तेरा साथ हे तो है रोशनी,( sd नागल,) कहा रात हो जाए क्या खबर,( kk सोनी,) किसी राह में, कार्यक्रम में गूंजे तराने
के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा 2024-07-10 07:04:56
♦ श्री विश्वकर्मा नाट्य संगीत कला शानदार प्रस्तुति
श्री विश्वकर्मा नाट्य संगीत कला संस्थान द्वारा स्थानीय टाउन हाल में सप्तरंगी संगीत मय कार्यक्रम किसी राह में किसी मोड़ पर, चल ना देना छोड़ कर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों द्वारा फ़िल्मी गीतों को अपनी आवाज और अपने अंदाज में प्रस्तुत किया गया।
गीत-संगीत ना सिर्फ एक कला है बल्कि एक चिकित्सा भी है। गीत-संगीत की दुनिया में खोकर इंसान अपने दुःख, तकलीफ, परेशानी सब कुछ भूल जाता है। वर्तमान युग की भागती-दौड़ती ज़िन्दगी में ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन श्रोताओं को नई उर्जा, नई स्फूर्ति प्रदान करते हैं। जहाँ एक ओर इन कार्यक्रमों से श्रोताओं का मनोरंजन होता है वहीं, दूसरी ओर ये कार्यक्रम हमारी कला और संस्कृति को जीवंत बनाए रखने में अपनी महत्ती भूमिका निभाते हैं।
विश्वकर्मा नाट्य संगीत कला संस्थान के संस्थापक मेघराज नांगल कहते हैं कि किसी भी कलाकार की भावनाओं को सम्मान देना, उसे मंच प्रदान करना और उसका उत्साह वर्धन करना ही हमारे इस संस्थान का एक मात्र उद्देश्य है। आयोजन के विषय में उन्होंने कहा कि मेरे साथ-साथ यहां के स्थानीय कलाकारों के द्वारा सदाबहार हिन्दी फिल्मों के गीतों की शानदार प्रस्तुतियां दी गई।
कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वन्दना एवं मां सरस्वती के तेल चित्र पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बैंक कर्मचारी नेता सुनील दत्त नागल, कार्यक्रम के अध्यक्ष नारायण बिहाणी, डॉ मीना आसोपा, विशिष्ट अतिथि पूर्व पार्षद सुनील बांठिया, पार्षद शांतिलाल मोदी, समाजसेवी सुशील यादव, एडवोकेट सुरेश ओझा, समाजसेवी दिनेश अग्रवाल, नंदकिशोर मूंड, अयोध्या प्रसाद शर्मा, सैय्यद अख्तर, गिरधारी लाल मोदी के द्वारा पुष्पांजलि अर्पित कर की गई।
कार्यक्रम में स्थानीय गायक कलाकार मेघराज नागल, रवि भल्ला, उदय सिंह, कमलकांत सोनी, रामकिशोर यादव, सुनील दत्त नागल, राजेन्द्र बोथरा ,पवन चड्ढा, ओलिवर नानक, कौशल शर्मा, सुमन सोलंकी, राजेश सांखला, पूनम सियोता, गौतम चांवरिया सहित अनेक अन्य कलाकारों ने अपनी अपनी स्वर लहरियां बिखेरी। कार्यक्रम का मंच संचालन रवि भल्ला ने किया।