का सफर जोखिम भरा हो गया है। फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। 

रैत में दुकानों व घरों में घुसा मलबा

कांगड़ा जिले के रैत क्षेत्र में भारी बारिश होने के कारण आया मलबा लोगों की दुकानों और घरों में घुस गया। इससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। लोगों का कहना है कि बारिश के कारण पानी और सड़क का मलबा एनएच के किनारे पहले बनी नालियों और नालों के बंद होने के कारण उनके घरों तक पहुंचा है। एनएच भी जगह-जगह क्षतिग्रस्त हुआ है।


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