गंदोह मुठभेड़ में जैश के तीन पाकिस्तानी आतंकियों का सफाया, पुलिसकर्मी जख्मी


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2024-06-28 21:30:56



गंदोह मुठभेड़ में जैश के तीन पाकिस्तानी आतंकियों का सफाया, पुलिसकर्मी जख्मी

अमरनाथ यात्रा से तीन दिन पहले सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन लागोर के तहत छह घंटे से अधिक समय तक चली मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के तीन पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया। दहशतगर्दों के पास से दो अमेरिकी एम4 कार्बाइन और एक एके-सीरीज असॉल्ट राइफल सहित भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद जब्त किया गया। मुठभेड़ में पुलिस के हेड कांस्टेबल फरीद अहमद घायल हुए हैं। उन्हें इलाज के लिए जीएमसी डोडा में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। इलाके में कुछ और आतंकी छिपे होने की आशंका को देखते हुए तलाशी अभियान जारी है।

अधिकारियों ने बताया कि 11 और 12 जून को डोडा जिले में हुए दोहरे आतंकी हमलों के बाद पुलिस, सेना और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की टीमें संयुक्त रूप से इलाके में तलाशी अभियान चला रही थीं। एक सटीक सूचना के बाद सुरक्षाबलों ने बुधवार सुबह गंदोह क्षेत्र के बजाद गांव में एक ठिकाने को घेर लिया। करीब 9:50 बजे सिनू पंचायत के एक गांव में सुरक्षा बलों पर ढलान पर बने एक ढोक (मिट्टी के घर) में छिपे आतंकियों ने भारी गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षाबलों की जवाबी गोलीबारी में एक आतंकी मारा गया। दिन चढ़ने के साथ ही सुरक्षा बलों ने दो और दहशतगर्कोदों को मार गिराया। इलाके में हो रही भारी गोलीबारी और विस्फोटों की आवाज दूर तक सुनाई दे रही थी। आतंकियों की पहचान और उनके समूह का पता अभी नहीं चल पाया है।

हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, ऐसा मान जा रहा है कि ये दहशतगर्द हाल ही में सीमा पार से घुसपैठ करने वाले आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य हैं और संभवत: पाकिस्तान से हैं। मुठभेड़ के दौरान निगरानी के लिए सेना का एक हेलीकॉप्टर भी इलाके में मंडराता देखा गया। सुरक्षाबल ड्रोन के जरिये आतंकियों के ठिकाने की निगरानी करते रहे। मुठभेड़ शाम करीब चार बजे समाप्त हो गई। सेना की व्हाइट नाइट कोर ने एक्स पर पोस्ट किया कि इसे ऑपरेशन लागोर नाम दिया है। यह इलाका घने जंगल और पहाड़ से घिरा हुआ है। यहां तेज बारिश हो रही है।

 

दो सप्ताह पहले हुए दोहरे आतंकी हमले में 7 जवान हुए थे जख्मी

गौरतलब है कि 11 और 12 जून को पहाड़ी जिले डोडा में दोहरे आतंकवादी हमलों के बाद सेना और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के साथ पुलिस द्वारा गहन तलाशी और घेराबंदी अभियान चला रहे थे। 11 जून को छत्रगलां में एक संयुक्त जांच चौकी पर आतंकियों के हमले में छह सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे, जबकि अगले दिन गंदोह क्षेत्र के कोटा टॉप पर मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया था। हमलों के बाद, सुरक्षा बलों ने अपने आतंकवाद विरोधी अभियान तेज कर दिए और जिले में घुसपैठ करने वाले चार पाकिस्तानी आतंकियों की सूचना देने वाले को 5-5 लाख रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की थी।

कठुआ में मारे गए थे दो आतंकी

इस महीने जम्मू क्षेत्र में यह दूसरी ऐसी मुठभेड़ थी। 11-12 जून को कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में 15 घंटे तक चले अभियान में दो पाकिस्तानी आतंकी मारे गए थे, जबकि सीआरपीएफ का एक जवान बलिदान हो गया था।

वरिष्ठ अधिकारियों ने डाला डेरा

जम्मू संभाग के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आनंद जैन, डोडा-किश्तवाड़-रामबन रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक श्रीधर पाटिल और डोडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जाविद इकबाल अभियान की निगरानी के लिए मुठभेड़ स्थल पर मौजूद रहे।

डोडा, भद्रवाह, बनी में इंटरनेट सेवा बंद की गई

अधिकारियों ने कहा कि एहतियात के तौर पर डोडा जिले के भद्रवाह, गंदोह, भलेस व कठुआ के बनी इलाके में इंटरनेट एवं मोबाइल सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं।


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