लुटेरी दुल्हनों के गिरोह ने तीन दोस्तों को लगाया चूना, शादी के बाद माल समेट हुईं फरार
के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा 2024-07-04 06:30:18
लुटेरी दुल्हनों के गिरोह ने तीन दोस्तों को लगाया चूना, शादी के बाद माल समेट हुईं फरार
जोधपुर शहर के राजीव गांधी नगर थाना क्षेत्र से लुटेरी दुल्हनों से जुड़ा एक मामला सामने आया है। खास बात यह है कि पहली बार ऐसा हुआ है कि तीन दोस्तों को तीन लुटेरी दुल्हनों ने एक साथ ठगा। ठगने वाली दुल्हनें भी एक-दूसरे की सहेली थीं, जो एक साथ भाग गई। मामला करीब साल भर पहले का है, लेकिन प्रकरण अब दर्ज हुआ है। थाना अधिकारी देवीचंद ढाका ने बताया कि उत्तमचंद जैन ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि चौखा जाखड़ों की ढाणी निवासी उसके दोस्त खुमाराम, खुडियाला निवासी भोपालराम और उसने अपनी शादी के लिए रुपए भी दिए थे। भागते समय दुल्हनें उनका सोना-चांदी भी लेकर चली गईं। दुल्हनों के भागने के बाद उत्तमचंद किसी अन्य मामले में जेल में रहा। इसके चलते वो प्रकरण दर्ज नहीं करवा सका। वहीं, जेल से बाहर आने के बाद उसने पुलिस को रिपोर्ट दी है, जिस पर 14 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
एक साथ भागी तीनों लुटेरी दुल्हनें
रिपोर्ट के अनुसार जाखड़ों की ढाणी निवासी खुमाराम की शादी गत वर्ष 10 जून को रातानाड़ा गणेश मंदिर में दिशा माधव कदम के साथ हुई थी। इसके एवज में उसने डेढ़ लाख रुपए दिए थे। इसके बाद दिशा ने अपनी सहेली उषा रमेश से भोपालाराम की और उत्तमचंद जैन की शादी एश्वर्या मुरलीधर से 6 जुलाई को करवाई। इसके लिए दोनों ने दो लाख रुपए दिए थे। 18 जुलाई को उषा और दिशा उत्तम की पत्नी एश्वर्या से मिलने के लिए उसके घर आई। वहीं, तीनों घर से जेवरात सहित अन्य सामान लेकर भाग गई। आरोप है कि इसके पीछे अरशद, सरताज, शुभम, इरफान सहित अन्य आरोपी थे। फोन पर संपर्क किया तो कहा कि 5-6 दिन में वापस भेज देंगे, लेकिन नहीं आईं। इस दौरान उतमचंद को महाराष्ट्र पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
उत्तम की करवाई दो बार शादी
उत्तमचंद जैन की शादी गत वर्ष सबसे पहले 8 मई को रुपाली नामक लड़की से करवाई गई थी, लेकिन रुपाली भी 8-10 दिन बाद भाग गई। उसके बाद गिरोह ने उसकी शादी एश्वर्या से करवा दी, लेकिन वो भी अपनी सहेलियों के साथ भाग गई। जेल से वापस आने के बाद उत्तम ने संपर्क किया तो सभी ने वापस आने से इनकार कर दिया। सभी आरोपी महाराष्ट्र के जालना, सोलापुर, औरंगाबाद, नांदेड सहित अन्य जिलों के रहने वाले हैं।
गरीब परिवार की बेटियों को फंसाते हैं
उत्तमचंद ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि धर्म विशेष के लोगों ने यह गिरोह बना रखा है, जो महाराष्ट्र के गरीब परिवारों की बेटियों की शादियां करवाकर रुपए एंठते हैं। एक-एक लड़कियों की आठ से दस बार शादी करवाते हैं। इनमें सलामन रसीद, अरशद रसीद और सरताज इस्माइल शामिल हैं। जिन्होंने गिरोह में शुभम, चंद्रपकाश, रेखा, कृष्णा, युवराज, रुपाली सहित अन्य लड़कियों को जोड़ रखा है। तीनों ठगे गए युवकों ने इन्हीं आरोपियों को रुपए दिए थे। आरोप है कि गिरोह के सदस्य हर माह अलग-अलग जगहों पर जाकर लोगों को शिकार बना रहे हैं।
11 माह जेल में रहना पड़ा
उत्तमचंद ने एक साल बाद पुलिस में मामला दर्ज करवाने के लिए पुलिस को कारण बताया। जिसमें उसने बताया कि गत वर्ष 28 जुलाई को उसे महाराष्ट्र पुलिस ऐसे मामले में सह अभियुक्त बनाकर लेकर गई, जिसका उसे पता ही नहीं था। 11 माह तक उसे न्यायिक अभिरक्षा में रहना पड़ा। वहां से छुटने के बाद उसने शादी करवाने वालों से अपनी व दोस्तों की पत्नियों के बारे पता किया तो उन्होंने भेजने से साफ इनकार कर दिया। साथ ही रुपए भी लौटाने से इनकार कर दिया।