हज यात्रा पर मौत का साया: सैकड़ों श्रद्धालु भीषण गर्मी का शिकार


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2024-06-22 02:36:10



हज यात्रा पर मौत का साया: सैकड़ों श्रद्धालु भीषण गर्मी का शिकार

भीषण गर्मी में हज यात्रा के दौरान सैकड़ों की मौत: जानें कैसे जलवायु परिवर्तन ने बढ़ाई मुश्किलें

भीषण गर्मी के बीच सऊदी अरब के मक्का में हज यात्रा के दौरान सैकड़ों श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स और विदेश मंत्रालयों के अनुसार, तीर्थयात्रा के इस पवित्र मौके पर जान गंवाने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

प्रमुख बिंदु:

मौत का आंकड़ा: फ्रांसीसी मीडिया एएफपी के अनुसार, कम से कम 550 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से 323 मिस्र के नागरिक थे। अधिकतर मौतें हीट-स्ट्रोक और गर्मी से संबंधित बीमारियों के कारण हुई हैं।

तापमान की स्थिति: सऊदी सरकारी टीवी ने बताया कि मक्का के ग्रैंड मस्जिद में सोमवार को तापमान छाया में 51.8 डिग्री सेल्सियस (125.2 फारेनहाइट) तक पहुंच गया था।

पिछले हादसे: पिछले 30 वर्षों में हज के दौरान भगदड़, टेंट में आग और अन्य दुर्घटनाओं के कारण सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

वैज्ञानिक अध्ययन: 2024 में जर्नल ऑफ ट्रैवल एंड मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन ने चेतावनी दी है कि बढ़ते वैश्विक तापमान से निपटने की रणनीतियाँ पर्याप्त नहीं हो सकती हैं। 2019 के एक अध्ययन के अनुसार, जलवायु परिवर्तन के कारण सऊदी अरब में बढ़ते तापमान हज यात्रा को और अधिक खतरनाक बना सकते हैं।

अन्य देशों की स्थिति:

ट्यूनिसिया: ट्यूनिस अफ्रीक प्रेस के अनुसार, हज के दौरान 35 ट्यूनीशियाई नागरिकों की मौत हो गई है।

जॉर्डन: जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को 41 जॉर्डनियों के अंतिम संस्कार के परमिट जारी किए हैं।

ईरान: ईरानी राज्य समाचार एजेंसी IRINN ने बताया कि 11 ईरानी नागरिकों की मौत हो गई है और 24 अस्पताल में भर्ती हैं।

सेनेगल: तीन सेनेगाली नागरिकों की मौत की पुष्टि हुई है।

इंडोनेशिया: इंडोनेशियाई स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 144 इंडोनेशियाई नागरिकों की हज के दौरान मौत हो गई है।

यह त्रासदी जलवायु परिवर्तन और उसकी वजह से बढ़ती गर्मी के गंभीर परिणामों को उजागर करती है। हज जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक अवसर पर इस प्रकार की मौतें पूरे विश्व के लिए चिंता का विषय हैं। सरकारों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को मिलकर इस चुनौती का सामना करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।


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