कमर में बांधकर ले जा रहे थे डेढ़ करोड़ का सोना, DRI की टीम ने ट्रेन से 2 तस्करों को किया गिरफ्तार
के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा 2024-05-28 06:52:52
कमर में बांधकर ले जा रहे थे डेढ़ करोड़ का सोना, DRI की टीम ने ट्रेन से 2 तस्करों को किया गिरफ्तार
वाराणसी जिले में DRI ने बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने दो सोना तस्करों को पकड़ा है। उनके पास से 2 किलो सोना भी बरामद किया गया है। सोने की तस्करी पर लगाम लगाने के लिए डायरेक्ट्रेट आफ रिवेन्यू इंटेलिजेंस तमाम प्रयास कर रहा है। इसी क्रम में मुखबिर से मिले इनपुट पर टीम ने यह कार्रवाई की। तस्कर नई दिल्ली सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन में सफर कर रहे थे। बनारस रेलवे स्टेशन पर टीम ने उन्हें पकड़ लिया।
पकड़े गए तस्करों की पहचान पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर के आशीष राणा और दिल्ली करोल बाग के तपस मिद्या के रूप में हुई है। इंटेलिजेंस के अधिकारी आशुतोष तिवारी ने बताया कि सूत्रों के हवाले से खबर मिली थी कि दो सोना तस्कर बड़ी मात्रा में सोना लेकर दिल्ली जा रहे हैं। इस पर पूरी जानकारी जुटते हुए शुक्रवार की देर रात बनारस स्टेशन से जाने वाली नई दिल्ली सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन के कोच संख्या B5 की सीट संख्या 46 और 47 पर बैठे व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया।
दोनों से पूछताछ के दौरान जब तलाशी ली गई तो उनकी कमर में कपड़े के सहारे सोने की पत्तिया और जेवर बंधे हुए थे। दोनों तस्करों ने कोई भी कागजी दस्तावेज पेश नहीं किया। जिस पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि पकड़े गए सोने का वजन 2.386 ग्राम है, जिसकी विदेशी कीमत एक करोड़ 63 लाख 81 हजार रुपए आंकी जा रही है।
पूछताछ में दोनों तस्करों ने बताया कि वह यह सोना दिल्ली में एक आभूषण व्यापारी प्रशांत हनरा के लिए ले जा रहे थे। वाराणसी से उन्होंने व्यापारी चंदू से सोना लिया था। DRI ने बताया कि चंदू की वाराणसी में हनी ज्वैलरी के नाम से दुकान है, उसका मालिक प्रशांत हनरा ही है। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि, उन्हें यह सोना दिल्ली पहुंचाने के लिए 1 लाख रुपये मिलते। हम लालच में यह काम कर रहे थे। तस्करों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भी भेज दिया गया है।
गौरतलब है कि इसके पहले भी वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर कस्टम की टीम ने शारजाह से आए विमान यात्रियों के पास से सोना बरामद किया था। जिसकी कीमत लगभग 50 लाख रुपए थी। आरोपी की पहचान बिहार निवासी के रूप में हुई थी।