सीबीआई ने ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल को लिया हिरासत में, नीट पेपर लीक मामले में हुई कार्रवाई


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2024-06-27 14:58:44



सीबीआई ने ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल को लिया हिरासत में, नीट पेपर लीक मामले में हुई कार्रवाई

नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई ने झारखंड में बड़ी कार्रवाई की है। करीब सात घंटे की लंबी जांच और पूछताछ के बाद सीबीआई ने हजारी बाग़ स्थित ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल और एनटीए के सिटी कोऑर्डिनेटर एहसान उल हक को हिरासत में ले लिया। हिरासत में लेने के बाद सीबीआई की टीम उनसे विस्तार से पूछताछ कर रही है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक से कड़ी पूछताछ के बाद सीबीआई की टीम उन्हें अपने साथ ले गई। सीबीआई की टीम ने स्कूल में उनसे करीब 7 घंटे तक पूछताछ की। सीबीआई की टीम ने पूरे दिन स्कूल और एसबीआई शाखा में पूछताछ की। फिर शाम करीब 5:17 बजे टीम स्कूल से रवाना हो गई।

बता दें कि नीट पेपर लीक मामले को लेकर सीबीआई की टीम पिछले दो दिनों से हजारीबाग में जांच कर रही है। बुधवार को फिर से टीम ने अपनी जांच आगे बढ़ाई। बुधवार को सीबीआई की टीम ओएसिस स्कूल पहुंची, साथ ही दो बार एसबीआई बैंक भी पहुंची। पूरे दिन भर टीम ने स्कूल में जांच की। इस दौरान प्रिंसिपल एहसान उल हक से टीम ने पूछताछ की। वहीं एसबीआई के अधिकारियों से भी पूछताछ की गई।

क्या है मामला?

आपको बता दें कि इससे पहले 22 जून को बिहार से पांच सदस्यीय जांच टीम हजारीबाग आई थी। टीम ने हजारीबाग के ओएसिस स्कूल में पूछताछ की थी। पूछताछ के दौरान कई जानकारियां जुटाई गई थीं। कई लोगों के बयान भी दर्ज किए गए थे। गौरतलब है कि नीट परीक्षा के लिए हजारीबाग में चार केंद्र बनाए गए थे। जिसमें से एक केंद्र के लड़के ने टॉप किया है। जांच टीम के हजारीबाग के ओएसिस स्कूल में आने की वजह यह है कि एक जली हुई प्रश्नपत्र बुकलेट का सीरियल नंबर इस ओएसिस स्कूल की बुकलेट से मेल खा रहा था।

प्रिंसिपल ने कूरियर कंपनी पर जताया था संदेह

हालांकि, स्कूल के प्रिंसिपल ने स्कूल की ओर से किसी तरह की अनियमितता की बात से इनकार किया था। एनटीए के सिटी कोऑर्डिनेटर और ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल डॉ एहसान उल हक ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया था कि स्कूल में सभी नियमों का पालन किया गया था, स्कूल से प्रश्नपत्र लीक नहीं हुआ है। उन्होंने कहा था कि जिस प्रश्नपत्र के लीक होने की बात कही जा रही है, उसके एनवेलप के साथ छेड़छाड़ की गई थी। एनवेलप को बहुत सावधानी से काटा गया था।

उन्होंने संदेह जताया था कि प्रश्नपत्र लिफाफे से निकाला गया था। उन्होंने कूरियर सर्विस वाली कंपनी की भूमिका पर भी संदेह जताया था। प्रश्नपत्र नेटवर्क के वाहन में लाया गया था, उन्होंने कहा था कि कूरियर वालों ने ई-रिक्शा में प्रश्नपत्र हजारीबाग बैंक तक पहुंचाया था। उन्होंने यह भी कहा था कि परीक्षा के दिन प्रश्नपत्र का डिजिटल लॉकर नहीं खुला था। जिसके कारण उसे कटर से काटा गया था। उन्होंने पेपर लीक मामले में बैंक, कूरियर और ट्रांसपोर्ट कंपनी पर संदेह जताया था।


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