वैश्विक निवेश कंपनी Morgan Stanley ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट "द न्यू इंडिया - इंफ्रास्ट्रक्चर" में भारत
के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा 2024-06-24 10:59:16
वैश्विक निवेश कंपनी Morgan Stanley ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट "द न्यू इंडिया - इंफ्रास्ट्रक्चर" में भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश में 15.3 percent की वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) का अनुमान लगाया है। इस उछाल के परिणामस्वरूप, अगले पांच सालों में कुल डॉलर 1.45 ट्रिलियन का निवेश होने की उम्मीद है।
बढ़ती उत्पादकता और सरकार की पहल
Morgan Stanley के अनुसार इस निवेश में वृद्धि से निवेश दर में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी जिससे उच्च उत्पादकता वाली लंबी अवधि की विकास दर को बढ़ावा मिलेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश किसी भी अर्थव्यवस्था की रीढ़ होती है, और पिछले दशक में भारत ने अपने इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश को न केवल बढ़ाया है बल्कि उनकी उत्पादकता को भी सुधारा है।
हालांकि अभी भी आकार और उत्पादकता दोनों में वृद्धि की बहुत गुंजाइश है और हालिया सरकारी नीतियाँ सही दिशा में एक कदम रही हैं। प्रधानमंत्री गति शक्ति जिसे राष्ट्रीय मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी मास्टर प्लान के रूप में भी जाना जाता है इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के निष्पादन में तेजी लाने और लागत वृद्धि को कम करने के लिए तैयार है। यह उत्पादकता लाभों को अनलॉक करेगा और दक्षता को बढ़ाएगा।
अर्थव्यवस्था पर चार प्रमुख प्रभाव
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि इंफ्रास्ट्रक्चर खर्च में यह वृद्धि चार प्रमुख मैक्रोइकॉनॉमिक प्रभाव डालेगी:
बढ़ी हुई पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) के कारण मुनाफे में उछाल
बेहतर मैक्रोइकॉनॉमिक स्थिरता
दक्षता और उत्पादकता में सुधार
अधिक स्थायी वृद्धि
बाजार पर सकारात्मक प्रभाव
इंफ्रास्ट्रक्चर वृद्धि के बाजार पर प्रभाव को पहचानते हुए, रिपोर्ट ने कहा कि इससे इक्विटी बाजार पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा जिससे सक्षम करने वाले, डेवलपर्स (या संपत्ति मालिक) और अपनाने वाले सभी को लाभ होगा।
Morgan Stanley ने अनुमान लगाया है कि वित्तीय वर्ष (FY) 2024 में GDP का 5.3 percent इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश से बढ़कर FY 2029 तक 6.5 percent हो जाएगा।
निष्कर्ष
Morgan Stanley की यह रिपोर्ट भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश में बड़े उछाल का संकेत देती है, जो न केवल देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा बल्कि वैश्विक मंच पर भी उसकी स्थिति को और सुदृढ़ करेगा। यह निवेश न केवल वर्तमान बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए भी एक स्थायी और समृद्ध भारत की नींव रखेगा।