संभल जाए,,,साइबर ठगों ने महिला डॉक्टर को किया डिजिटल अरेस्ट, सतर्कता के कारण ठगी से बच गई


के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा  2024-05-30 05:25:30



 संभल जाए,,,साइबर ठगों ने महिला डॉक्टर को किया डिजिटल अरेस्ट, सतर्कता के कारण ठगी से बच गई 

 

बरेली के एक निजी मेडिकल कॉलेज की डॉक्टर को साइबर ठगों ने ढाई घंटे डिजिटल अरेस्ट रखकर धमकाया। उनका पुराना मोबाइल नंबर नवाब मलिक के मनी लॉन्ड्रिंग केस से जुड़ा बताकर ईडी व सीबीआई कार्रवाई और गिरफ्तारी की धमकी दी। ऑनलाइन निगरानी के दौरान सतर्कता और हिम्मत दिखाकर वह ठगों के चंगुल से बच सकीं। शिकायत पर आईजी ने साइबर थाना पुलिस को कार्रवाई का निर्देश दिया है।

महिला डॉक्टर के मुताबिक सोमवार सुबह 8:30 बजे उनके मोबाइल फोन पर एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को ट्राई (दूरसंचार नियामक आयोग) से बताकर कहा कि उनका एक पुराना नंबर मनी लॉन्ड्रिंग जैसे अपराध में इस्तेमाल किया जा रहा है। उसने कहा कि आप एक शिकायती पत्र भेज दें तो वह नंबर को बंद करा देंगे।

वीडियो कॉल पर लेकर कराई अफसर से बात

तत्काल ही दूसरे नंबर से डॉक्टर के पास कॉल आई और खुद को लखनऊ के आलमबाग थाने का दरोगा बताकर दूसरे शख्स ने हड़काना शुरू कर दिया। उसने कहा कि नवाब मलिक के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है। आपके नंबर की आईडी से उसका जुड़ाव और अनधिकृत लेनदेन मिला है।

इसमें आपके खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। डॉक्टर ने कॉल कट की तो उसने दोबारा कॉल कर चेतावनी दी कि कॉल कट मत करना, वर्ना और फंस जाओगी। फिर उसने वर्दी पहने हुए बैठे कथित थाना प्रभारी से बात कराई। वहां एक अन्य शख्स को पुलिस पकड़े बैठी थी। बताया था कि इसी शख्स को पकड़ा गया है।

कमरे से बाहर जाने पर लगाई रोक

वीडियो कॉल से निगरानी कर रहे ठगों ने महिला डॉक्टर के कमरे से बाहर जाने पर रोक लगा दी। कहा कि जांच में सहयोग कीजिए। दूसरे कमरे से निकले पति ने घर से बाहर जाने और गेट बंद करने के लिए कहा तो उनको दिए जवाब पर भी ठगों ने आपत्ति जताई। कहा कि आपका नंबर दो घंटे में बंद हो जाएगा और ईडी व सीबीआई आपको गिरफ्तार कर लेगी।

बदला मोबाइल नंबर बताया तो समझीं खेल

महिला डॉक्टर ने आईजी को बताया कि वह काफी घबरा गई थीं। ठग उनसे उनके खातों व उनके मोबाइल नंबरों की जानकारी मांग रहे थे। इसी दौरान उनका काफी पहले बंद हो चुका एक मोबाइल नंबर भी बार-बार बताया जा रहा था।

ठगों ने इसी नंबर को जब दो बार में अलग-अलग बताया तो उन्हें लगा कि यह उन्हें फंसाने की साजिश है। तब उन्होंने कॉल काटकर अपना मोबाइल फोन ही ऑफ कर दिया। जिसके बाद मामले की जानकारी परिजनों को दी और फिर आईजी दफ्तर चली आईं। आईजी के निर्देश पर साइबर थाने की एसआई शालू यादव ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

मेडिकल छात्रा से ठगी के तार महाराष्ट्र से जुड़े

कुछ दिनों पहले भोजीपुरा के मेडिकल कॉलेज की छात्रा को दो दिन तक उसके कमरे में इसी तरह डिजिटल अरेस्ट किया गया था। ठगों ने उसके खातों से करीब साढ़े आठ लाख की ठगी कर ली थी। इस मामले में भी साइबर थाना पुलिस विवेचना कर रही है। पता लगा है कि ठगों के तार महाराष्ट्र से जुड़े हैं। चुनाव के बाद टीम वहां जाकर धरपकड़ करेगी।

जागररूकता ही बेहतर बचाव

रेंज आईजी डॉ. राकेश सिंह ने बताया कि साइबर ठग तरह-तरह से लोगों को भ्रमित कर उनकी कमाई लूट रहे हैं। इसलिए जागरूकता ही सबसे बेहतर बचाव है। महिला डॉक्टर ने हिम्मत दिखाकर कॉल काट दी और तत्काल पुलिस की मदद ली। दूसरों को भी ऐसी स्थिति में हिम्मत से काम लेना चाहिए।


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