अंतरिक्ष में टूटा रूसी उपग्रह, मौजूद यात्रियों को अंतरिक्ष यान में एक घंटे तक लेनी पड़ी शरण


के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा   2024-07-05 04:20:39



अंतरिक्ष में टूटा रूसी उपग्रह, मौजूद यात्रियों को अंतरिक्ष यान में एक घंटे तक लेनी पड़ी शरण

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसियों ने जानकारी दी कि निष्क्रिय रूसी उपग्रह कक्षा में 100 से अधिक टुकड़ों में टूट गया। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों को लगभग एक घंटे तक आश्रय लेना पड़ा। 

रूसी पृथ्वी अवलोकन उपग्रह आरईएसयूआरएस पी1 के टूटने के कारण के बारे में तत्काल कोई विवरण नहीं मिल सका है। इसे रूस ने 2022 में मृत घोषित कर दिया था। मलबे के झुंड पर नजर रख रखे अमेरिकी अंतरिक्ष कमांड ने कहा कि अन्य उपग्रहों के लिए तत्काल कोई खतरा नहीं है।

स्पेस कमांड ने जानकारी दी कि यह घटना बुधवार को माउंटेन टाइम अनुसार सुबह लगभग 10 बजे हुई। नासा के स्पेस स्टेशन कार्यालय ने बताया कि यह घटना स्पेस स्टेशन के पास की कक्षा में हुई। इस कारण से इसमें सवार अमेरिकी अंतरक्ष यात्रियों को करीब एक घंटे तक अंतरिक्ष यान में शरण लेनी पड़ी। 

उपग्रह का संचालन करने वाली रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की। अमेरिकी अंतरिक्ष कमान ने बताया कि उपग्रह के तुरंत ट्रैक करने योग्य मलबे के 100 से अधिक टुकड़े हुए। अमेरिकी अंतरिक्ष कमान के पास अंतरिक्ष ट्रैकिंग रडारों का एक वैश्विक नेटवर्क है। उन्होंने कहा कि गुरुवार दोपहर तक अमेरिकी अंतरिक्ष ट्रैकिंग फर्म लियोलैब्स के रडारों ने कम से कम 180 टुकड़ों का पता लगा लिया था।

उपग्रह का विखंडन पृथ्वी की निचली कक्षा में लगभग 355 किमी की ऊंचाई पर हुआ। इस क्षेत्र में हजारों छोटे से लेकर बड़े उपग्रह संचालित होते हैं। जिनमें स्पेसएक्स का विशाल स्टारलिंक नेटवर्क और चीन का उपग्रह भी शामिल है, जिसमें उसके तीन अंतरिक्ष यात्री रहते हैं।

लियोलैब्स ने रॉयटर्स को दिए एक बयान में कहा कि इस मलबे के बादल की निचली कक्षा के कारण हमारा अनुमान है कि खतरा टलने में कई सप्ताह या महीने लग जाएंगे। उपग्रह विस्फोटों या टकरावों के कारण अंतरिक्ष में चार इंच से बड़े लगभग 25,000 मलबे के टुकड़ों ने केसलर प्रभाव की संभावना के बारे में चिंताएं उत्पन्न कर दी हैं। यह एक ऐसी घटना है जिसमें उपग्रह के मलबे से टकराव के कारण अधिक खतरनाक कचरे का एक प्रपातीय क्षेत्र निर्मित हो सकता है, तथा दुर्घटना का जोखिम तेजी से बढ़ सकता है।

अंतरिक्ष स्टेशन पर वर्तमान में मौजूद छह अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों को बुधवार को पूर्वी समयानुसार रात 9 बजे के आसपास ह्यूस्टन स्थित नासा के मिशन नियंत्रण कक्ष द्वारा सुरक्षित आश्रय प्रक्रियाओं को पूरा करने के लिए सचेत किया गया, जिसके तहत प्रत्येक चालक दल का सदस्य आपातकालीन प्रस्थान की आवश्यकता पड़ने पर अपने अंतरिक्ष यान में सवार हो जाएगा। नासा के अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स अपने स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में सवार हुए, जो बोइंग द्वारा निर्मित कैप्सूल है और जो स्टेशन पर अपने पहले चालक दल परीक्षण मिशन के तहत 6 जून से खड़ा है। अन्य तीन अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री और एक रूसी अंतरिक्ष यात्री स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन कैप्सूल में सवार होकर मार्च में स्टेशन पर पहुंचे। जबकि छठा अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री रूसी सोयूज कैप्सूल में शेष दो अंतरिक्ष यात्रियों के साथ शामिल हो गया। जो उन्हें पिछले वर्ष सितम्बर में वहां लेकर गया था।

नासा ने बताया कि लगभग एक घंटे बाद अंतरिक्ष यात्री अपने अंतरिक्ष यान से बाहर निकले और स्टेशन पर अपना सामान्य काम फिर से शुरू कर दिया।


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