खटाखट,खटाखट ,,,खटाखट,,,,,,चुनावी वादे कहीं जानलेवा ना बन जाएं! खटाखट वाले एक लाख रुपए की आस में भीषण गर्मी में महिलाएं बच्चों सहित लग रहीं लाइनों में


के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा  2024-06-16 06:55:04



 खटाखट,खटाखट ,,,खटाखट,,,,,,चुनावी वादे कहीं जानलेवा ना बन जाएं! खटाखट वाले एक लाख रुपए की आस में भीषण गर्मी में महिलाएं बच्चों सहित लग रहीं लाइनों में 

बिहार में कैमूर जिले के मोहनिया शहर में शनिवार को सीएसपी में खाता खुलवाने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची। जहां चुनावी वादों में खाते में एक लाख रुपये आने की घोषणा की गई थी। खाते में रुपये आने की अफवाह पर कैमूर जिले के विभिन्न प्रखंडों की सैकड़ों की संख्या में महिलाएं मोहनिया प्रखंड मुख्यालय के सीएसपी सेंटर में खाता खुलवाने पहुंची। महिलाओं की भीड़ इतनी बढ़ गई कि मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी जिसने महिलाओं को समझाने का प्रयास किया। महिलाओं का कहना है कि हम लोगों को गांव में हल्ला हुआ था कि खाता खुलवाने पर सरकार पैसा देगी इसलिए खाता खुलवाने आए हैं।

कड़ी धूप में पहुंची महिलाएं

गौरतलब है कि मोहनिया नगर अंतर्गत सीएसपी केंद्र पर महिलाएं अपने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर इस कड़ी धूप में अलग-अलग गांव से इस आस में पहुच रही हैं कि उनका खाता खुल जाने पर एक लाख रुपये खाते में आएंगे। राजनीतिक दलों द्वारा लोकसभा चुनाव में महिलाओं को पैसे दिए जाने के लुभावने वादे का असर चुनाव बीतने के बाद अब देखने को मिल रहा है। जिसका नतीजा है कि भारी संख्या में महिलाएं कैमूर जिले के अलग-अलग प्रखंडों से खाता खुलवाने के लिए मोहनिया पहुंची थीं। जहां सूचना पर पहुंचे अधिकारियों ने महिलाओं को समझा-बुझाकर हटाने का प्रयास किया, लेकिन महिलाएं खाता खुलवाने के नाम पर कड़ी धूप में अड़ी रहीं।

बीडीओ ने बताया अफवाह

पूरे मामले पर पार्षद प्रतिनिधि रविकांत ने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के घोषणा पत्र में महिलाओं को एक लाख दिए जाने के मामले को लेकर महिलाएं खाता खुलवाने के लिए पहुंची हुई हैं। भारी भीड़ देखकर मैंने इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दी है।

वहीं, पूरे मामले पर मोहनिया बीडीओ संजय दास ने बताया कि खाता खुलवाने के लिए महिलाएं विभिन्न प्रखंडों से आ रही हैं। उनका कहना है कि खाता खुलवाने पर उन्हें कुछ लाभ प्राप्त होगा। उन्होंने महिलाओं को समझाते हुए यह स्पष्ट किया कि यह बिल्कुल अफवाह है ऐसी कोई स्कीम नहीं है। इतनी गर्मी के बावजूद अपने बच्चों को लेकर महिलाएं यहां पहुंच रही हैं। वह अपने घरों में रहे यह बिल्कुल अफवाह है। इस पर ध्यान ना दें। खाता खुल जाने पर कोई लाभ नहीं होगा आपके खाते में कोई पैसा नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि हम लोग समझा-बुझाकर महिलाओं को वापस भेज रहे हैं। लेकिन बहुत सी महिलाएं जिद पर अड़ रही हैं।

भीषण गर्मी और महिलाओं की बढती संख्या को देखते हुए सवाल उठता है कि कहीं चुनावी वादें जानलेवा ना बन जाएं। राजनीतिक दलों द्वारा इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए और महिलाओं से अपील करनी चाहिए कि वह व्यर्थ में इस भीषण गर्मी में बच्चों को लेकर खाता खुलवाने नहीं जाएं। ऐसी कोई योजना नहीं है, उनके खाते में कोई पैसे नहीं आएँगे।


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