अंतरराज्यीय ट्रक चोर गिरोह का पर्दाफाश, हरियाणा और राजस्थान के बदमाश गिरफ्तार, तीन ट्रक-कार जब्त


के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा  2024-06-12 21:19:42



अंतरराज्यीय ट्रक चोर गिरोह का पर्दाफाश, हरियाणा और राजस्थान के बदमाश गिरफ्तार, तीन ट्रक-कार जब्त

अंतरराज्यीय स्तर पर ट्रक चोरी की वारदात करने वाले हरियाणा-राजस्थान के दो बदमाशों के साथ चोरी के ट्रक खरीदने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। चोरी करने वाले बदमाशों का उज्जैन में रहने वाला साथी फरार है। पुलिस ने हिरासत में आए बदमाशों से तीन ट्रक के साथ कार जप्त की है।

उज्जैन एसपी प्रदीश शर्मा ने बताया कि 18 मई को बड़नगर थाना क्षेत्र के अडाना मोहल्ला से ट्रक क्रमांक एमपी 13 झेडजी 9669 चोरी होने के मामले में पुलिस ने जमीलउद्दीन की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया था। बदमाशों की धरपकड़ के लिए बड़नगर थाना प्रभारी अशोक पाटीदार और नीलगंगा थाना प्रभारी विवेक कनोड़िया के नेतृत्व में टीम बनाई गई और सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे गए। इसके आधार पर पुलिस की टीम लगातार काम में लग गई। 20 दिन बाद बदमाशों का सुराग मिलते ही टीम गुजरात तक पहुंची, जहां से रमजान पुत्र इकबाल निवासी सुरेन्द्रनगर को हिरासत में लिया। उसने ट्रक पांच लाख में सलीम पुत्र सईद निवासी पलवल हरियाणा, फारुख पुत्र तैय्यब निवासी अलवर राजस्थान और लोकेन्द्रसिंह निवासी घट्टिया उज्जैन से खरीदना बताया। रमजान का कहना था कि कुछ दिनों में एनओसी देने की बात ट्रक बेचने वालों ने कही थी। पुलिस ने चोरी का ट्रक खरीदने के आरोप में रमजान को गिरफ्तार कर सलीम खान और फारुख को भी हिरासत में ले लिया। लोकेन्द्रसिंह फरार है। ट्रक चोरी करने वाले दोनों बदमाशों से पूछताछ शुरू की गई तो उन्होंने झाबुआ और रतलाम से भी ट्रक चोरी करना कबूल कर लिया। 

रतलाम से चोरी किया ट्रक गांधीनगर गुजरात के राजू बारोड को बेचना बताया। पुलिस ने राजू को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने रतलाम और झाबुआ से चोरी किया गया ट्रक भी जब्त कर लिया है। बदमाशों को रिमांड पर लिया गया है, जिनसे फरार साथी लोकेन्द्र की जानकारी जुटाई जा रही है।

सलीम और फारुख की भैरवगढ़ जेल में हुई थी मुलाकात

एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि हिरासत में आया हरियाणा का बदमाश सलीम दो साल पहले भी वाहन चोरी की वारदात में पकड़ा गया था। उसे भैरवगढ़ जेल भेजा गया था। जहां उसकी पहचान लूट के आरोप में बंद लोकेन्द्रसिंह से हुई थी। दोनों जमानत पर रिहा होने के बाद दोस्त बन गए और फारुख के साथ मिलकर ट्रक चोरी की वारदात करने लगे। वे रात के समय कार में सवार होकर निकलते थे और अलग-अलग जिलों में पहुंचकर सुनसान स्थानों के साथ हाईवे पर ढाबों के आसपास रैकी करते थे। मौका मिलते ही ट्रक चोरी कर निकल जाते थे। 

बदमाशों के निशाने पर एक ही श्रेणी के आयशर ट्रक होते थे। जिन्हें दूसरे राज्यों में ले जाकर बेच देते थे। कम कीमत में सौदा करने पर कुछ दिनों में एनओसी देने की बात कही जाती थी। एसपी के अनुसार पूछताछ में कुछ ओर वारदातों का सुराग मिल सकता है। ट्रक चोरी में गिरफ्तार दोनों बदमाशों के पूर्व में भी इंदौर, रतलाम, धार, झाबुआ, बडनग़र और उज्जैन में चोरी के प्रकरण दर्ज होने की बात सामने आई है।


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