अपने तो अपने दूसरो के भी बाल खाती थी! डॉक्टर ने पेट से निकाला ढाई किलो का गुच्छा (ट्राई कोमेजोर मेडिकल)


के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा  2024-06-02 05:32:33



अपने तो अपने दूसरो के भी बाल खाती थी! डॉक्टर ने पेट से निकाला ढाई किलो का गुच्छा (ट्राई कोमेजोर मेडिकल) 

मध्य प्रदेश के सतना जिले में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। जहां एक 25 वर्षीय महिला को प्रेगनेट होने के दौरान अलग-अलग तरह के बालों को खाने का अजीब शौक लग गया। यह शौक महिला के लिए जानलेवा बन गया। जिसके बाद महिला को डॉक्टर को दिखाया गया। जहां डॉक्टर ने महिला के पेट का ऑपरेशन करने की सलाह दी। महिला के पेट का ऑपरेशन कर आमाशय से करीब ढाई किलोग्राम बालों का गुच्छा बाहर निकाला गया। गुच्छा निकलने के बाद महिला पूरी तरीके से स्वस्थ बताई जा रही है।

प्रेग्नेंसी के दौरान महिला को लगा अजीब शौक

अक्सर महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान अलग-अलग तरीके के खान पान का शौक लग जाता है। महिलाएं कभी खट्टा चीजों को खाना, कभी मीठा, या फिर पान सुपारी खाना, नमकीन आदि खाने लगती हैं। वहीं मध्य प्रदेश के सतना जिले से अजीबो गरीब मामला सामने आया है। जहां एक प्रेगनेंट महिला को कई तरह के बालों को खाने की लत लग गई थी। जिससे चलते उसके पेट में तकलीफ बढ़ने लगी, फिर परिजन महिला को डॉक्टर के पास ले गए।

महिला के पेट से निकला बालों का गुच्छा

अस्पताल में डॉक्टर ने महिला के पेट की पूरी जांच कराई। जिसमें यह सामने आया की महिला के पेट में कोई बड़ी चीज है। जिसकी वजह से उसके पेट में तकलीफ हो रही है। डॉक्टर ने महिला का ऑपरेशन करने के लिए कहा। फिर परिजनों के कहने के मुताबिक डॉक्टर ने महिला का ऑपरेशन किया। महिला के अमाशय से करीब ढाई किलोग्राम का बालों का गुच्छा बाहर निकाला गया। जिसे देखकर डॉक्टर सहित पूरा स्टाफ हक्का बक्का रह गया। फिर वह गुच्छा महिला के परिजनों को दिखाया गया। परिजन भी बालों से लिपटे गुच्छे को देख दंग रह गए। महिला का सकुशल ऑपरेशन सम्पन्न होने पर इलाज जारी रखा है। महिला अब पूरे तरीके से स्वस्थ बताई जा रही है।

मेडिकल भाषा में कहते हैं ट्राइकोमेज्योर

इस बारे में जनकीकुंड अस्पताल की वरिष्ठ सर्जन डॉ पूनम आडवाणी (निर्मला गेहानी) ने बताया की यूपी के महोबा जिले से आई एक दर्द से पीड़ित महिला का ऑपरेशन कर पेट से ढाई किलो बालों का गुच्छा निकाला है। डॉ निर्मला गेहानी की मानें तो इस प्रकार के केस होते हैं, जिनमें महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान अलग-अलग तरह की चीजों का सेवन करती हैं। उसे मेडिकल की भाषा में ट्राइकोमेज्योर कहा जाता है। बाल खाने वाली महिलाएं अक्सर कम उम्र की होती हैं। साथ ही साइकेट्रिक भी होती हैं। आमतौर पर इस प्रकार के एक प्रतिशत मामले ही होते हैं।

अपने और दूसरे के बालों को खाती थी महिला

डॉ पूनम आडवाणी ने कहा कि मेरे अब तक के करियर में मेरे सामने इस प्रकार के कुल तीन केस ही सामने आए हैं। जिनमें एक नौ साल का बच्चा था। दूसरी एक 18 साल की लड़की का केस सामने आया था। यह तीसरा केस 25 वर्षीय महिला का सामने आया है। महिला के 5 वर्षीय, 2 वर्षीय और पांच माह के तीन बच्चे हैं। महिला को दूसरी प्रेगनेंसी के दौरान बालों को खाने की आदत बनी थी। बालों को खाने की आदत के चलते महिला जहां अपने बालों को तो खाती ही थी। साथ ही आसपास पड़े दूसरों के बालों को भी खा लेती थी। महिला को दूसरा बच्चा होने के बाद महिला ने बालों को खाना बंद कर दिया, लेकिन तब तक महिला के पेट में बालों का गुच्छा जमा हो चुका था जिसके चलते महिला के पेट में दर्द रहने लगा।


global news ADglobal news ADglobal news AD