प्रशासन के नए कर्णधार: पूर्व रक्षा सचिव अजय कुमार ने संभाली नई कमान


के कुमार आहूजा कान्ता आहूजा  2025-05-15 15:59:41



 

भारतीय प्रशासनिक सेवा के शीर्ष पदों पर चयन करने वाली प्रतिष्ठित संस्था, संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) को अपना नया अध्यक्ष मिल गया है। पूर्व रक्षा सचिव अजय कुमार को इस महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब देश की प्रशासनिक व्यवस्था को नई दिशा और नेतृत्व की आवश्यकता है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा इस नियुक्ति को मंजूरी दी गई है, जिससे अब अजय कुमार देश की इस सर्वोच्च चयन संस्था का मार्गदर्शन करेंगे।

अजय कुमार: एक अनुभवी प्रशासक

केरल कैडर के 1985 बैच के सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी डॉ. अजय कुमार एक अनुभवी और प्रतिष्ठित प्रशासक हैं। उन्होंने 23 अगस्त, 2019 से 31 अक्टूबर, 2022 तक रक्षा सचिव के रूप में अपनी सेवाएं दीं। रक्षा मंत्रालय में उनके कार्यकाल के दौरान, उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा और सैन्य आधुनिकीकरण से जुड़े कई महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णयों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी प्रशासनिक क्षमता और रणनीतिक सोच को देखते हुए, यूपीएससी के अध्यक्ष पद के लिए उनका चयन एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

राष्ट्रपति द्वारा नियुक्ति और कार्यकाल

केंद्र सरकार के कार्मिक मंत्रालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार, राष्ट्रपति महोदया ने संविधान के अनुच्छेद 316(1) के तहत डॉ. अजय कुमार को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) का अध्यक्ष नियुक्त किया है। आदेश में उनके कार्यकाल के बारे में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि यूपीएससी के अध्यक्ष के रूप में कुमार का कार्यकाल उस तारीख से शुरू होगा जब वह यूपीएससी के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करेंगे। उनके कार्यकाल की अवधि भारत के संविधान के अनुच्छेद 316(2) और समय-समय पर संशोधित यूपीएससी (सदस्य) विनियम, 1969 के प्रावधानों के अनुसार शासित होगी।

यूपीएससी का महत्व और कार्य

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) देश की सबसे प्रतिष्ठित भर्ती एजेंसियों में से एक है। यह भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS), और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) सहित विभिन्न अखिल भारतीय सेवाओं और केंद्रीय सेवाओं के लिए अधिकारियों का चयन करने के लिए सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है। यूपीएससी एक अध्यक्ष के नेतृत्व में कार्य करता है और इसमें अधिकतम दस सदस्य हो सकते हैं। वर्तमान में, आयोग में दो सदस्यों के पद रिक्त हैं। यूपीएससी के अध्यक्ष की नियुक्ति छह वर्ष की अवधि के लिए या 65 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक के लिए होती है, जो भी पहले हो। इस संस्था की निष्पक्षता और कार्यकुशलता देश की प्रशासनिक व्यवस्था की नींव है।

नई चुनौतियों और अपेक्षाओं का दौर

अजय कुमार ऐसे समय में यूपीएससी के अध्यक्ष का पदभार संभाल रहे हैं जब आयोग के सामने कई नई चुनौतियां और अपेक्षाएं हैं। बदलते समय के साथ, सिविल सेवाओं की भूमिका और चयन प्रक्रिया में भी बदलाव की आवश्यकता महसूस की जा रही है। उम्मीद है कि अजय कुमार अपने व्यापक अनुभव और प्रशासनिक दक्षता के साथ यूपीएससी को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे और देश को योग्य और सक्षम प्रशासक प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उनकी नियुक्ति से आयोग की कार्यप्रणाली में और अधिक पारदर्शिता और दक्षता आने की उम्मीद है, जिससे देश की प्रशासनिक व्यवस्था और मजबूत होगी।


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