नलकूप में लगाए घटिया पाइप, जलदाय विभाग ने सहायक अभियंता और कनिष्ठ अभियंता को किया निलंबित


के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा  2024-06-13 11:46:46



नलकूप में लगाए घटिया पाइप, जलदाय विभाग ने सहायक अभियंता और कनिष्ठ अभियंता को किया निलंबित

जयपुर शहर के मुरलीपुरा क्षेत्र में वैद्य जी का चौराहा स्थित विश्वामित्र नगर मामले में जलदाय विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में जलदाय विभाग ने बुधवार को आदेश जारी कर सहायक अभियंता उषा चौधरी और कनिष्ठ अभियंता अक्षय कुमार मीना को निलंबित कर दिया है। दोनों अभियंता पीएचईडी नगर उपखण्ड-द्वितीय (उत्तर) कार्यालय में कार्यरत हैं।

दरअसल, मुरलीपुरा के विश्वामित्र नगर में राजकीय नलकूप का निर्माण किया जा रहा है। इस निर्माण कार्य में ठेकेदार की ओर से घटिया पाइप लगा दिए गए थे। जब पाइपों को बाहर निकला गया, तो मामले का खुलासा हुआ। पाइप घटिया क्वालिटी के लगाए गए थे। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, नगर वृत (उत्तर) के अधीन यह क्षेत्र आता है। विभाग को राजकीय नलकूप के निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग किए जाने की शिकायत मिली थी। विभाग के मुख्य अभियंता (प्रशासन) की जांच रिपोर्ट एवं प्रशासनिक टिप्पणी के अनुसार इसे गंभीर अनियमितता माना गया। राजकीय धनराशि के दुरूपयोग एवं विभाग की छवि धूमिल किए जाने के लिए इस मामले में सहायक अभियंता ऊषा चौधरी और कनिष्ठ अभियंता अक्षय कुमार मीना को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। 

ऊषा चौधरी का निलबंन अवधि में मुख्यालय शासन सचिव, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, शासन सचिवालय के कार्यालय में रहेगा। वहीं, कनिष्ठ अभियंता अक्षय कुमार मीणा का मुख्यालय कार्यालय अधीक्षण अभियंता, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, वृत दौसा रहेगा। राज्य सरकार राजस्थान सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) 1958 के नियम-13 के तहत दोनों को निलंबित किया गया है। 

बता दें कि मुरलीपुरा क्षेत्र भी जयपुर के उन इलाकों में शामिल है, जहां पानी की किल्लत है। आम जन पानी को लेकर परेशान हैं। यहां भी पर्याप्त मात्रा में पानी सप्लाई नहीं किया जा रहा है। यहां के निवासी अधिक दामों पर टैंकर से पानी लेने को मजबूर हैं। स्थानीय निवासी आए दिन पानी को लेकर धरना प्रदर्शन करते हैं। इसके बावजूद लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है।


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