सर्वेक्षण में रडार मशीन का इस्तेमाल कर रहा एएसआई, हिंदू पक्ष के याचिकाकर्ता का दावा कालि पट्टी बाँध अदा की नमा ज


के कुमार आहूजा, कान्ता आहूजा  2024-05-27 09:21:09



सर्वेक्षण में रडार मशीन का इस्तेमाल कर रहा एएसआई, हिंदू पक्ष के याचिकाकर्ता का दावा कालि पट्टी बाँध अदा की नमा ज

मध्य प्रदेश के धार में विवादित भोजशाला/कमाल मौला मस्जिद परिसर का अदालत के आदेश पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) वैज्ञानिक सर्वेक्षण कर रहा है। अमर उजाला की एक रिपोर्ट के अनुसार हिंदू पक्ष की ओर से याचिकाकर्ताओं ने शनिवार को दावा किया कि सर्वेक्षण में ग्राउंड-पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) और जीपीएस मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं,  जीपीआर मशीनों के इस्तेमाल संबंधी दावे पर एएसआई की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है।

मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने 11 मार्च को एएसआई को भोजशाला परिसर का वैज्ञानिक सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया, जिसके बारे में हिंदुओं का मानना है कि यह देवी वाग्देवी (सरस्वती) का मंदिर है, जबकि मुस्लिम समुदाय इसे कमाल मौला मस्जिद कहता है। यह सर्वे पिछले 64 दिनों से चल रहा है।

रिपोर्ट के अनुसार अदालत में याचिकाकर्ताओं में से एक, महाराजा भोज सेवा समिति के सचिव गोपाल शर्मा ने दावा किया कि हाईकोर्ट ने अपने आदेश में वैज्ञानिक सर्वेक्षण के दौरान मशीनों के उपयोग के बारे में बात की थी।

संरचना पर हिंदू प्रतीक और संकेत मिलने का दावा

रिपोर्ट के अनुसार गोपाल शर्मा ने दावा किया कि जीपीआर और जीपीएस मशीनें शुक्रवार को धार पहुंचीं। एएसआई टीम ने सर्वेक्षण के 65वें दिन शनिवार से इन मशीनों का उपयोग शुरू कर दिया। जीपीआर मशीन का उपयोग भोजशाला के गर्भगृह में सर्वेक्षण के लिए किया गया, जिसे सात अधिकारियों द्वारा संचालित किया गया था। उन्होंने दावा किया कि संरचना पर हिंदू प्रतीक और संकेत पाए गए थे।

शुक्रवार को काली पट्टी बांध मुस्लिम समुदाय ने अदा की नमाज

रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने इस परिसर के कुछ हिस्सों में कथित खुदाई के विरोध में काली पट्टी बांधी और परिसर में नमाज अदा की। उन्होंने खुदाई को सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का उल्लंघन बताया।

बता दें कि 7 अप्रैल, 2003 को ASI द्वारा की गई एक व्यवस्था के तहत प्रति शुक्रवार दोपहर 1 से 3 बजे तक मुस्लिम पक्ष के लोग परिसर में नमाज अदा करते हैं। वहीं, हिंदू पक्ष के लोग मंगलवार को पूजा-पाठ करते हैं।


global news ADglobal news ADglobal news AD