पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद फिर हिंसा, भाजपा कार्यकर्ता की हत्या; गोली से बच निकला तो गर्दन काटी
के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा 2024-06-05 20:42:38
पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद फिर हिंसा, भाजपा कार्यकर्ता की हत्या; गोली से बच निकला तो गर्दन काटी
मतदान प्रक्रिया खत्म होने के साथ ही पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में भाजपा कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यकर्ता को पहले गोली मारी। जब वह बचने के लिए भागा, तो तेजधार हथियार से उसकी गर्दन काटकर अपने साथ ले गए। भाजपा ने इसे सुनियोजित हत्या बताते हुए पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि भाजपा कार्यकर्ता हफीजुल शेख शनिवार रात कालीगंज में चाय की दुकान पर बैठे थे। तभी बाइक पर आए बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। वहीं, मृतक के बड़े भाई जैनुद्दीन मोल्ला का कहना है कि हफीजुल दुकान पर कैरम खेल रहा था। इसी बीच तृणमूल के गुंडों ने भाई को कई गोलियां मारीं। जान बचाने के लिए जब वह भागा तो तेज हथियार से उसकी गर्दन काटकर साथ ले गए। मोल्ला ने सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि उन्हें पुलिस पर भरोसा नहीं है।
भाजपा बोली-राजनीतिक हत्याओं का दौर फिर शुरू
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल में हत्याओं का दौर शुरू हो गया है। भाजपा के एक और कार्यकर्ता हफीजुल शेख की हत्या कर दी गई है। उसका शव सूजा हुआ, गोलियों से छलनी, सिर कटा हुआ और गायब मिला। यह शव सड़क किनारे पड़ा मिला। यह घटना नादिया के कालीगंज के देवग्राम के चांदपुर इलाके में हुई। परिवार के अनुसार, लोकसभा चुनाव से पहले हफीजुल के नेतृत्व में इलाके के अल्पसंख्यक भाजपा में शामिल हुए थे। उसे इसलिए मारा गया क्योंकि भाजपा ने इलाके में अच्छा प्रदर्शन किया था। अगर मुसलमान उन्हें वोट नहीं देते तो टीएमसी को उनसे कोई मतलब नहीं रह जाता। डायमंड हार्बर में भी मुसलमानों को निशाना बनाया गया, जहां बड़ी संख्या में मुसलमानों ने सीपीआई(एम) उम्मीदवार प्रतिकुर रहमान को वोट दिया। कृष्णानगर से हमारी उम्मीदवार राजमाता अमृता रॉय और भाजपा की जिला अध्यक्ष परिवार के साथ हैं।
वहीं, कृष्णानगर से भाजपा प्रत्याशी अमृता राय ने कहा है कि यह नृशंस हत्या और प्रतिशोध का मामला है। अगर ऐसा नहीं होता, तो क्या वे उसकी गर्दन लेकर जाते? उन्होंने कहा कि इसमें पुलिस की भूमिका से इन्कार नहीं किया जा सकता।