दौसा और झालावाड में महिला आरक्षण बढाने के खिलाफ युवाओं ने रैली निकालकर किया विरोध प्रदर्शन


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2024-06-25 06:28:43



दौसा और झालावाड में महिला आरक्षण बढाने के खिलाफ युवाओं ने रैली निकालकर किया विरोध प्रदर्शन

तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने के खिलाफ सोमवार को जिला मुख्यालय पर बेरोजगार युवाओं ने प्रदर्शन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में युवाओं ने सोमनाथ सर्किल से कलेक्ट्रेट तक विरोध रैली निकाली। इसके बाद कलेक्ट्रेट के बाहर धरना प्रदर्शन किया।

इस मौके पर युवाओं ने तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में महिलाओं के 50 प्रतिशत आरक्षण को समाप्त करने की मांग की। उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सुरक्षा के लिहाज से कलेक्ट्रेट के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। धरना-प्रदर्शन के बाद बेरोजगार युवाओं ने नेता मनोज मीना के नेतृत्व में एडीएम को ज्ञापन सौंपा।

महिला आरक्षण समाप्त नहीं किया तो बड़ा आंदोलन 

राजस्थान युवा शक्ति एकीकृत महासंघ की ओर से किए जा रहे इस आंदोलन का दौसा में मनोज मीना ने नेतृत्व किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ये आरक्षण युवाओं के हित में नहीं है। यदि सरकार द्वारा इस आरक्षण को पहले की भांति लागू नहीं किया गया तो राजस्थान का युवा बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरकर अपने हक की लड़ाई लड़ेगा। उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री भजनलाल को महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण लागू करना ही है तो वे पहले इस व्यवस्था को कैबिनेट और विधानसभा में लागू करें। इसके बाद इस आरक्षण को भर्तियों में लागू करें।

उपचुनाव में करेंगे विरोध 

उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर समय रहते इस आरक्षण को वापस नहीं लिया गया तो आने वाले समय में उपचुनाव होने वाले हैं, इसमें राजस्थान का युवा जमकर सरकार का विरोध करेगा। साथ ही बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।

झालावाड में भी विरोध जारी 

झालावाड़ में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में महिलाओं के आरक्षित कोटे को 50% किए जाने के विरोध में सोमवार को जिले के बेरोजगार युवाओं ने मिनी सचिवालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही राज्य की भजनलाल सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान बेरोजगार युवाओं ने महिला आरक्षित कोटे को फिर से 30 प्रतिशत करने की मांग की। वहीं, युवाओं ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन भी सौंपा।

प्रदर्शन करने पहुंचे युवाओं ने बताया कि तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में महिलाओं के आरक्षण को 30 से बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर देना न्यायोचित नहीं है। वर्तमान समय में अपनी प्रतिस्पर्धा से बालिकाएं हर भर्ती परीक्षा में 40 से 50 प्रतिशत सीटें प्राप्त कर रही हैं। ऐसे महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देना सही फैसला नहीं है।

युवाओं ने कहा कि भर्तियों में पहले से ही एक्स सर्विसमेन, विधवा, विकलांग का भी कोटा निश्चित है। ऐसे में पुरुष वर्ग के साथ अन्याय होगा। युवाओं का कहना है कि पुरुष वर्ग के लिए सारे कोटे को काटकर 15 से 20 फीसदी सीट ही बचेगी, जिस पर एससी-एसटी, ओबीसी, जनरल और ईडब्ल्यूएस के साथ-साथ महिलाएं भी फाइट करेंगी। 

युवाओं ने कहा कि इस निर्णय ने लड़कों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर दिया है। पुरुष वर्ग बेरोजगार होकर सड़कों पर आ जाएगा। प्रदर्शनकारी युवाओं ने कहा कि सरकार ने अपना यह निर्णय वापस नहीं लिया तो राजस्थान के पुरुष आंदोलन करेंगे। महिलाओं का सशक्तिकरण अन्य तरीके से उनकी कोचिंग फीस वापस करके, निशुल्क बीएड, बीएसटीसी करवाकर भी किया जा सकता है। इस दौरान जिले भर के युवा धरना प्रदर्शन मे शामिल हुए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।


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